वेट लॉस (Honey to lose weight ) से लेकर गले में खराश (Sore throat) के उपचार तक हम शहद को कई तरह से इस्तेमाल करते हैं। दूध में मिठास घोलनी हो, टोस्ट का स्वाद बढ़ाना हो या लेमन टी में मिलाने तक, शहद एक हेल्दी और टेस्टी विकल्प है। पर तभी जब यह शुद्ध हो। योग गुरु बाबा रामदेव (Yog Guru Baba Ramdev) के शब्दों में कहें तो, कोई भी कंपनी शहद नहीं बनाती। शहद मधुमक्खियां बनाती हैं। पर सच्चाई यह है कि इसमें मिलावट का काम कोई भी कंपनी कर सकती है। इसलिए जरूरी है कि आप स्वयं असली (Pure honey) और नकली शहद (Adulterated Honey ) की पहचान करना जानती हों। हेल्थ शॉट्स के इस लेख में हम बता रहे हैं इसकी पहचान का तरीका और असली शहद (How to check purity of honey) के सेहत लाभ (Health benefits of honey)।
हम सभी को सर्दी अलग-अलग कारणों से पसंद होती है, चाहे वह बर्फ हो या सर्द मौसम या स्वादिष्ट भोजन। मगर सर्दियां, संक्रमण और खांसी – जुकाम (Cough – Cold) से लेकर जोड़ों के दर्द तक कई स्वास्थ्य समस्याओं का भी कारण बनती हैं। यदि आप उन लोगों में से हैं जो इस ठंड के मौसम (Winter) के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो आपको अपने स्वास्थ्य का ज़्यादा ध्यान रखना चाहिए।
जब आप बीमार पड़ते हैं तो अपने डॉक्टर के पास जाने के बजाय, आप स्वस्थ रहने और इन स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने के लिए कुछ घरेलू उपचारों की ओर रुख कर सकते हैं। आपकी रसोई में एक ऐसी जादुई सामग्री है जो सर्दी के मौसम में आपके स्वास्थ्य और आपकी त्वचा को स्वस्थ रख सकती है और यह गुप्त सामग्री है शहद। यह एंटीऑक्सिडेंट (Antioxidants) और विटामिन (Vitamins)और खनिजों (Minerals) में समृद्ध है और इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं।
इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली (Strong Immunity) हमें सर्दियों की बीमारियों से बचाती है। कमजोर इम्युनिटी वाले लोग कई तरह के संक्रमण और बीमारियों के प्रति संवेदनशील होते हैं। शहद सर्दी और खांसी जैसी सांस की बीमारियों को दूर रख सकता है।
शहद के पौष्टिक गुण इस उत्पाद को उन लोगों के लिए ऊर्जा का प्राकृतिक स्रोत बनाते हैं जो रोजाना शारीरिक व्यायाम करते हैं। लगभग 100 ग्राम शहद लगभग 300 कैलोरी (Calorie) प्रदान करता है। एक दिन में एक चम्मच शहद फायदेमंद हो सकता है और चीनी का बेहतर विकल्प भी हो सकता है।
शहद में एक बेलसमिक, एंटीसेप्टिक और एंटी इंफ्लेमेटरी प्रभाव होता है, जो सर्दी, गले में खराश, खांसी आदि के लिए आदर्श होता है। सर्दियों के दौरान गले को मजबूत करने और शरीर को बाहरी खतरों के खिलाफ तैयार करने के लिए रोजाना एक चम्मच शहद लेना फायदेमंद है।
त्वचा के लिए शहद का उपयोग करना इसके मॉइस्चराइजिंग (Moisturising) और पौष्टिक गुणों के कारण बहुत उपयोगी होता है। शहद सबसे अच्छा प्राकृतिक मॉइस्चराइजर है, खासकर आपकी रूखी त्वचा के लिए और इसे लगाना भी बहुत आसान है।
बस अपने चेहरे पर शहद लगाएं और सूखने के बाद धो लें। यह सर्दियों के दौरान फटे होंठों को ठीक करने में भी मदद करता है।
हम यह तो जानते हैं कि सर्दियों में शहद फायदेमंद है। मगर हम जिस शहद का इस्तेमाल करने जा रहे हैं वह शुद्ध है या नहीं? यह कैसे पता चलेगा…
शुद्ध शहद, किसी भी प्रकार की गर्मी या हीट के संपर्क में आने पर जलना नहीं चाहिए। इस टेस्ट को करने के लिए माचिस की तीली/कॉटन बड को शहद में डुबाकर जलाएं। अगर यह जलता है, तो इसका मतलब है कि आपका शहद मिलावटी है। वहीं शुद्ध शहद ठीक से नहीं जलेगा।
आपके शहद की गुणवत्ता शुद्ध है या नहीं, यह जांचने का एक और सरल और प्रभावी तरीका है कि आप पानी का परीक्षण करें। “शुद्ध शहद” के गुण यह सुनिश्चित करते हैं कि यह पूरी तरह से पानी में न घुले। एक बार मिश्रित होने के बाद इसे घुलने के लिए कुछ प्रयासों की आवश्यकता होती है। यदि आपका शहद चीनी या ग्लूकोज से युक्त है, तो यह कभी-कभी एक सफेद निशान छोड़ देता है।
उपरोक्त दो तरीकों से आप शहद की शुद्धता की जांच कर सकती हैं। इसके लिए किसी भी ब्रांड पर आंख मूंदकर भरोसा न करें। सबसे सुरक्षित तरीका यही है कि किसी भी ब्रांड की हमेशा पहले छोटी बोतल खरीदें। जब उसकी शुद्धता के प्रति आश्वस्त हो जाएं, तभी बड़ी बोतल की तरफ हाथ बढ़ाएं। आखिर सेहतमंद रहना आपका अधिकार है।
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