जब भी वेट लॉस की बात आती है, तो एक्सरसाइज के साथ-साथ अपनी डाइट पर ध्यान देना भी बहुत जरूरी है। आहार विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि इसके लिए पोस्ट वर्कआउट मील अथवा ब्रेकफास्ट को बहुत ध्यान से चुनना चाहिए। इन दिनों ज्यादातर फिटनेस फ्रीक अपने ब्रेकफास्ट में ओट्स लेना पसंद करते हैं। इसकी लोकप्रियता को देखते हुए ओट्स बनाने वाली कंपनियों ने कई स्वाद और वैरायटी में ओट्स बाजार में उतारे हैं। पर क्या ये सभी वेट लॉस (masala oats to lose weight) के लिए हेल्दी ऑप्शन हैं? आइए चेक करते हैं।
कई फिटनेस पसंदीदा लोग ओट्स को अपने मील का एक हिस्सा बनाते हैं। कई सेलेब्रिटी भी ओट्स को काफी प्रमोट करते हैं। अधिकांश आहार विशेषज्ञ भी यही मानते हैं कि ओट्स नाश्ते में लेने का एक अच्छा विकल्प है। इसमें कैलोरी कम होती है और जटिल कार्ब्स मौजूद होते हैं। जो रक्त शर्करा को तेजी से नहीं बढ़ने देते।
इसलिए इंसुलिन में तेज वृद्धि नहीं होती। अगर आप सादा दलिया खाते हैं, तो वह स्वाद में आपको फीका लगेगा। इसलिए कई खाद्य कंपनियां स्वाद बढ़ाने के लिए कई स्वाद में ओट्स बाजार में लाई हैं, लेकिन क्या ये सादा दलिए से बेहतर है या नहीं चलिए जानते है।
इस बारे में ज्यादा जानकारी दी न्यूट्रीशनिस्ट और वेट लॉस एक्सपर्ट अंबिका दत्त।
अंबिका दत्त बताती हैं कि प्री-पैकेज्ड मसाला ओट्स में उच्च मात्रा में अतिरिक्त नमक, चीनी या अस्वास्थ्यकर वसा हो सकती है। इसमें सोडियम की मात्रा बहुत अधिक होती है। जबकि स्वीट ओट्स में शुगर अधिक होती है। इसमें माल्टोडेक्सट्रिन होती है, जिससे इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत अधिक हो जाता है। जो इंसुलिन को प्रभावित करके आपके रक्त शर्करा को तेजी से बढ़ा सकता है। जबकि नॉर्मल ओट्स का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है।
इंस्टेंट मसाला ओट्स को प्रोसेसिंग से गुजरना पड़ सकता है, जिससे उनका पोषण मूल्य कम हो जाता है। इसके अतिरिक्त, उन्हें स्वादिष्ट बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले स्वाद और मसालों में कृत्रिम योजक या अतिरिक्त सोडियम हो सकता है।
खाद्य कंपनियां उपभोक्ताओं के स्वाद को आकर्षित करने के लिए स्वाद बढ़ाने वाले पदार्थ, स्वाद, नकली रंग, नमक, वनस्पति तेल, चीनी, ट्रांसफैट भी मिलाती हैं। यदि आपको वेट लॉस करना है, तो आपको इन सभी चीजों के सेवन से बचना चाहिए।
दलिया विटामिन बी, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और आयरन सहित महत्वपूर्ण पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत है। ये पोषक तत्व ऊर्जा उत्पादन, हड्डियों के स्वास्थ्य और ऑक्सीजन को शरीर में अच्छे से वितरित करने और पूरे स्वास्थ के लिए बेहतर है।
दलिया विशेष रूप से घुलनशील फाइबर, बीटा-ग्लूकेन्स में समृद्ध है। घुलनशील फाइबर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने, हृदय स्वास्थ्य में सुधार करने और चीनी के अवशोषण को धीमा करके रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
ओट्स में एवेनथ्रामाइड्स नामक एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो रक्त वाहिकाओं पर सूजन-रोधी और सुरक्षात्मक प्रभाव डालते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट समग्र स्वास्थ्य और कल्याण में योगदान करते हैं।
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कस्टमाइज़ करेंओट्स में मौजूद आहारीय फाइबर पाचन में सहायता करता है और नियमित मल त्याग को बढ़ावा देता है। यह कब्ज को रोकने और स्वस्थ आंत बनाए रखने में मदद कर सकता है। फाइबर आपको लंबे समय तक भूख नही लगने देता है, जो वजन प्रबंधन में सहायता कर सकता है।
दलिया का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिसका अर्थ है कि यह धीरे-धीरे पचता और अवशोषित होता है। जिससे रक्त शर्करा के स्तर में धीरे-धीरे वृद्धि होती है। यह मधुमेह वाले व्यक्तियों या अपने रक्त शर्करा के स्तर को प्रबंधित करने के इच्छुक लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है।