मोटापा एक लाइफस्टाइल डिऑर्डर है, जो धीरे धीरे बिल्कुल आम होता जा रहा है। बड़े ही नहीं कम उम्र के बच्चे भी इसके शिकार हो रहे हैं। बदलती लाइफस्टाइल से लेकर खानपान की गलत आदत और शारीरिक स्थिरता मोटपे को तेजी से बढ़ावा दे रही हैं। ऐसे में वेट मैनेजमेंट पर ध्यान देना सबसे ज्यादा जरुरी है। जिसके लिए एक उचित डाइट और फिज़िकल एक्टिविटी में भाग लेना अनिवार्य है। यदि आप भी बढ़ते वजन से परेशान हैं तो अपनी डाइट में सुधर करें और जितना हो सके खुदको एक्टिव रखने की कोशिश करें।
चावल-दही से बनाई गयी दक्षिण भारतीय व्यंजन को अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं। वेट लॉस डाइट में हमें चावल शामिल करने से मना किया जाता है, परंतु दही चावल का ये कॉम्बिनेशन वेट लॉस में कमाल कर सकता है। यह पोषक तत्वों से भरपूर होने के साथ काफी स्वादिष्ट होता है। इसे आसानी से मिनटों में तैयार कर सकती हैं। तो फिर देर किस बात की दही चावल (Curd rice benefits) को डाइट में शामिल करें और मोटापे को कहें अलविदा (Curd rice benefits for weight loss)।
हेल्थ शॉट्स ने इस बारे में प्राइमस सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की डाइटीशियन इंचार्ज अंकिता घोषाल बिष्ट से बातचीत की। उन्होंने वेट लॉस में दही चावल खाने की सलाह देते हुए बताया की यह किस तरह वेट मैनेज करने में मदद करता है (Curd rice benefits)।
एक्सपर्ट के अनुसार दही चावल में सिमित मात्रा में फैट मौजूद होता है और इसमें बहुत कम मात्रा में कैलोरी पाई जाती है। इस प्रकार आप इसे अपनी वेट लॉस डाइट का हिस्सा बना सकती हैं। जहां एक कप दही में लगभग 100 कैलोरी होती है, वहीं एक कप पके हुए चावल में लगभग 200 कैलोरी होती है। नतीजतन, दही चावल का सेवन आहार में बहुत अधिक कैलोरी जोड़े बिना आपको लंबे समय तक संतुष्ट रखता है।
दही और योगर्ट में मौजूद प्रोटीन आपको लंबे समय तक संतुष्ट रहने में मदद करते हैं और ओवरईटिंग करने से रोकते हैं। यह कैल्शियम और प्रोबायोटिक्स का भी एक अच्छा स्रोत हैं, जो आंत के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और पाचन को प्रभावी रूप से काम करने में मदद करते हैं। प्रोबायोटिक्स एक प्रकार के हेल्दी बैक्टीरिया होते हैं जो सूजन को कम करने के साथ ही इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ावा देते हुए वेट मैनेजमेंट में मदद करते हैं।
एक्सपर्ट के अनुसार दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स बॉडी मेटाबोलिज्म को बूस्ट कर देता है, जो वेट लॉस को बढ़ावा देते हुए आपको फिट रहने में मदद करता है। यदि आप वेट लॉस डाइट पर हैं तो इसी अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।
आयरन और मैग्निसियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर दही चावल हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में कारगर होते हैं। वहीं गर्मी के मौसम में इसका सेवन शरीर को पर्याप्त ठंडक प्रदान करता है। इसके साथ ही चावल कार्बोहाइड्रेट का एक बेहतरीन स्रोत है, यह बॉडी को एनर्जेटिक रखता है, जिससे की तपती गर्मी में भी शरीर लंबे समय तक सक्रिय रहती है।
दही चावल या किसी भी अन्य व्यंजन को खाते वक्त, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि संयम नहीं टूटना चाहिए। दही चावल जैसी कम कैलोरी वाली डिश को भी यदि अधिक मात्रा में खाया जाए तो यह वेट गेन का कारण बन सकती हैं। यह सुनिश्चित करना भी महत्वपूर्ण है कि आपकी वेट लॉस डाइट संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर हो। दही चावल की एक उचित मात्रा के साथ फल, सब्जियां, लीन प्रोटीन और साबुत अनाज को भी अपनी डाइट में शामिल करें। एक्सपर्ट ने गर्मी के मौसम में दही चावल के सेवन को अधिक प्रभावी बताया है।
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संतुलित आहार के एक हिस्से के रूप में मॉडरेशन में इसका सेवन करें। इसे लंच या डिनर में खा सकती हैं, परंतु ध्यान रहे की रात को ठंडी दहीं न खाएं। यदि डिनर में इसे खाना है तो 1 घंटे पहले दही को फ्रिज से निकालकर बहार रख दें।
प्रोटीन, कैल्शियम और प्रोबायोटिक्स से भरपूर दही चावल पाचन स्वास्थ्य को संतुलित और स्वस्थ रहने में मदद करता है। यह काफी फायदेमंद है लेकिन इसे वजन कम करने की एकमात्र रणनीति न बनाएं। इसके साथ शरीरिक गतिविधियों में भाग लें और अन्य पौष्टिक और स्वस्थ खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल करें।
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