मेडेटेरिनियन डाइट, कीटोजेनिक डाइट, वीगन डाइट… । इन सभी के साथ एक और डाइट का नाम जुड़ गया है- नॉर्डिक डाइट का। इन दिनों यह डाइट दुनिया में तेज़ी से लोकप्रिय हो रहा है। नॉर्डिक आहार पूरी तरह स्वस्थ भोजन शैली पर केंद्रित है। शोध और पोषण विशेषज्ञ इसे खाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। नॉर्डिक आहार वजन घटाने में (Nordic Diet for Weight Loss) भी मदद करता है। सबसे पहले जानते हैं कि यह किस तरह का आहार है?
जैसा कि नाम से पता चलता है नॉर्डिक डाइट नॉर्डिक देशों में खाया जाता है। उत्तरी यूरोप और उत्तरी अटलांटिक के पांच संप्रभु देश डेनमार्क, फिनलैंड, आइसलैंड, नॉर्वे और स्वीडन नार्डिक कंट्री कहलाते हैं। नॉर्डिक डाइट में ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल होते हैं, जो इन देशों में पारंपरिक रूप से खाए जाते हैं। इसमें मौसमी आहार और स्थानीय तौर पर उगाये गये खाद्य पदार्थों को शामिल किया जाता है। वास्तव में प्रसिद्ध मेडेटेरिनियन डाइट की तरह इसमें वजन घटाने पर जोर नहीं होता है। इसकी बजाय यह हेल्दी फ़ूड को खाने का एक स्वादिष्ट तरीका है।
नॉर्डिक आहार फल, सब्जियां, साबुत अनाज, फलियां, बीन्स, मटर, जड़ वाली सब्जियां जैसे आलू और गाजर, नट्स, सीड्स, राई ब्रेड, ओट, मछली, सी फ़ूड, लो फैट डेयरी, हर्ब, स्पाइसेज आदि से भरपूर होता है।
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के शोधकर्ता और पोषण विशेषज्ञ डॉ फ्रैंक हू के अनुसार, नॉर्डिक आहार में प्लांट बेस्ड फ़ूड के साथ-साथ मध्यम मात्रा में मछली, अंडे और लो फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट की भी थोड़ी मात्रा शामिल है। इसमें प्रोसेस्ड फ़ूड, शुगर आइटम, रेड मीट को न के बराबर शामिल किया जाता है। इस आहार में रेपसीड तेल को शामिल किया जाता है। इसे कैनोला तेल भी कहा जाता है।
इसमें हेल्दी मोनोअनसैचुरेटेड फैट होता है। इसमें कुछ अल्फा-लिनोलेनिक एसिड भी होता है, जो मछली और फ्लेक्स सीड में पाए जाने वाले ओमेगा-3 फैटी एसिड के समान होता है। इसमें बढ़िया गुणवत्ता वाले कार्बोहाइड्रेट पर भी जोर दिया जाता है। नॉर्डिक कंट्री में से एक डेनमार्क में रगब्रॉड नाम से साबुत अनाज से तैयार फरमेंट की हुई खट्टी रोटी खाई जाती है। साबुत अनाज फाइबर, विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सिडेंट सहित दिल की रक्षा करने वाले पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
पबमेड सेंट्रल में शामिल जर्नल ईट वेट डिसऑर्डर में वेट लॉस के लिए नॉर्डिक डाइट के फायदों पर शोधकर्ता नाहिद रमजांजलेफ और उनकी टीम के शोध को शामिल किया गया। उनके शोध के निष्कर्ष के अनुसार, इस आहार का पालन करने वाले लोगों के वजन में काफी सुधार हुआ । निश्चित समय तक सेवन करने पर उनमें वेट लॉस देखा गया। इस अध्ययन के लिए कुल 774 प्रतिभागी शामिल किए गए।
अध्ययन में पाया गया कि प्रतिभागियों के न सिर्फ बॉडी मास इंडेक्स पर प्रभाव पड़ा, बल्कि कमर के आस पास की जमी चर्बी में भी कुछ हद तक कमी देखी गई। अन्य डाइट का पालन कर रहे लोगों की तुलना में नॉर्डिक डाइट का पालन कर रहे प्रतिभागियों में 1.83 किग्रा अधिक वजन कम पाया गया।
क्लिनिकल न्यूट्रिशन जर्नल में प्रकाशित शोध आलेख के अनुसार, जिन प्रतिभागियों ने छह महीने के लिए नॉर्डिक आहार लिया, उनमें वजन घटने के साथ-साथ कोलेस्ट्रॉल लेवल में सुधार, ब्लड शुगर लेवल पर नियन्त्रण और हार्ट हेल्थ के लिए भी हेल्दी देखा गया।
नॉर्डिक आहार के साथ सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें रेड मीट न्यून मात्रा में लेने को कहता है। साथ ही, प्रोसेस्ड फ़ूड से बचने की जरूरत पर भी बल देता है।
एडेड शुगर, साल्टी फ़ूड, फैटी डाइट और कार्बोनेटेड ड्रिंक को रिस्ट्रिक्टेड डाइट में रखता है, जो पर्यावरण के अनुकूल नहीं होते हैं। ये सभी मिलकर वजन बढ़ने नहीं देते हैं।
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