इन दिनों फ्रूट प्लेट में पीला, गुलाबी और लाल ड्रेगन फ्रूट (Dragon Fruit) खूब दिखते हैं। ये न सिर्फ देखने में आकर्षक लगते हैं, बल्कि इनसे स्वास्थ्य लाभ भी बहुत मिलते हैं। आपने सही पहचाना। यह भारतीय फल नहीं है। यह एग्जोटिक फ्रूट (Exotic fruit Dragon) है। ड्रैगन फ्रूट मुख्य रूप से मलेशिया, थाईलैंड, फिलीपींस, संयुक्त राज्य अमेरिका और वियतनाम में उगाया जाता है। ड्रैगन फ्रूट एक ख़ास तरह के कैक्टस पर उगता है। 1990 से यह भारत में भी उगाया जाने लगा। स्वास्थ्य लाभ और अनूठे स्वाद की वजह से यह दुनिया भर में लोकप्रिय हो गया है। भारत में यह 90 के दशक से आया। पर इसे सही तरीके से खाना (best way to eat dragon fruit) जरूरी है।
न्यूट्रीएंट जर्नल के अनुसार, ड्रेगन फ्रूट को हेल्दी तरीके से डाइट में शामिल करना जरूरी होता है। कुछ लोग ड्रेगन फ्रूट के गूदे को निकालकर खाते हैं, तो कुछ लोग कीवी, पाइन एपल और जामुन के साथ इसे मिक्स कर खाते हैं। इसे स्ट्रॉबेरी के साथ मिक्स कर भी खाया जाता है। इसकी स्मूदी भी ट्राई की जा सकती है। दही या आइस क्रीम के साथ इसे मिक्स कर खाना बच्चों को भी पसंद होता है। इसे सलाद या चाट के रूप में भी खाया जा सकता है। यहां हम जानते हैं कि ड्रेगन फ्रूट को खाने का सही तरीका क्या है।
जर्नल ऑफ़ फार्मेकोगनोसी एंड फाइटोकेमिस्ट्री में प्रकाशित तमन्ना परवीन के शोध आलेख के अनुसार, ड्रेगन फ्रूट में आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम, जैसे मिनरल्स और फाइबर भी खूब पाए जाते हैं। कम कैलोरी और जीरो फैट होने के कारण यह वजन घटाने में भी मदद कर सकता है। यह एंटी इन्फ्लामेटरी गुणों वाला होता है। इस फल में प्रीबायोटिक फाइबर खूब होता है। इसका डाइजेशन धीमा होता है। इसलिए यह लंबे समय तक पेट को भरा रखता है। साइट्रस फ्रूट की तरह इसमें एसिड नहीं होता है। इसलिए खाली पेट इस फल का सेवन किया जा सकता है।
जर्नल ऑफ़ फार्मेकोगनोसी एंड फाइटोकेमिस्ट्री के अनुसार, ज्यादातर फलों को खाने का समय सुबह होता है। क्योंकि पोषण तंत्र फलों में मौजूद शुगर को जल्दी ब्रेक करता है। लो कैलोरी वाले इस फ्रूट को डेली ब्रेकफास्ट में शामिल किया जा सकता है। इसे रात में खाने पर नींद अच्छी आती है।
यह एंटी इन्फ्लामेटरी गुणों वाला होता है। इसलिए यह इंसुलिन प्रतिरोध और फैटी लीवर को कम करने में मदद करता है।
नेचर जर्नल के अनुसार, आकर्षक छिलके और सफ़ेद गूदे और काली सीड्स वाले ड्रेगन फ्रूट को संतुलित मात्रा में ही खाना चाहिए। यदि आपने एक-दो से अधिक ड्रेगन फ्रूट खा लिया, तो इससे गट हेल्थ को नुकसान पहुंच सकता है। इससे उल्टी-दस्त की समस्या भी हो सकती है। वहीं संतुलित मात्रा में ड्रैगन फ्रूट लेने से आंत में लाभकारी बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा मिलता है। यह मेटाबोलिज्म को भी सक्रिय कर सकता है।
फार्मेकोगनोसी रिसर्च के अनुसार, हालांकि सभी तरह के ड्रेगन फ्रूट स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। शोध से यह प्रमाणित हो चुका है कि लाल सब्जी और फल में अधिक एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं। इसमें कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट जैसे कि हाइड्रॉक्सीसिनामेट्स और फ्लेवोनोइड्स होते हैं। ये कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं और स्किन को एजिंग से बचाते हैं। इसलिए सफेद या पीले ड्रेगन की बजाय लाल ड्रेगन फ्रूट को खाना अधिक फायदेमंद होता है।
जर्नल ऑफ़ फार्मेकोगनोसी एंड फाइटोकेमिस्ट्री के अनुसार, ड्रेगन फ्रूट को खाना बहुत आसान है। ड्रैगन फ्रूट के अधिकांश भाग खाने के लिए सुरक्षित हैं। इसे चार भाग में काटकर चम्मच या चाकू से गूदे को निकाल कर खाया जा सकता है।विटामिन सी की मौजूदगी के कारण यह इम्यून सिस्टम को मजबूत कर सकता है।
ड्रैगन फ्रूट में मौजूद विटामिन सी फ्री रेडिकल्स को बेअसर करते हैं। यह स्किन का यूवी किरणों से बचाव कर सकता है। इसलिए यह स्किन और हेयर दोनों के लिए फायदेमंद है।
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