गर्मियों के आगमन के साथ पेय पदार्थों की डिमांड अपने आप बढ़ जाती है। चिलचिलाती गर्मी में शरीर को ठंडक पहुंचाने के लिए हम कई प्रकार के ड्रिंक्स पीते हैं। अगर आप अपनी प्यास बुझाने के लिए किसी हेल्दी और सात्विक पेय की तलाश में हैं। छाछ से बढ़िया कोई और विकल्प नहीं हो सकता। यह न केवल शरीर को डिहाईड्रेशन से बचाने का कारगर उपाय है, बल्कि एसिडिटी और ब्लोटिंग का भी समाधान है। आइए जानते हैं हर रोज मसाला छाछ पीने के फायदे और घर पर इसे तैयार करने का हेल्दी तरीका (Benefits of buttermilk) ।
देशभर में बटरमिल्क को लोग पीना खूब पसंद करते हैं। उत्तरी भारत के इलाकों में जहां बटरमिल्क को छाछ कहकर पुकारा जाता है। वहीं तमिलनाडू में इसे मोर, केरला में मोरू, पश्चिमी बंगाल में घोल और कन्नड़ व तेलुगू में मजीगे कहकर पुकारा जाता है।
इस बारे में न्यूट्रिशनल एज की क्लीनिकल डायटीशियन, शिविका गांधी का कहना है कि छाछ एक ऐसा डेयरी प्रोडक्ट है, जो कैल्शियम और प्रोटीन से भरपूर है। छाछ में लैक्टिक एसिड पाया जाता है, इसकी लैक्टोज सामग्री को पचाने में आसान बनाता है। आंत के स्वास्थ्य के लिए छाछ एक वरदान है क्योंकि ये डाइजेशनल में बहुत मदद करता है।
इसमें मौजूद एसिड आपके पेट को साफ करने में मदद करता है। छाछ का नियमित सेवन पेट की कई बीमारियों जैसे आंत्र सिंड्रोम, पेट में संक्रमण और कब्ज को कम करने में मदद करता है।
ड्रग रिसर्च के मुताबिक करीबन 281.75 मिलीग्राम और 208.25 मिलीग्राम प्रति 100 ग्राम हाई कैल्शियम और फास्फोरस तत्व से भरपूर छाछ बोन्स की हेल्थ को मजबूत करने का काम करते है। इसमें 1.30 एमसीजी विटामिन डी भी समान मात्रा में होता हैए जो हड्डियों के स्वास्थ्य का समर्थन करता है।
छाछ में पाए जाने वाले मिनरल्स हड्डियों को बनाए रखने और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी स्थितियों को रोकने में मददगार साबित होते है। कैल्शियम और फास्फोरस को डज्ञइट में शामिल करने से 45 फीसदी तक ऑस्टियोपोरोसिस के विकास का खतरा टल जाता है।
110 कैलोरीज़
3 ग्राम फैट
9 ग्राम प्रोटीन
13 ग्राम कार्बोहाइडेटस
12 ग्राम शुगर
यहां जानिए हर रोज छाछ पीने के फायदे
पीरियोडोंटल नाम के बैक्टीरिया मसूड़ों में आने वाली सूजन का कारण साबित होते हैं। इस स्थिति को पीरियडोंटाइटिस कहा जाता है। एंटी इंफलामेंटरी गुणों के कारण छाछ सूजन को कम करने का काम करती हैं। छाछ से मिलने वाला कैल्शियम दांतों को मज़बूत बनाने का काम करते हैं। इसमें पाया जाने वाले फास्फोरस टीथ को हेल्दी रखने का काम करते हैं।
अगर आप छाछ को अपनी डाइट में शामिल करती हैं, तो इससे शरीर को रिवोफलेविन नाम का विटामिन शरीर को प्राप्त होता है। इससे न केवल शरीर को ताकत मिलती है बल्कि बॉडी ग्रोथ के लिए भी फायदेमंद है। विटामिन बी 2 के नाम से मशहूर रिवोफलेविन आपके शरीर में जमा गंदगी को बाहर निकालने का काम करता है।
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कस्टमाइज़ करेंगर्मियों में खासतौर से डेली डाइट में बटरमिल्क एड करके शरीर को हेल्दी रखा जा सकता है। इसके अलावा विटामिन बी 2 लीवर को भी हेल्दी रखने का काम करता है। रिपोफलेविन शरीर में मौजूद अमीनो एसिड्स को रेगयुलेट करने का भी काम करता है।
हैवी मील्स के बाद हमें शरीर में भारीपन या ब्लोटिंग की शिकायत महसूस होने लगती है। ऐसे में एक गिलास छाछ को पीने से खाना डाइजेस्ट होने लगता है। इससे शरीर हल्का महसूस होने लगता है। छाछ हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम को मज़बूत करने का काम करते हैं। इसके सेवन से कॉस्टिपेशन की समस्या अपने आप हल होने लगती है।
बटरमिल्क से हमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम की प्राप्ति होती है। इससे हमारी हड्डियां और दांत मज़बूत बनते है। साथ ही खून में भी कैल्शियम की कमी को पूरा करके एक मिनरल का रूप ले लेता है।
दही एक कटोरी
पानी एक गिलास
भुने हुए जीरे का पाउडर
कटी हुई धनिया पत्ती
अदरक कसा हुआ
काली मिर्च एक चुटकी
नमक स्वादानुसार
इसे बनाने के लिए सबसे पहले दही को ब्लैण्डर में डालकर पतला घोल बना लें। इसमें पानी को मिला लें और दोबारा से मिक्स करें। ध्यान रखें कि इसमें कोई लम्प न रहे।
इसके बाद भुना जीरा पाउडर, कटी धनिया पत्ती, काली मिर्च, ग्राइंड किया अदरक और नमक डालकर एक बार दोबारा से ब्लैण्ड करें।
आप चाहे, तो इसमें स्वाद के लिए हाला नमक भी डाल सकते हैं।
अब इसमें आवश्यकतानुसार ठण्डा पानी या सिर्फ बर्फ मिला दें। अब इस 10 से 15 मिनट के लिए रख दें। उसके बाद पुदीने की पत्तियों को डालकर सर्व करें।
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