ट्राइ कलर रेसिपीज़ के बारे में तो आपने खूब सुना होगा। मगर ट्राइ कलर सब्जियों(tri color vegetables and fruits) के गुणों का वर्गीकरण कभी किया है आपने। संतरी या नारंगी, सफेद और हरी इन रंगों में बहुत सी सब्जियां बाज़ार में उपलब्ध है। आप जानकर हैरान होंगे कि एक जैसे रंगों की ही भांति एक जैसे गुण भी इन सब्जियों में मौजूद होते हैं। इस बारे में मनिपाल हास्पिटल गाज़ियाबाद में हेड ऑफ न्यूट्रीशन और डाइटेटिक्स डॉ अदिति शर्मा जानकारी दे रही है कि किस रंग की सब्जियां किन गुणों से परिपूर्ण हैं (Health benefits of tricolor fruits and veggies) ।
संतरी रंग के फ्रूटस और वेजिटेबल्स हमारी भूख को अचानक बढ़ाने का काम करते है। दरअसल, ऐसे खाद्य पदार्थों में अल्फा और बीटा कैरोटीन के गुण पाए जाते हैं। जो बाद में विटामिन ए का रूप ले लेते हैं। उन्हें ये रंग इन्ही पोषक तत्वों के कारण प्राप्त होता है।
ये हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक सिद्ध होते है। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता से लेकर हमारी बोन्स, हाई हेल्थ और यहां तक कि कैंसर की आंशका पर भी विराम लागने का काम करते हैं। जोड़ों और हड्डियों के लिए अच्छा हैए आंखों के स्वास्थ्य का समर्थन करता हैए और हृदय रोग और कैंसर के जोखिम को कम करता है।
पीले रंग खाद्य पदार्थों में नारंगी रंग के खाद्य पदार्थों के समान लाभ होते हैं। संतरी और नारंगी रंग के खाद्य पदार्थों में संतरा, किन्नू, कमरख, कद्दू, पपीता और खुबानी शामिल है।
लाल और नारंगी या संतरी रंग की फल और सब्जियांं में विटामिन सी सबसे ज्यादा पाया जाता हैं। अगर आप आधा कप लाल शिमला मिर्च अपनी डाइट में शामिल करते हैं, तो इससे आपको 95 मिलीग्राम विटामिन सी की प्राप्ति होती है। ये वेल्यू एक मीडियम आकार के संतरे से लगभग 25 मिलीग्राम ज्यादा है।
वहीं एक कप स्ट्रॉबेरी में 85 मिलीग्राम विटामिन सी मिलता है। ऐसा नहीं है कि जो सब्जियां लाल और नारंगी नहीं है, वे विटामिन से भरपूर नहीं है। मगर इन सब्जियों में इस विशेष पोषक तत्व की मात्रा ज्यादा होती है।
नारंगी या संतरी रंग ऊर्जा का प्रतीक है। संतरे और गाजर का जूस शरीर को एक्टिव रखता है और एनर्जी बूस्टर का काम करता है।
एंटी इंफलामेंटरी गुणों सें भपूर सफेद रंग खाद्य पदार्थ शरीर के अंगों में आने वाली सूजन को कम करने का काम करते हैं। इसके अलावा कैंसर से बचाती हैं और कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी नियंत्रण में रखती हैं। मशरूम, लहसुन, केले, सफेद प्याज, आलू, पनीर, मूली और चावल समेत इन सभी सफेद खाद्य पदार्र्थों में कार्बोहाइड्रेट और फाइबर प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इन फूडस में एंथोक्सैंथिन पाया जाता है, तो आपके ब्लडप्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार साबित होता हैं।
ये सब्जियां देखने में भले ही कलरलेस लगें। मगर ये कई प्राकर के पाष्टिक मूल्यों से समृद्ध है। विशेषतौर से फूलगोभी और शलजम में ग्लूकोसाइनोलेट्स नामक पौष्ठिक तत्व पाया जाता है। जो कैंसर से हमारे शरीर की रक्षा करता है। वहीं लहसुन और प्याज में पॉलीफेनोल्स नाम के एंटीऑक्सिडेंटस पाए जाते हैं। वहीं सफेद बीन्स में प्रोटीन और फाइबर के गुण पाए जाते हैं। साथ ही पोटेशियम और आयरन भी मिलता हैं।
द एवरीथिंग वेगन प्रेग्नेंसी बुक के लेखक और पोषण विशेषज्ञ रीड मैंगेल्स के मुताबिक अगर आप आयरन डैफिशेंसी से गुज़र रहे हैं, तो हरी सब्जियां एक बेहतर विकल्प है।
शरीर में आयरन को बढ़ाने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें। जहां एक तरफ आधा कप पालक में 3.2 मिलीग्राम आयरन होता है। वहीं, मटर, साग और लीमा बीन्स भी आयरन के मुख्य स्त्रोत माने जाते हैं। शरीर में आयरन की कमी को पूरा करने में पत्तेदार सब्जियों को डेली डाईट का हिस्सा बनाएं।
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कस्टमाइज़ करेंइसके अलावा उन्हें पराठों में स्टफिंग, सूप या पास्ता में एड करके खा सकते हैं।
हरा रंग स्वस्थ जीवन को दर्शाता है। सेहतमंद होने की बात जब भी आती है, तो हरी सब्जियों का जिक्र सबसे पहले आता है। हरी सब्जियां शरीर के सभी अंगों के फायदेमंद होती है।
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