आजकल प्लांट बेस्ड मिल्क (Plant based milk) कई डाइट्स का हिस्सा हैं। जो लोग वीगन (Vegan) हैं, वे इन दूध का इस्तेमाल करते हैं। यदि आप भी वीगन हैं, तो आपने भी कई तरह के दूध ट्राई किए होंगे जैसे – आल्मंड मिल्क (Almond Milk), सोय मिल्क (Soya Milk) या कोकोनट मिल्क (Coconut Milk)। मगर इन सभी में से ज़्यादा पौष्टिक एक और दूध भी है, जो इतना पोपुलर नहीं है, लेकिन बेहद फायदेमंद है।
हम बात कर रहे हैं ओट मिल्क (Oat Milk) की, जो ओट्स से बनता है और इसे बनाना काफी आसान है। इतना ही नहीं, यह स्वादिष्ट भी होता है और अन्य दूध के मुक़ाबले ज़्यादा पौष्टिक भी, तो चलिये जानते हैं ओट मिल्क के कुछ पोषक तत्वों के बारे में –
अमेरिका कृषि विभाग के अनुसार एक कप (240 ml) ओट्स मिल्क में
कैलोरी: 120
प्रोटीन: 3 ग्राम
वसा: 5 ग्राम
कार्ब्स: 16 ग्राम
आहार फाइबर: 2 ग्राम
विटामिन बी12: दैनिक मूल्य का 50%
राइबोफ्लेविन: 45%
कैल्शियम: 25%
फास्फोरस: 20%
विटामिन डी: 20%
विटामिन ए: 20%
पोटेशियम: 8%
आयरन: 2%
ओट मिल्क (Oat Milk) में आमतौर पर बादाम, सोया और गाय के दूध की तुलना में अधिक कैलोरी, कार्ब्स और फाइबर होता है। यह सोया और डेयरी किस्मों की तुलना में कम प्रोटीन प्रदान करता है। इसके अलावा, ओट मिल्क में बादाम के दूध की तुलना में अधिक बी विटामिन होते हैं, जबकि बादाम के दूध में अधिक विटामिन ई होता है। ओट मिल्क पोषक तत्वों का एक समृद्ध स्रोत है। इसमें बादाम, सोया और गाय के दूध की तुलना में अधिक कैलोरी, कार्ब्स और फाइबर होता है, लेकिन इसमें सोया और डेयरी दूध की तुलना में कम प्रोटीन होता है।
ओट मिल्क में गाय के दूध की तुलना में दोगुना फाइबर होता है। जिसकी वजह से यह आहार में फाइबर जोड़ने का एक उत्कृष्ट विकल्प बनाता है। इस दूध का नियमित सेवन करने से शरीर की स्वाभाविक रूप से खुद को ठीक करने की क्षमता में सुधार होता है।
बीटा ग्लूकन घुलनशील फाइबर गटमें कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को धीमा कर देता है, जिससे रक्त प्रवाह में चीनी की धीमी आपूर्ति होती है। टाइप 2 मधुमेह के रोगियों के लिए एक यह बहुत स्वस्थ विकल्प है।
इस सुपर वेजिटेबल मिल्क में मिनरल्स पोटैशियम, मैग्नीशियम और जिंक सभी शामिल हैं। स्वस्थ हड्डियों के निर्माण और मजबूती के लिए सूक्ष्म पोषक तत्वों के लिए तीनों खनिज महत्वपूर्ण हैं।
ओट मिल्क में बी विटामिन थायमिन और फोलेट होता है, जो ऊर्जा के लिए कार्बोहाइड्रेट (थायमिन) के टूटने और लाल रक्त कोशिकाओं (फोलेट) के सामान्य कार्य का समर्थन करता है।
ओट्स को कम से कम 30 मिनट के लिए पानी में भिगो दें।
अब इन्हें अच्छे से निथार कर धो लें।
ओट्स, 4 कप साफ पानी और बाकी सभी सामग्री को एक ब्लेंडर में डालें और चिकना होने तक ब्लेंड करें।
एक छलनी का उपयोग करके दूध को छान लें।
अपने ओट मिल्क को गर्म या ठंडा परोसें।
ओट्स पानी को बहुत अच्छी तरह से अवशोषित करते हैं। जिसके परिणामस्वरूप, अधिक मैक्रोन्यूट्रिएंट्स और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स दूध में आ जाते हैं जिससे पौष्टिक, मलाईदार, मीठा स्वाद वाला डेयरी मुक्त दूध मिलता है।
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