सर्दियों का मौसम खूब सारी हरी सब्जियां साथ लेकर आता है, जो हमारी सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होती हैं। ऐसे में जब सरसों की बात की जाए तो सबसे पहले सरसों का साग ही याद आता है, स्वादिष्ट और पौष्टिकता से भरपूर। वो कहते हैं ना कि मक्के की रोटी के साथ सरसों का साग, थोड़ा मक्खन डाल के मिल जाए, तो दिल खुश कर देता है।
सरसों का साग केवल दिल खुश ही नहीं करता, बल्कि आपकी सेहत भी खुश करता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि सरसों का साग तैयार करने में कुछ और हरी सब्जियों का इस्तेमाल किया जाता है। दरअसल सरसों का साग अपने आप में थोड़ा कड़वा होता है। इसलिए उसके साथ पालक मेथी और बथुआ भी शामिल करने से कड़वाहट बैलेंस हो जाती है। यह सभी चीजें सरसों के साग को और भी ज्यादा पोषण से भर देती हैं। जो आपके शरीर के लिए बेहद लाभदायक होता है।
सरसों का साग तैयार करने में जब पालक, मेथी और बथुआ शामिल किया जाता है, तो यह मिक्स साग फाइबर, प्रोटीन, विटामिन के, मैंगनीज, कैल्शियम, विटामिन बी 6, विटामिन सी का बेहतरीन स्रोत हो जाता है।
इसे खाने से कब्ज की शिकायत नहीं होती। अगर आपको पहले से कब्ज की समस्या है, तो यह आपकी इस समस्या का निवारण भी कर सकता है। इसमें मौजूद फाइबर आपके पेट के लिए काफी फायदेमंद होते हैं।
सबसे बड़ा फायदा यह कि, सरसों का साग आपके मेटाबॉलिज्म को नियमित करने में सफल साबित होता है। जिससे वेट लॉस में मदद मिलती है।
सरसों का साग आपको कैंसर जैसी बड़ी बीमारी से बचने में भी सहायता प्रदान करता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, फ्री रेडिकल के साथ ही तनाव से बचाते हैं। एंटीऑक्सीडेंट्स की वजह से ही कैंसर से बचाव भी करता है।
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