आजकल कई तरह के नए फल और सब्जियां बाज़ार में देखने को मिल जाते हैं, जिनके बारे में हमें ज्यादा नहीं पता होता। मगर अपने स्वास्थ्य लाभों के लिए ये चर्चा में रहते हैं। इन्हीं में से एक है कसावा! जो आजकल अपने हेल्थ बेनेफिट्स के लिए जाना जा रहा है, क्योंकि इसमें स्टार्च की मात्रा अधिक होती है, जो इसे सेहत के लिए फायदेमंद बनाता है। आइए जानते हैं इस सुपरफूड के बारे में सब कुछ।
कसावा एक जड़ वाली सब्जी है जो बिलकुल शकरकंद की तरह है और यह कम पानी में उगाई जाती है। सामान्य तौर पर यह गर्म स्थानों में पाया जाता है और घर में इस्तेमाल किया जाने वाला साबूदाना इसी के पाउडर से बनाया जाता है।
कसावा में कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं जैसे- कैल्शियम, फास्फोरस, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, आयरन आदि। कसावा अगर एक संतुलित मात्रा में लिया जाए तो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। तो, आइये जानते हैं इसके कुछ स्वास्थ्य लाभ।
कसावा पाचन क्रिया के लिए सहायक माना जाता है। कसावा में मौजूद तत्व पेट में जीवाणु की सक्रियता को बढ़ाने में मदद करते हैं। साथ ही, चयापचय प्रक्रिया को भी प्रभावित करते हैं। कसावा में फाइबर उच्च मात्रा में पाए जाते हैं। इसलिए ये पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है।
अगर कोई व्यक्ति मोटापे से परेशान है और वज़न घटाने की कोशिश कर रहा है, तो उसके लिए कसावा अपने आहार में शामिल करना फायदेमंद साबित हो सकता है। इसमें कुछ ऐसे तत्व मौजूद होते हैं, जो भूख को कम करने में मदद करते हैं। इससे बार-बार खाने की इच्छा पर नियंत्रण लगता है और वजन कम करने में मदद मिलती है।
कसावा में फाइटेट(Phytate) और टैनिन(Tannins) नाम के दो एंटी-न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं। इनकी मौजूदगी कसावा को सेहत के लिए फायदेमंद बनती है। ये एंटी-न्यूट्रिएंट्स, शरीर में ब्लड ग्लूकोज और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को नियंत्रित करते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
कसावा में स्टार्च की मात्रा ज्यादा होती है इसलिए, पाचन प्रक्रिया में मदद मिलती है। साथ ही ये टाइप 2 मधुमेह के जोखिम को कम करने के लिए भी जाना जाता है। इसमें मौजूद स्टार्च आपकी गट हेल्थ के लिए अच्छा है और ये शरीर में ब्लड शुगर लेवल को भी नियंत्रित करता है।
तकरीबन 100 ग्राम कसावा में 112 कैलोरीज होती हैं, जो अन्य जड़ वाली सब्जियों की तुलना में काफी ज्यादा है। उदाहरण के लिए, 100 ग्राम शकरकंद में 76 कैलोरीज होती हैं और चुकंदर में 44 ग्राम इसलिए, इसे मॉडरेशन में ही खाएं।
इसे कच्चा या बिना छीले नही खाना चाहिए, क्योंकि ये कुछ लोगों के लिए एलर्जिक साबित हो सकता है।
इसे जब भी खाएं छील कर ही खाएं, क्योंकि इसका छिलका नुकसानदायक हो सकता है।
छील कर इसे एक रात भिगोने के लिए रख दें, ऐसा करने से इसके सारे विषाणु निकल जायेंगे।
कसावा को अच्छी तरह पकाकर खाएं, जैसे उबालकर, भूनकर या बेक करके। सबसे ज्यादा जरूरी है कि इसका सीमित मात्रा में ही सेवन करें।
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