चिलचिलाती गर्मी से बरसात का मौसम निश्चित रूप से राहत की दस्तक देता है। बारिश बीमारियों को पैदा करने वाले सूक्ष्मजीवों के पैदा होने के लिए अनुकूल वातावरण भी देती है। खाने में होने वाले संक्रमण से लेकर मच्छरों से होने वाली बीमारियों तक, बारिश का मौसम कई तरह की ऐसी ही समस्याओं का कारण बन सकता है। इसलिए इस मौसम में अपने स्वास्थ्य को बनाए रखने और अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को स्वस्थ (Immunity booster) रखने के लिए आपको संतुलित आहार (tips for Healthy gut ) लेने की जरूरत है। पौष्टिक और स्वस्थ आहार लेने से आप बीमारियों से सुरक्षित रह सकती हैं और यहां तक कि जल्दी ठीक भी हो सकते हैं। ऐसे में ज़रूरी है कि बारिश के मौसम में खाने के मामले में एहतियात बरती जाए।
अनिता कहती हैं, “लाल शिमला मिर्च, पपीता, नींबू, भुने हुए टमाटर और लाल शिमला मिर्च की चटनी जैसे खाने की चीज़ें प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले और विटामिन सी से पोषक तत्व के अच्छे स्रोत हैं।”
घर का बना खाना ही खाएं। बाहर के खाने से फ़ूड पॉइज्निंग की समस्या हो सकती हैअगर आप हल्का खाना चाहते हैं तो एक कटोरी गर्मागर्म खिचड़ी बेस्ट है। एक्स्ट्रा प्रोटीन के लिए ज्वार (साबुत ज्वार) या ऐमारैंथ (राजगिरा) को अपने खाने में शामिल कर सकती हैं।
हल्दी, काली मिर्च, अदरक और लहसुन जैसे मसाले प्रतिरक्षा प्रणाली के कामकाज को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। अपने भोजन को मसाला देने के लिए मसालों का प्रयोग करें या मसालेदार चाय (काढ़ा) पिएं या केवल नींबू पानी में अदरक के टुकड़े डालें और इसे दिन की शुरुआत में पिएं।
अनिता जेना बताती हैं कि, “बारिश का मौसम आते ही हम सभी पकौड़े और समोसे का लुत्फ उठाने के बारे में सोचने लगते हैं लेकिन बहुत अधिक तैलीय और मसालेदार व्यवहार करने से ब्लोटिंग यानी पेट फूलने की समस्या हो सकती है। बरसात के मौसम में पेट से जुड़ी समस्याएं आम होती हैं क्योंकि नमी हमारे मेटाबॉलिज्म को धीमा कर देती है। इससे हमारे पेट के लिए भोजन से पोषक तत्वों को अवशोषित करना भी मुश्किल हो जाता है।”
बाजार से हम जो ताजा उत्पाद खरीदते हैं, उसमें बैक्टीरिया आसानी से चिपक जाते हैं। अपने भोजन को सही तापमान पर ठीक से पकाएं। साथ ही मानसून के दौरान ऐसे फलों को चुनें जिनका छिलका खाने से पहले निकल जाए जैसे केला, आम, तरबूज, संतरा, लीची आदि सभी अच्छे विकल्प हैं।
6. हर समय खुद को हाइड्रेट रखें
मौसम चाहे कोई भी हो, हाइड्रेटेड रहना महत्वपूर्ण है। हर दिन ढेर सारा पानी, जूस के डिटॉक्स वॉटर पिएं। डिटॉक्स वॉटर के लिए पानी में मिनट जैसे हर्ब्स मिक्स करें।
यह भी पढ़ें:Migraine awareness day : मुश्किल नहीं है इस दर्दनाक स्थिति से उबरना, एक्सपर्ट बता रही हैं कैसे