कब्ज, खून की कमी, हृदय संबंधी समस्या, हड्डियों में दर्द की शिकायत, आजकल बेहद आम चुकी हैं। इन समस्यायों के पीछे हम सभी की लापरवाही जैसे कि खानपान के प्रति बरती गई लापरवाही और नियमित जीवनशैली की गलतियां शामिल हैं। ऐसे में शारीरिक गतिविधियों पर ध्यान देने के साथ ही खानपान के प्रति विशेष सावधानी बरतना जरूरी है। पोषक तत्वों से भरपूर आलूबुखारा जिसकी ड्राइड फॉर्म को “prune” भी कहा जाता है, नियमित रूप से इनके जूस का सेवन आपकी सेहत के लिए कमाल कर सकता है। यह शरीर में खून बनाने के साथ ही तमाम अन्य शारीरिक समस्याओं में कारगर होते हैं।
आलूबुखारे के उचित स्वास्थ्य लाभ का पता लगाने के लिए हेल्थ शॉट्स ने न्यूट्रीफाई बाई पूनम डाइट एंड वेलनेस क्लिनिक एंड एकेडमी की डायरेक्टर, डॉक्टर पूनम दुनेजा से बात की। न्यूट्रीशनिस्ट ने आलूबुखारे के जूस के कई महत्वपूर्ण फायदे बताए हैं (prune juice benefits)। तो चलिए जानते हैं, इस बारे में अधिक विस्तार से।
ड्राइ आलूबुखारे के जूस के सेवन से पाचन क्रिया संतुलित रहती है। आलूबुखारा में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो इसे पाचन क्रिया के लिए बेहद खास बना देते हैं। आलूबुखारे का जूस कब्ज की स्थिति में कारगर होता है। कब्ज की समस्या खासकर अधिक उम्र के लोगों के साथ ही छोटे बच्चों को भी परेशान कर देती है। ऐसे में फाइबर के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण विटामिन और मिनरल से भरपूर आलूबुखारे का जूस कब्ज से राहत प्रदान करेगा।
शरीर में रेड ब्लड सेल्स की कमी होने से एनीमिया की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, ऐसे में शरीर में आयरन की पर्याप्त मात्रा को बनाए रखना जरूरी है। सांस लेने में तकलीफ होना, बार-बार थकान का एहसास, यह सभी एनीमिया के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं, इन्हें भूलकर भी नजरअंदाज न करें। आलू बुखारे के जूस में पर्याप्त मात्रा में आयरन पाया जाता है, जो शरीर में आयरन डिफिशिएंसी से लड़ने में आपकी मदद करता है।
प्रून जूस में पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। पोटेशियम ब्लड में सोडियम के स्तर को संतुलित रखता है, और एंटीऑक्सिडेंट शरीर में फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम करने में मदद करते हैं। साथ ही इसका सेवन कोलेस्ट्रॉल को कम करने और हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) को संतुलित रखने में मदद करता है। यह हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
परंपरागत रूप से, हेपेटाइटिस और जॉन्डिस सहित लिवर संबंधी बीमारी से पीड़ित लोगों के इलाज के रूप में आलूबुखारा के रस का सेवन किया जाता था। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार आलूबुखारा का रस लिवर स्वास्थ्य समस्याओं से ब्लड में कुछ हानिकारक रसायनों को कम करने में मदद करता है।
1 कप पानी
5 सूखे आलूबुखारे
1 चम्मच गुड़
ड्राई आलूबुखारे को आधे कप पानी में भिगोकर छोड़ दें।
भिगोए हुए आलू बुखारे को मिक्सर जार में डाल दें।
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कस्टमाइज़ करेंअब इसमें 1 गिलास पानी डालें, ऊपर से गुड डाल दें और इन्हें अच्छी तरह से ब्लेंड करें।
अब इसे छननी से छानकर जूस को अलग कर लें और इसे एन्जॉय करें।