पुरुषों की तरह महिलाओं के लिए भी डाइटरी प्रोटीन जरूरी है। प्रोटीन का सेवन सेहतमंद जीवनशैली बनाए रखने में मदद करता है। वहीं फिटनेस के स्तर को बढ़ाने के लिए मांसपेशियों को विकसित होने में भी यह मदद करता है। प्रोटीन में पाया जाने वाला अमीनो एसिड शरीर के मांसपेशियों के टिशूज से लेकर कोशिकाओं तक, यानी बिल्डिंग ब्लॉक्स के लिए जरूरी है। इसलिए महिलाओं के लिए ऐसा संतुलित आहार लेना बेहद जरूरी है, जिसमें फिट तथा स्वस्थ जीवनशैली के लिए सारे जरूरी अमीनो एसिड मौजूद हों। इस आलेख में ओजिवा की डायटिशियन एंड न्यूट्रिनिस्ट शिखा द्विवेदी (Oziva dietician and Nutritionist Shikha Dwivedi) बता रही हैं कि महिलाओं के लिए प्रोटीन क्यों जरूरी (protein Amount) है।
हम सभी जानते हैं कि अमीनो एसिड (Amino Acid of protein) के कई प्रकार की मौजूदगी के कारण हर प्रकार का प्रोटीन काफी अनूठा होता है। शरीर में अमीना एसिड की आपूर्ति के लिए प्रोटीन का सेवन बेहद जरूरी है। प्रोटीन एंजाइम्स का निर्माण कर पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन और सुचारू रूप से ब्लड फ्लो में मदद करता है। ये खाद्य पदार्थों को ग्रहण करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही हॉर्मोन के स्तर को भी नियंत्रित करता है।
पुरुषों की तुलना में महिलाओं के शरीर में लीन मास (Lean Mass) का प्रतिशत कम और फैट मास का प्रतिशत ज्यादा होता है। यह गलत धारणा हो सकती है कि फिटनेस के लक्ष्य, जिसमें वजन कम करना भी शामिल है, महिलाओं को प्रोटीन कम मात्रा में लेना चाहिए। वहीं, इसके उलट, प्रोटीन का सेवन बढ़ाने से लीन मास पाने में मदद मिल सकती है और अतिरिक्त वजन भी कम हो सकता है।
प्रोटीन की खुराक अलग-अलग लोगों में अलगअलग (protein Amount) हो सकती है। विभिन्न कारणों से यह महिलाओं में भी अलग होगी। प्रोटीन की सही खुराक तय करने के लिए लंबाई, वजन, उम्र, सेहत और एक्टिविटी का स्तर भी देखना पड़ता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक रोजाना महिलाओं को अपने वजन के प्रति किलोग्राम के अनुसार, कम से कम 0.8 ग्राम प्रोटीन लेना चाहिए। अब बात आती है कि क्या प्रोटीन को सीधे फूड प्रोडक्ट्स के माध्यम से लिया जा सकता है या फिर इसके लिए अतिरिक्त सप्लीमेंट लिया जा सकता है।
जहां तक रोजाना की खुराक (Reference Daily Intake) की बात है, तो सक्रिय जीवन जीने वाली महिलाओं को औसतन 46 ग्राम प्रोटीन हर दिन लेने की जरूरत है। हालांकि अलग-अलग महिलाओं की जरूरतों के अनुसार इसमें अंतर आ सकता है। अन्य महिलाओं की तुलना में प्रेग्नेंट या स्तनपान करा रही महिलाएं या फिर सामान्यतौर पर एथलीट महिलाओं को प्रोटीन की ज्यादा खुराक की जरूरत होती है।
वजन कम करने, मसल मास (Protein for muscles mass) को बनाए रखने, शक्ति बढ़ाने के लिए और जीवनशैली को बेहतर बनाने के लिए प्रोटीन जरूरी है। तो फिर इसे लेने का सही तरीका क्या हो सकता है? वैसे तो पशुओं के पारंपरिक प्रोडक्ट्स प्रोटीन के अच्छे स्रोत होते हैं। ये हमेशा सेहतमंद विकल्प नहीं हो सकते हैं। ऐसे में प्लांट-बेस्ड प्रोटीन के स्रोत सामने आते हैं।
पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन की खुराक सुनिश्चित करने के लिए महिलाएं नट्स और सीड्स, फलियां, टोफू, क्विनोआ को अपने आहार में शामिल कर सकती हैं। पालक, केल, ब्रोकली और स्प्राउट्स जैसी सब्जियां भी ले सकती हैं, जिनमें हाई प्रोटीन होता है। ये सारी चीजें शरीर के सही रूप में काम करने के लिए पर्याप्त मात्रा में जरूरी अमीनो एसिड की आपूर्ति करती हैं।
वहीं दूसरी ओर महिलाएं ऐसे प्रोटीन सप्लीमेंट का चुनाव कर सकती हैं, जो आवश्यक मल्टीविटामिन, मिनरल और आयुर्वेदिक हर्बल सत्वों से भरपूर हों। इन सप्लीमेंट्स को लीन प्रोटीन माना जाता है। इससे महिलाओं को वजन को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। ये ऊर्जा, लीन मसल और मेटाबॉलिज्म़ बढ़ाते हैं। प्रोटीन के कई सारे स्रोत उपलब्ध हैं।
महिलाएं प्रमाणिक प्रोटीन पाउडर ले सकती हैं। इन्हें लेना आसान और सुविधाजनक होता है। हर महिला का अपना-अपना लक्ष्य, फिजियोलॉजी और पसंद होती है। उन्हें ऐसे उपयुक्त प्रोटीन पाउडर (protein Amount) का चुनाव करना चाहिए, जो उनके बॉडी के टाइप, वर्कआउट रीजिम के अनुरूप हो। उन्हें बेहतर फायदे दे सके, जैसे वजन नियंत्रित करना, मेटाबॉलिज्म़ बेहतर बनाना और त्वचा की सेहत।
प्रोडक्ट्स महिलाओं में ताकत बढ़ाने के लिए प्रमाणिक होने चाहिए। शतावरी, तुलसी करक्यूमिन जैसे हर्बल सत्वों से तैयार किये गये प्रोटीन पाउडर हॉर्मोनल संतुलन बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसमें मौजूद बायोटिन, आयरन, जिंक, विटामिन ए, विटामिन डी, विटामिन सी और विटामिन बी सहित शक्तिशाली मल्टीविटामिन और मल्टीमिनरल बालों की गुणवत्ता को बढ़ाने में भी सहायता करते हैं।
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