2020 एक ऐसा वर्ष था जिसके बारे में बात करने के लिए वास्तव में हमारे पास बहुत कुछ नहीं है (या शायद हमारे पास कहने के लिए बहुत कुछ था)। क्योंकि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि किसी भी वर्ष ने हमारे दिमाग पर इतना गहरा प्रभाव छोड़ा हो़। फिर भी, इसने हमें कई तरह के फूड ट्रेंड से परिचित करवाया है। यह कहना भी गलत नहीं होगा कि हमने इस दौरान काफी अजीबो गरीब चीजें ट्राय की हैं।
अजवाइन के रस से लेकर डालगोना कॉफी, केला से लेकर ब्रेड तक सब कुछ ग्लूटन फ्री करने के लिए, यह एक ऐसा साल था, जिसमें सभी प्रयोग उच्च स्तर पर किए गए। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि सभी ट्रेंड्स ने 100 अंक प्राप्त किए। कुछ ऐसे भी थे, जो बहुत कारगर नहीं थे और हमें लगता है कि उन्हें अगले साल का हिस्सा नहीं होना चाहिए।
हम जानते हैं कि आप इनके बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं। तो अब और इंतजार नहीं करते हैं, और 2020 के इन सबसे खराब फूड ट्रेंड्स के बारे में बात करते हैं।
इस साल ग्लूटन फ्री फूड की अधिकता रही है। बेशक, ग्लूटन फ्री फूड उन लोगों के लिए महत्वपर्ण है जो सीलिएक रोग से पीड़ित हैं। लेकिन दूसरों के लिए आप खुद को उस आनंद से वंचित क्यों करना चाहती हैं, जो फ्रेश बेक्ड ब्रेड आपको प्रदान करती है? यह एक नशे की लत की तरह है जिससे कोई इनकार नहीं कर सकता है। लेकिन मॉडरेशन में इसका सेवन करना बुरा नहीं है।
इसके अलावा आपको विश्वास दिलाकर कि ग्लूटन फ्री आटा आपके लिए अच्छा है, आपको मूर्ख भी बनाया जा सकता है। लेकिन वास्तव में वह नियमित आटे की तरह ही होता है। साथ ही वह शुगर और कार्ब्स से भरपूर होता है। ऐसे में यदि आप अभी भी ग्लूट्न फ्री आटे की ओर जाना चाहती हैं, तो यह आपकी अपनी पसंद है। बाकी, आप इसे छोड़ सकती हैं।
हमें लगता है कि यह प्रवृत्ति पूरी तरह से हास्यास्पद है और इसे दूर किया जाना चाहिए। पशुओं से मिलने वाला फैट सेचुरेटिड फैट से भरपूर होता है। लेकिन प्लांट-आधारित विकल्पों में चीनी, वसा और सोडियम की अधिक मात्रा होती है। ताकि उनके स्वाद और बनावट को बेहतर बनाया जा सके।
प्लांट बेस्ड फूड के अपने अलग फायदे हैं। लेकिन इनके स्वाद और बनावट के साथ की गई छेड़छाड़ स्पष्ट रूप से स्वस्थ नहीं है। आपने कभी यह महसूस नहीं किया है, लेकिन आप स्वस्थ भोजन की आड़ में अधिक ट्रांस और सेचुरेटिड फैट का सेवन कर सकती हैं।
चलिए मान लेतें है कि हमें अजवाइन बहुत पसंद है, जो कि वास्तव में हो भी सकता है। लेकिन इसका हर चीज में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। एक महिला वास्तव में अधिक मात्रा में अजवाइन का सेवन नहीं कर सकती।
अपने माइक्रोन्यूट्रेंट्स की उदार मात्रा के कारण हमें यह फूड बहुत पसंद है, जिसमें बहुत सारे फ्लेवोनोइड भी शामिल होते हैं। ये पौधे के यौगिक हैं, जो हमारे शरीर में एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करते हैं और सूजन को कम करते हैं।
लेकिन दुर्भाग्य से, अजवाइन को कैंसर को ठीक करने के लिए बताया जा रहा है। जबकि किसी भी वैज्ञानिक या अध्ययन ने इस बात की पुष्टि नहीं की है। ऐसे में यह बेहद खतरनाक हो सकता है। तो लेडीज अजवाइन का अपनी जरूरत के अनुसार आनंद लें, लेकिन ओवरबोर्ड न जाएं।
हमें लगता है कि प्रोबायोटिक्स हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद और महत्वपूर्ण हैं। लेकिन इस बात का मतलब यह नहीं है कि आप चॉकलेट या पॉपकॉर्न के रूप में इसका सेवन करें। हमें लगता है कि यह फायदेमंद है और वास्तव में है भी। क्योंकि चॉकलेट को अपने कड़वे स्वाद के लिए बेहतरीन माना जाता है, और कोम्बुचा जो कि अब हर जगह उपलब्ध है, शुगर से भरपूर होता है।
यह सब कुछ वास्तव में प्रोबायोटिक्स को शामिल करने के लिए कोई बड़ी उपलब्धि नहीं है। इसलिए कृपया लेडीज, इस फूड ट्रेंड से अभी छुटकारा पाएं।
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