वीकेंड या चीट डे पर जब आपने खूब मसालेदार खाना खाया हो, ताे उसके बाद शुरू हो जाती हैं पाचन संबंधी समस्याएं। गैस, एसिडिटी और अन्य पाचन संंबंधी समस्याओं का टेस्टी समाधान है सोलकढ़ी। सोलकढ़ी एक प्रकार का प्रभावी डाइजेस्टिव ड्रिंक है। इसके कई अन्य स्वास्थ्य लाभ भी हैं। हाल ही में बॉलीवुड अभिनेता विक्की कौशल ने इस लोकप्रिय पेय के बारे में इंस्टाग्राम स्टोरी पोस्ट की। उन्होंने इसे आत्मा को तृप्ति देने वाला पेय बताया। आइए जानते हैं क्यों इतनी खास है सोल कढ़ी और क्या है इसकी रेसिपी (Sol kadhi recipe) ।
सोलकढ़ी कोकम करी के रूप में लोकप्रिय है। यह कोंकण रीजन का डाइजेस्टिव ड्रिंक है, जो भारतीय राज्य गोवा, दक्षिणी महाराष्ट्र और कर्नाटक में विशेष रूप से लोकप्रिय है। सोलकढ़ी सूखे कोकम फल (जो मैंगोस्टीन परिवार से संबंधित है) और नारियल के दूध से बनाई जाती है। सोलकढ़ी को चावल के साथ खाया जाता है या भोजन के अंत में खाई जाती है। इसे भोजन के साथ डाइजेस्टिव ड्रिंक के रूप में सेवन किया जाता है। कुछ मसालेदार खाने के बाद उसे पचाने में सोलकढ़ी आपकी मदद कर सकती है।
सोलकढ़ी एक बेहतरीन वेट लॉस ड्रिंक होने के लिए भी मशहूर है। इसमें किसी भी चीनी या वसायुक्त दूध का उपयोग नहीं होता है। इसलिए कैलोरी में बहुत कम होती है। कौल कहती हैं, “सोलकढ़ी में कोकम के फलों में हाइड्रॉक्सी-साइट्रिक एसिड होता है। यह फैट जलाने वाले उत्प्रेरक और वजन घटाने वाले आहार के रूप में कार्य करती है।”
यह पेय त्वचा को प्राकृतिक चमक और बालों के स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है। कौल बताती हैं कि सोलकढ़ी के एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट तत्व त्वचा और बालों के ऊतकों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। कोकम में एंजाइम इलास्टेज होता है, जो इलास्टिन के क्षरण को कम करता है। यह त्वचा को मजबूत और स्वस्थ बनाता है।
कोकम में हाइड्रॉक्सी-साइट्रिक-एसिड जैसे पॉलीफेनोल्स होते हैं, जो शरीर को ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं।
पोषण विशेषज्ञ अवनि कौल कहती हैं, “सोलकढ़ी पाचन में बहुत अधिक मदद करती है। यह पाचन तंत्र को डिटॉक्सीफाई करती है और भोजन के अवशोषण को बढ़ावा देती है।” सोलकढ़ी एसिडिटी, अपच, कब्ज और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल दर्द से बचने में भी मदद करती है। आप इसे हर भोजन के बाद ले सकती हैं, क्योंकि यह भोजन को बेहतर ढंग से पचाने में मदद करती है।
यह ड्रिंक समर कूलर है। यह प्रकृति में ठंडा है। नारियल का दूध और कोकम फल की उपस्थिति मसालेदार भोजन के बाद हमारे पाचन तंत्र को ठंडा कर देती है। आप दक्षिण भारत में छाछ के विकल्प के रूप में सोलकढ़ी को मान सकती हैं।
कौल कहती हैं, “सोलकढ़ी में मौजूद कोकम फल में कैंसर रोधी गुण होते हैं। इस प्रकार यह डैमेज करने वाली कोशिकाओं के प्रसार को सीमित करती है। और कैंसर की रोकथाम में मदद करती है।” रिसर्चगेट में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, कोकम फल में उपयोगी एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-कैंसर, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, कार्डियो-प्रोटेक्टिव और एंटी-अल्सर गुण होते हैं, जो सोलकढ़ी को स्वस्थ बनाती हैं।
गुलाबी रंग का यह पेय डाइजेशन और डिहाइड्रेशन की सभी समस्याओं को तुरंत दूर करने में मदद करता है। इसे बनाने के लिए आपको बस एक ग्लास ताजा नारियल का दूध लेना है। उसमें भीगे हुए कोकम के फल का अर्क मिलाना है। स्वाद बढ़ाने के लिए थोड़ा नमक, राई और मिर्च-लहसुन का पेस्ट मिलाना है। आप इसे धनिया या पुदीने के पत्तों से भी सजा सकती हैं। लीजिये सोलकढ़ी तैयार है!
अगली बार जब आप बहुत तेल-मसालेदार भोजन करें, तो स्वादिष्ट तरीके से अपनी सभी समस्याओं को ठीक करने के लिए सोलकढ़ी को आजमाएं।
यह भी पढ़ें :- पोषक तत्वों से भरपूर है लौकी, नोट करें लौकी से तैयार होने वाली टेस्टी और हेल्दी रेसिपी