क्या कुकिंग के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है बादाम का तेल? आइए जानते हैं इसके बारे में सब कुछ
आपने अपने बड़ों को रोज सुबह भीगे हुए बादाम खाने की सलाह देते हुए जरूर सुना होगा। क्योंकि बदाम एक ऐसा सुपरफूड है, जो शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में भी मदद करता है। बादाम के छिलके से लेकर बादाम के तेल तक कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में काम आते हैं। अगर बादाम के तेल की बात की जाए, तो आजकल कई ब्यूटी और हेयर प्रोडक्ट्स में बादाम के तेल का इस्तेमाल किया जा रहा है। लेकिन क्या आप जानती हैं कि बादाम का तेल हमारी सेहत के लिए भी फायदेमंद है? पर क्या है इसे आहार में शामिल करने का सही (how to use almond oil in food) तरीका? आइए जानते हैं इस सुपरफूड के बारे में सब कुछ।
पोषक तत्वों का भंडार है बादाम का तेल (Benefits of Almond oil)
अमेरिकन हेल्थ एसोसिएशन के अनुसार बादाम का रोज सेवन करने से हमें हार्ट हेल्दी फेट्स मिलते हैं। बादाम के तेल में विटामिन- ई के साथ कॉपर, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस की भी अच्छी मात्रा मौजूद होती है। यें सभी पोषक तत्व इम्युनिटी बूस्ट करने में फायदेमंद माने जाते हैं। इसमें एंटीऑक्सिडेंट होने के साथ एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं।
चलिए अब जानते हैं बादाम के तेल से मिलने वाले स्वास्थ्य लाभों के बारे में –
1. बैलेंस रखता है कोलेस्ट्रॉल लेवल
अगर आपके कोलेस्ट्रॉल लेवल में उतार-चढ़ाव आता रहता है, तो आपको अपनी डाइट में बदाम का तेल शामिल करने की आवश्यकता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की जून 2010 की एक रिसर्च में सामने आया कि बादाम के तेल में भरपूर मात्रा में मोनोसैचुरेटेड फैट होता है, जो हमारे हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद करता है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करके शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बनाए रखते हैं।
2. ब्लड शुगर लेवल रहता है कंट्रोल
हाई ब्लड शुगर से ग्रस्त लोगों को विशेषज्ञों द्वारा बादाम के तेल को डाइट में शामिल करने की सलाह दी जाती है। दरअसल, बादाम के तेल में मोनोसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड फैट्स पाए जाते हैं, जो टाइप 2 डायबीटीज में ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
पबमेड सेंट्रल द्वारा किए गए एक शोध में सामने आया है कि जिन लोगों ने अपने ब्रेकफास्ट में बादाम के तेल का सेवन किया, उनका ब्लड शुगर पूरा दिन बेलेंस रहा। साथ ही उन्हें दिन भर में कम भूख लगी।
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3. वजन घटानें में सहायक
अगर आप हेल्दी फैट्स वाली डाइट का सेवन करते हैं, तो आपको तेजी से वजन घटाने में मदद मिल सकती है। बादाम के तेल को अपनी डाइट में शामिल करने से आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगती। जिससे आप अगले मील में कम कैलोरी का सेवन करती हैं।
डायबिटीज एंड एंडोक्रिनॉलॉजी की रिसर्च में सामने आया कि बादाम के तेल में विटामिन-ई और अनसैचुरेटेड फैट्स की अच्छी मात्रा होती है। जो आपकी हार्ट हेल्थ का ध्यान रखने के साथ तेजी से वजन घटानें में मदद करती है।
4. त्वचा को अंदर से निखारे
त्वचा को बाहर से मॉइश्चराइज और हाइड्रेट रखने के साथ अंदर से बेहतर बनाए रखने के लिए भी बादाम का तेल फायदेमंद है। इसमें विटामिन ई होने के साथ एंटीऑक्सिडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं। जो आपकी त्वचा को अंदर से हाइड्रेट रखने में मदद करते हैं।
द जर्नल ऑफ मेटरनल मेडिसिन के अनुसार बादाम के तेल का सेवन त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाने के साथ स्ट्रेच मार्क की समस्या कम करने में मदद करता है।
5. पाचन तंत्र बेहतर बनाए
अगर आपको पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याए रहती हैं, तो आपको बादाम के तेल के सेवन से आराम मिल सकता है। वर्ल्ड जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी की 2012 में पब्लिश एक रिपोर्ट में यह बात साबित हुई कि बादाम का तेल पानी और लिपिड के साथ मिलकर आपके मोशन को आसान बनाते हैं। अगर आप एक गिलास दूध में दो चम्मच बादाम का तेल लेते हैं, तो आपको पाचन से जुड़ी समस्याओं में जल्दी राहत मिलेगी।
क्या है बादाम के तेल को आहार में शामिल करने का सही तरीका
बादाम के बीजों से ही बादाम का तेल बनाया जाता है। रिफाइंड आमंड ऑयल का स्मोक लेवल 430 डिग्री तक होता है। इसलिए उसमें कुकिंग की जा सकती है। लेकिन कुकिंग में इस्तेमाल करने से इसके पोषक तत्वों को नुकसान हो सकता है। इसलिए अनरिफाइंड आमंड ऑयल को इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। अनरिफाइंड आमंड ऑयल को सलाद या सूप के ऊपर छिड़क कर इस्तेमाल किया जा सकता है।
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