स्वाद और पोषण से भरपूर गर्मियों का राजा आम हमारा राष्ट्रीय फल है। बहुत से ऐसे लोग हैं, जिन्हें आम के लिए गर्मी के मौसम का इंतजार रहता है। आम एक ऐसा फल है, जो बच्चों से लेकर बुजुर्गों का भी पसंदीदा होता है। लोग आम को फल के रूप में खाने के साथ ही इसे तरह-तरह के अन्य व्यंजन जैसे की आइसक्रीम, कस्टर्ड, मैंगो शेक, मैंगो जूस, अचार, लौंजी आदि के रूप में लेना पसंद करते हैं। सबसे अच्छी बात यह है की हमारे भारत में इस फल को सेलिब्रेट किया जाता है। हर साल 22 जुलाई को मैंगो डे (Mango Day 2024) के रूप में मनाया जाता है।
आम मीठे होते हैं, साथ ही इसमें कैलोरिज भी पाई जाती है। जिसकी वजह से आमतौर पर लोगों के मन में इसे लेकर कई सवाल आते हैं। खासकर यदि किसी को डायबिटीज है, या वे मोटापे से ग्रसित हैं, तो आम खाने के पहले वे काफी ज्यादा सोचते हैं। तो मैंगो डे के इस मौके पर आज हेल्थ शॉट्स आपके मन में आम को लेकर छिपी सभी सवालों का जवाब लाया है।
न्यूट्रीफाई बाई पूनम डायट एंड वैलनेस क्लीनिक की डायरेक्टर, डाइटिशियन और न्यूट्रीशनिस्ट पूनम दुनेजा ने आम को लेकर पूछे जानें वाले सवालों के जवाब दिए हैं। तो चलिए आज अपने मन के सवालों को भी स्पष्ट कर लें।
नेशनल मैंगो डे को आम की सभी प्रजातियों की गुणवत्ता को सेलिब्रेट करने के लिए मनाया जाता है इस दिन स्कूल, कॉलेजेज, मार्केट, जैसी जगहों पर तमाम तरह के मैंगो एग्जीबिशन लगाए जाते हैं। वहीं कई ऐसे रेस्टोरेंट और होटल हैं, जो इस दिन को सेलिब्रेट करने के लिए अलग-अलग प्रकार के मैंगो डिशेज इंट्रोड्यूस करते हैं। ये दिन सभी मैंगो लवर्स के लिए बेहद खास है।
1987 में, भारतीय राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड (National horticulture board of India) ने आम को श्रद्धांजलि देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय आम महोत्सव (international mango festival) की अवधारणा पेश की। पिछले कुछ वर्षों में, यह वार्षिक आयोजन एक बहुप्रतीक्षित उत्सव के रूप में मनाया जाता है, जो देश के सभी कोनों से आम के शौकीनों को आकर्षित करता है।
5,000 साल पुराने समृद्ध इतिहास के साथ, आम भारतीय लोककथाओं में एक विशेष स्थान रखता है। “आम” नाम मलय शब्द “मन्ना” से लिया गया है, और इस फल के बीज एशिया से दुनिया के विभिन्न हिस्सों में पहुंचाएं जाते हैं, जिससे वैश्विक स्तर पर इसकी मौजूदगी स्थापित हुई है।
भारत में, आम को प्यार और दोस्ती के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है, और इसके पत्तों, छाल, त्वचा, बीज और गूदे का उपयोग सालों से लोक उपचार में किया जाता रहा है। इसके अलावा, आम काजू और पिस्ता के साथ अपने परिवार, एनाकार्डियासी को साझा करते हैं, जिससे इन प्यारे फलों के बीच एक वनस्पति संबंध बनता है।
पूनम जुनेजा के अनुसार आम में फाइटिक एसिड नमक नेचुरल मॉलिक्यूल मौजूद होता है, इसकी अधिकता आपकी सेहत के लिए काफी नुकसानदायक हो सकती है। ऐसे में जब आप आम को पानी में डालकर छोड़ देती हैं, तो पानी एक्स्ट्रा फाइटिक एसिड को सोख लेती है। इसलिए आम खरीदने के बाद कम से कम इसे 1 घंटे के लिए पानी में डुबोकर छोड़ना जरूरी है।
एक्सपर्ट के अनुसार डिनर के बाद आम खाना बिल्कुल भी हेल्दी नहीं है। ऐसा करने से आपका ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ सकता है, जिससे कि डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। वहीं डायबिटीज के मरीजों के लिए यह अधिक खतरनाक हो सकता है, क्योंकि उनमें ब्लड शुगर स्पाइक देखने को मिल सकता है।
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आम की तासीर गर्म होती है इसलिए इसे एक बार में अधिक मात्रा में खाने की सलाह नहीं दी जाती। एक बार में ढेर सारा आम खाने से पेट की गर्मी बढ़ सकती है, जिससे की पाचन संबंधी समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। आम को दो मिल के बीच के गैप में मॉडरेशन में लेना एक हेल्दी आइडिया है।
आम खाने के फौरन बाद मसालेदार भोजन के सेवन से परहेज रखना चाहिए, क्योंकि इससे पाचन संबंधी समस्याएं जैसे की गैस, अपच, एसिडिटी, कब्ज आपको परेशान कर सकती हैं। वहीं आम और मसालेदार खाद्य पदार्थों का कांबिनेशन आपकी त्वचा पर नकारात्मक असर छोड़ता है।
हालांकि, आम का ग्लाइसेमिक इंडेक्स अधिक है, परंतु इसमें अन्य विटामिन और मिनरल्स की गुणवत्ता पाई जाती है, जो इसमें मौजूद प्राकृतिक शुगर के स्तर को बैलेंस करती है। इसलिए डायबिटीज के मरीज भी आम खा सकते हैं। परंतु उन्हें इसे खाने के सही समय तरीके और सबसे महत्वपूर्ण इसकी मात्रा का ध्यान रखना चाहिए। सामान्य लोगों की तुलना में डायबिटीज के मरीजों को कम आम खाना चाहिए।
डाइटिशियन पूनम दुनेजा के अनुसार खाली पेट आम खाया जा सकता है। इससे शरीर में ऊर्जा शक्ति का संचार बढ़ता है। सुबह के समय आपकी बॉडी को अल्कलाइन फूड्स की आवश्यकता होती है, जिसे पूरा करने में आम आपकी मदद कर सकता है।
जिस प्रकार किसी भी चीज की अधिकता हानिकारक होती है, आम की अधिकता भी आपकी सेहत पर नकारात्मक असर डाल सकती है। परंतु यदि इसे सही मात्रा में लिया जाए तो यह वजन बढ़ाने की जगह उसे घटाने में आपकी मदद कर सकता है। आम फाइबर से भरपूर होता है, जिससे कि आपको संतुष्टि का अनुभव होता है। ऐसे में आप ओवरराइटिंग नहीं करती और कैलोरी कंट्रोल रहता है। वहीं इसमें नेचुरल शुगर पाया जाता है, जो बिना वेट गेन के आपकी क्रेविंग्स को शांत करता है।