प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स से भरपूर काजू शरीर में पोषण बढ़ाने में मददगार साबित होता है। पौष्टिक तत्वों से भरपूर काजू को आप कई प्रकार से अपने आहार में सम्मिलित कर सकते है। दूध में भिगोकर रखने से ये शरीर को कई समस्याओं से जोखिम से बचाता है। दूध में भिगोकर काजू नरम पड़ने लगते हैं, जो पचने में आसान हो जाते हैं। वहीं दूध भी कई फायदों से भरपूर हो जाता(Soaked cashews in milk) है।
इस बारे में सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट श्वेता शाह का कहना है काजू में मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड (Monounsaturated fatty acid) पाया जाता हैं। जो कोरोनरी हृदय रोगों को उत्पन्न होने से रोकता है। साथ ही ब्लड में बैड कोलेस्ट्रॉल (Bad Cholestrol) के स्तर को भी गिराता है। इसमें आयरन और जिंक पाया जाता है। एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होने के चलते ये हमारी प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है।
कैशयू मिल्क में कैल्शियम, आयरन और विटामिन्स की भरपूर मात्रा पाई जाती है। इसके सेवन से लैक्टोज इंटोलरेंस की समस्या से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा ये लो कैलोरी मिल्क हड्डियों को मज़बूत बनाता है और ओस्टियोपिरोसिस के जोखिम को भी कम करता है। एक कप मिल्क में पाया जाने वाला 0.5 मिलीग्राम आयरन शरीर में खून की कमी को पूरा करने का काम करता है।
कैलोरीज़ 25
प्रोटीन 1 ग्राम से कम
फैट 2 ग्राम
कार्ब्स 1 ग्राम
फाईबर 0
शुगर 0
इस प्लांट बेस्ड मिल्क में पॉलीअनसेचुरेटेड और मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड भरपूर मात्रा में होता है। जो अनहेल्दी फैट्स की तुलना में शरीर को पोषण प्रदान करते हैं। साथ ही हार्ट डिजीज़ की संभावना कम हो जाती है। इसके सेवन से शरीर में पोटेशियम और मैग्नीशियम की कमी दूर होने लगती है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक पोटेशियम इनटेक बढ़ाने से शरीर में स्ट्रोक का खतरा 24 फीसदी तक कम हो जाता है। पोटेशियम का सेवन करने से हाई ब्लडप्रेशर को आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है।
काजू का दूध पीने से ब्लड शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है। इससे डायबिटीज़ के शिकार लोगों को बेहद फायदा मिलता है। दरअसल, इसमें इस प्रकार के कंपाउड होते हैं, जो ग्लूकोज के स्तर को बनाए रखता है। ये दूध लैक्टोज मुक्त होने के चलते इसमें कार्ब्स की मात्रा कम होती हैं। गाय के दूध के स्थान पर इसका उपयोग मधुमेह वाले लोगों में ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखने में मदद करता है।
इस बारे में सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट श्वेता शाह का कहना है काजू में मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में होता है। काजू को दूध में भिगोका खाने से मैग्नीशियम की प्राप्ति होती है। इससे शरीर को पोषण मिलता है। ये नर्वस सिस्टम को बनाए रखने के अलावा शरीर को तनाव और चिंता से मुक्त रखने का कमा करता है।
ओवरनाइट दूध में सोक करके काजू को रखने से दूध में कैल्शियम की मात्रा में बढ़ोतरी होती है। साथ ही शरीर को विटामिन के और विटामिन बी6 की प्राप्ति होती है। इससे जोड़ों में महसूस होने वाली दर्द और ऐंठन से मुक्ति मिल जाती है। जो लोग घुटनों और कमर दर्द से परेशान है। उनके लिए ये दूध बेहद लाभदायक है।
एक जग दूध में मुट्ठी भर काजू ओवर नाईट सोक करें। उसके बाद काजू को दूध में रहने दें और दूध को बॉइल कर लें। उसके बाद नरम हो चुके काजू के टुकड़ों को खा लें और दूध को पी लें। एक समय में काजू को अत्यधिक मात्रा में खाने से बचें। इससे शरीर में गर्मी होने की संभावना रहती है। समर्स में इसका सीमित मात्रा में ही सेवन करें। दोनों चीजें कम कैलोरी और हेल्दी में भरपूर हैं।
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