शरीर में पोषण की मात्रा को बढ़ाने के निए रोज़मर्रा के जीवन में लोग मुट्ठीभर ड्राई फ्रूट्स का सेवन करते है। पोषण का भंडार ड्राई फ्रूट्स शरीर को न्यूट्रीएंटस प्रदान करने के अलावा वज़न को बढ़ाने में भी मददगार साबित होता है। दरअसल, ऐसे बहुत से लोग हैं, जो पतलेपन की समस्या से ग्रस्त हैं। ऐसे में कैलोरीज़ से भरपूर सूखे मेवे शरीर के बेहद लाभकारी साबित होते हैं। अगर आप भी वेटगेन के लिए हेल्दी फूड की तलाश में हैं, तो ड्राई फ्रूट्स मददगार साबित हो सकते हैं। जानते हैं ड्राई फ्रूट्स कैसे वज़न को करते हैं प्रभावित।
इस बारे में डायटीशियन डॉ अदिति बताती हैं कि ड्राई फ्रूटस प्रोटीन और मिनरल का रिच सोर्स है। इन्हें खाने के साथ वेट मॉनिटर करना आवश्यक है। इनका सेवन मॉडरेट ढ़ंग से करने से माइक्रोन्यूट्रीएंटस की प्राप्ति होती हैं। सूखे मेवों को अंडर सुपरविजन खाने से हेल्दी वेट मेंटेन करने में मदद मिलती है। इसमें पाई जाने वाली फाइबर, प्रोटीन और मिनरल्स की मात्रा देर तक पेट को भरा हुआ रखने में मदद करते हैं। इन्हें ओवरनाइट सोक करने के बाद पील करके खाने से बचें। इससे पोषक तत्वों की हानि होती है।
ड्राईड एप्रीकॉट का सेवन करने से शरीर को बीटा कैरोटीन, ल्यूटिनए और ज़ेक्सैंथिन की प्राप्ति होती है। इसमें पाई जाने वाली कैलोरीज़ की मात्रा वेटगेन में मददगार साबित होती है। इसके अलावा एंटीऑक्सीडेंटस की मदद से शरीर कई प्रकार के संकमणों से भी दूर रहता है।
यूएसडीए के अनुसार ताज़ा अंगूरों के मुकाबले किशमिश में कैलोरीज़ की अधिक मात्रा पाई जाती है। इसके अलावा
किशमिश खाने से शरीर में कॉपर, मैंगनीज़, मैग्नीशियम और विटामिन बी की कमी पूरी होती है। इसे सैलेड, योगर्ट और ओट्मील में मिलाकर खा सकते हैं।
अखरोट हेल्दी फैट्स, फाइबर और प्रोटीन की मात्रा पाई जाती है। इससे वेटगेन में मदद मिलती है। इसके अलावा अंजीर में पाई जाने वाली ओमेगा 3 फैटी एसिड की मात्रा हृदय रोगों को दूर करने में मदद करता है और सूजन से भी राहत दिलाता है। इसे मॉडरेट ढ़ंग से आहार में शामिल किया जा सकता है।
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काजू को मॉडरेट ढंग से खाने से शरीर को हेल्दी फैट्स की प्राप्ति होती है। इसे खाने से शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है। इसमें मौजूद ट्रिप्टोफैन एक न्यूरोकेमिकल है, जो ब्रेन हेल्थ को बूस्ट करने में मदद करता है। दरअसल, ट्रिप्टोफैन से शरीर में सेराटोनिन का स्तर बढ़ने लगता है, जो तनाव को दूर करने में मदद करता है।
फाइबर से भरपूर पिस्ता का सेवन करने से बार बार भूख लगने की समस्या हल हो जाती है। स्नैक्स के इस हेल्दी विकल्प का सेवन करने से शरीर को विटामिन, मिनरल और प्रोटीन की प्राप्ति होती है। इसमें मौजूद हेल्दी अनसेचुरेटिड फैट्स वेटगेन के खतरे को कम कर देते हैं।
इस लो फैट फूड में हाई डाइटरी फाइबर पाया जाता है। एनर्जी के इस रिच सोर्स से शरीर एक्टिव रहता है। खजूर से पाचनतंत्र मज़ूबत बनता है और मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है। इससे शरीर में जमा होने वाली चर्बी को दूर करने में मदद मिलती है। दिनभर में 3 से 4 खजूर का सेवन फायदेमंद होता है।
ड्राई फ्रूट्स के पोषण को बढ़ाने के लिए इसे योगर्ट, मिल्क या फिर ओट्मील में मिलाकर खाने से शरीर को दोगुना फायदा मिलता है।
ओवरनाइट पानी या दूध में सोक करने के बाद ड्राई फ्रूट्स को खाने से इसकी डाइजेस्टीबीलिटी बढ़ने लगती है। पोषण की भरपूर प्राप्ति होती है।
धीमी आंच पर ड्राई फ्रूट्स को रोस्ट करके खाने से इसके स्वाद बढ़ने लगता है और इसमें आर्टिफिशल शुगर एड करने की आवश्यकता नहीं होती है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार ड्राई फ्रूट्स डाइटरी फाइबर का उच्च सोर्स हैं। दिन में 20 से 30 ग्राम सूखे मेवे खाने शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। इन्हें खाने से दिनभर का 14 ग्राम फाइबर प्राप्त होता है। वहीं बच्चों और बुजुर्गों को ड्राई फ्रूट्स मॉडरेट ढंग से देने चाहिए। इसके अलावा सूखे मेवों को कम मात्रा में खाना शरीर के लिए गुणकारी साबित होता है। ड्राईड फ्रूट्स में मौजूद शुगर और सॉल्ट की ज्यादा मात्रा शरीर को नुकसान पहुंचाने लगती है।
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