प्रतिरक्षा प्रणाली यानी इम्यूनिटी सिस्टम किसी विशेष संक्रमण या विष से लड़ने या प्रतिरोध करने की वह शक्ति है जो शरीर को विभिन्न रोगों से बचाती है। एक मजबूत शारीरिक प्रतिरक्षा प्रणाली स्वस्थ रहने की कुंजी है। मौजूदा स्थिति में यह और भी मायने रखता है जब Covid-19 का मुकाबला करने में मानव शरीर में प्रतिरक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका है।
Covid-19 महामारी और सोशल डिस्टेंसिंग ने सभी लोंगो को अपने घरों की चार दीवारी तक सीमित कर दिया है। जहां घर और दफ्तर के काम में संतुलन बनाने के बीच बढ़ता तनाव है। वहीँ इसके साथ करीबी परिवार और दोस्तों से मिलने में भी हम असमर्थ है।
समग्र स्वास्थ्य और कल्याण पर इस समय एक खास किस्म का तनाव है। इसलिए इस समय सबसे ज्यादा जरूरी है कि हम अपनी और अपने परिवार की इम्यूनिटी बूस्ट रखें।
तनाव से बचने के लिए जरूरी है कि पर्याप्त नींद लें। नियमित शारीरिक व्यायाम करें और पोषक तत्वों से भरपूर पौष्टिक आहार का सेवन करें। जिससे इम्यूनिटी को स्वाभाविक रूप से मजबूत किया जा सके।
हालांकि, आम तौर पर, भारतीय आहार में अधिकांश महत्वपूर्ण विटामिन और खनिजों से भरे खाद्य पदार्थ पहले से ही शामिल होते हैं, परन्तु कुछ आहार अवश्य ऐसे हैं जिन्हें हमें अनदेखा नहीं करना चाहिए।
एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली की नींव आवश्यक स्थूल और सूक्ष्म पोषक तत्वों के साथ रखी गई है। ये तीन खास पोषक तत्व ऐसे हैं जिन्हें हमें नजरंदाज नहीं करना चाहिए :
जिंक शारीरिक प्रतिरक्षा प्रणाली के लगभग सभी कार्यों के लिए महत्वपूर्ण है। यह इंफ्लामेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पिछले कुछ दशकों में हुए शोध और वैज्ञानिक साक्ष्य यह भी बताते हैं कि जिंक वायरल संक्रमण के खिलाफ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
जिंक को आहार के माध्यम से या सप्लीमेंट्री डाइट के रूप में आसानी से शामिल किया जा सकता है। जिंक की आवश्यकता व्यक्तियों के व्यक्तिगत आहार पर निर्भर करती है। जो लोग शाकाहारी भोजन का सेवन करते हैं, उन्हें मांसाहारी आहार का सेवन करने वालों की तुलना में दो गुना अधिक जिंक की आवश्यकता हो सकती है।
जिंक युक्त खाद्य पदार्थ: जैसे दालें, छोले और सेम, तिल, स्क्वैश और कद्दू के बीज, मांस, नट्स जैसे बादाम, काजू और पाइन नट्स, दूध और पनीर, अंडे, साबुत अनाज। शाकाहारियों के लिए, आहार पूरक के माध्यम से जिंक का सेवन करना काफी हद तक फायदेमंद साबित हो सकता है।
विटामिन सी के महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभ हैं। यद्यपि विटामिन सी शरीर में स्टोर नहीं किया जा सकता है। यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है और शारीरिक प्रतिरक्षा को बढ़ा सकता है। यह रक्तचाप को नियंत्रित रखकर हृदय रोग जैसी पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
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कस्टमाइज़ करेंविटामिन सी शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है और गठिया से भी बचाता है।
विटामिन-सी से भरपूर खाद्य पदार्थ: खट्टे खाद्य पदार्थ (जैसे संतरे), अनानास, कीवी, अंगूर, नींबू, जामुन, लाल और पीले शिमला मिर्च, टमाटर, ब्रोकोली, फूलगोभी, शकरकंद और अंकुरित अनाज।
विटामिन डी एक आवश्यक दैनिक पोषक तत्व है और यह हमें मधुमेह, हृदय रोग और कुछ प्रकार के कैंसर जैसी बीमारियों से बचा सकता है। जबकि विटामिन डी का प्राथमिक स्रोत धूप है। इसे आहार और सप्लीमेंट्री डाइट के माध्यम से भी लिया जा सकता है।
विटामिन डी की कमी न केवल शारीरिक प्रतिरक्षा को प्रभावित कर सकती है, बल्कि ऑस्टियोपोरोसिस, कमजोर हड्डियों, और फ्रैक्चर के आपके जोखिम को भी बढ़ा सकती है।
विटामिन-डी-समृद्ध खाद्य पदार्थ: मछली में कॉड लिवर तेल (जैसे सालमन, टूना और सार्डिन), अंडे की जर्दी, मशरूम, गाय का दूध और सोया दूध, दलिया, अनाज और पनीर।
एक अच्छी शारीरिक प्रतिरक्षा प्रणाली सबसे अच्छा व्यक्तिगत बचाव है। जिसे हम किसी भी तरह के संक्रमण के खिलाफ उपयोग कर सकते हैं। अब यह अधिक महत्वपूर्ण है कि हमारी शारीरिक प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत किया जा सके। अपने जीवन में संतुलित आहार को प्राथमिकता दें और सुरक्षित रहें।