आजकल आपने कई पोषण विशेषज्ञ और आहार विशेषज्ञों को समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए जामुन के सिरके (Jamun Vinegar) की सलाह देते हुए सुना होगा। यह न केवल आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, बल्कि मधुमेह रोगियों के लिए भी बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। साथ ही, कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का भी इलाज करता है।
जामुन आयरन (Iron) का एक अच्छा स्रोत है। इसके एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidants) गुण इसे एक अद्भुत रक्त-शोधक बनाते हैं। डायबिटीज़ के मरीजों के लिए यह रामबाण उपाय साबित हो सकता है। क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इसका नियमित सेवन ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) को नियंत्रित रखने में मदद करता है।
मधुमेह रोगियों के लिए जामुन सिरके के फ़ायदों को समझने के लिए हमने – ग्लोबल अस्पताल, परेल, मुंबई के सीडीई, आरडी- मुख्य आहार विशेषज्ञ, श्री. ज़मुरुद एम. पटेल से बात की।
जिन लोगों का ब्लड शुगर लेवल बढ़ रहा है उनके लिए जामुन का सिरका कारगर साबित हो सकता है। इसका नियमित सेवन न केवल शुगर लेवल को कम कर सकता है, बल्कि इसे मेंटेन भी कर सकता है। यह स्टार्च और चीनी को ऊर्जा में परिवर्तित करके शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करता है।
डॉ जमरूद का कहना है कि ”जामुन में जैम्बोलिन नामक सक्रिय तत्व होते हैं। यह जंबोसीन रक्त में निकलने वाली शर्करा की दर को धीमा कर देता है और शरीर में इंसुलिन के स्तर को भी बढ़ाता है। विनेगर भोजन के ग्लाइसेमिक इंडेक्स को कम करने में मदद करता है और इस तरह ग्लूकोज स्पाइक को कम करता है। साथ ही, काम के प्रेशर को कम करके इंसुलिन को सहायता करता है।”
जामुन के सिरके में कई विटामिन होते हैं, जो यूरिनरी इन्फेक्शन पैदा करने वाले बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करते हैं। जामुन के सिरके के सेवन से मूत्राशय, गुर्दे, मूत्रमार्ग या मूत्रवाहिनी के संक्रमण से पीड़ित लोगों को राहत मिल सकती है।
ईट्राइट – द न्यूट्रिशन क्लिनिक, मुंबई की परामर्श पोषण विशेषज्ञ मालविका आठवले बताती हैं कि ”यह मूत्र पथ (urinary tract infection) के संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।”
डॉ जमरूद के अनुसार”यह मधुमेह के लक्षणों जैसे बार-बार पेशाब आना, प्यास लगना, जी मिचलाना और थकावट को कम करने में भी मदद करता है।”
मालविका कहती हैं कि – ”इसका उपयोग केवल डॉक्टर या पोषण विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में करें। यह जब सही मात्रा में लिया जाता है तो इसके अत्यधिक लाभ होते हैं, लेकिन अगर गलत तरीके से किया जाए तो एसिडिटी जैसे कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं।”
इसे लेने का सबसे अच्छा तरीका यह होगा कि भोजन के बाद इसे ले, ताकि भोजन के बाद शर्करा में सुधार में सुधार हो सके। आप इसके 2 बड़े चम्मच एक गिलास पानी में मिलकर ले सकती हैं।
डॉ जमरूद का कहना है कि ”हमेशा याद रखें कि जामुन का सिरका किसी ब्रांडेड सर्टिफाइड स्टोर या कंपनी से ही खरीदें ताकि लाभ मिल सके।”
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