चने भारतीय भोजन का अनिवार्य हिस्सा हैं। चने कई रंगों में जैसे :- हरे, भूरे, लाल और काले हो सकते हैं। चने के रंगों में ये अंतर चने की किस्म और प्रकार के कारण होता है। चना किसी भी किस्म का हो लाभकारी ही होता है। लेकिन, सेहत और स्वास्थ्य के नजरिए से काले चने को अधिक गुणकारी माना जाता है। ये न केवल वेट लॉस में आपकी मदद कर सकता है, बल्कि डायबिटी भी कंट्रोल कर सकता है।
डायबिटीज के मरीजों के लिए सबसे जरूरी होता है अपने ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखना। ऐसे में काले चने का सेवन काफी मददगार हो सकता है। इस बात को आईसीआरआईएसटी (International Crops Research Institute for the Semi-Arid Tropics) द्वारा काले चने पर की गयी रिसर्च में स्पष्ट रूप से स्वीकार किया गया है।
रिसर्च में जिक्र मिलता है कि काले चने में स्टार्च के साथ-साथ ऐमिलोज नाम का एक खास तत्व पाया जाता है, जो लिए गए खाद्य से ब्लड में शुगर के मिलने की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है। साथ ही यह कुछ हद तक इंसुलिन की सक्रियता को बढ़ाने का भी कार्य भी करता है। इस वजह से यह टाइप-2 डायबिटीज से ग्रस्त रोगियों के ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है।
काले चने का सेवन पाचन स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी मददगार है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन) पर प्रकाशित PubMed Central द्वारा की गयी रिसर्च में इस बात का जिक्र मिलता है कि चने में फाइबर मौजूद होता है, जो पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का काम कर सकता है। साथ ही यह मलत्याग की प्रक्रिया को भी आसान बनाता है।
काला चना कैंसर जैसे गंभीर रोग से बचाव करने में भी काफी लाभकारी है। इसके लिए काले चने में मौजूद बायोकनिन-ए, लायकोपिन, सैपोनिंस और ब्यूरेट जैसे तत्व अहम माने जाते हैं। इसमें से ब्यूरेट मुख्य रूप से कोलोरेक्टल कैंसर (आंतों का कैंसर) से बचाव में सहायता कर सकता है। काले चने में मौजूद लाइकोपेन प्रोस्टेट कैंसर (पुरुष स्पर्म ग्रंथि का कैंसर) और बायोकनिन-ए पेट के कैंसर से बचाव का कार्य कर सकता है।
कोलेस्ट्रोल की अधिकता हृदय स्वास्थ्य के लिए घातक मानी जाती है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित चने से संबंधित शोध के अनुसार, बढ़े हुए कोलेस्ट्रोल को कम कर हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए भी काला चना फायदेमंद साबित हो सकता है।
एनीमिया (खून की कमी) की परेशानी का कारण आयरन की कमी को माना जाता है। वहीं काला चना आयरन का अच्छा स्रोत माना जाता है। ऐसे में आयरन की कमी को पूरा कर एनीमिया की परेशानी से कुछ हद तक राहत पायी जा सकती है।
भारत में चाट सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला स्नैक्स है। तो क्यों न एक हेल्दी और टेस्टी चाट आप अपने घर में भी बनाकर इसका आनंद लें। आज हम बनाएंगे काले चने की स्वादिष्ट चाट जिसे आलू, मसाले और नींबू का रस छिड़क कर तैयार किया जाता है।
सामग्री: 1 कप काला चना (4-5 घंटे भीगा हुआ), 1/4 कप धनिया , बारीक कटी हुई हरी मिर्च 1, बारीक कटा हुआ प्याज 1 कप, उबला-कटा हुआ आलू 1 कप, नमक स्वादानुसार, चाट मसाला 2 टी स्पून, भूना पिसा जीरा 1 टी स्पून, नींबू का रस आवश्यकतानुसार
1. काले चने को रातभर भोगोकर सुबह नाश्ते के लिए प्रयोग किया जा सकता है।
2. सुबह या शाम के नाश्ते में अंकुरित या भीगे चने की चाट को शामिल किया जा सकता है।
3. भीगे हुए चने को हल्के तेल में फ्राई करके भी इसे नाश्ते के रूप में उपयोग में लाया जा सकता है।
4. शाम के स्नैक्स के तौर पर भुने हुए काले चने को इस्तेमाल कर सकते हैं।
5. काले चने की रसेदार सब्जी भी बनाकर इसे दोपहर या रात के आहार में खाया जा सकता है।
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