क्या आपने कभी पहले आइस एप्प्ले (Ice apple) के बारे में सुना है? शायद आप ये जानने के लिए पहले उत्सुक होंगे कि ये किससे संबंधित है। वैसे ये फल दक्षिण भारत में पाया जाता है। इसे तमिल में ‘नंगु’ के नाम से जाना जाता है और आमतौर पर इसे ‘ताडगोला’ भी कहा जाता है। बर्फीला सेब (आइस एप्पल) शरीर को ठंडक देता है, जिस कारण इसे गर्मियों का एक आदर्श फल माना जाता है।
आइस एप्पल (Ice Apple) आवश्यक पोषक तत्वों जैसे कार्बोहाइड्रेट, फाइटोन्यूट्रिएंट्स और कैल्शियम से भरे होते हैं। कम कैलोरी वाले इस फल में फाइबर, प्रोटीन और विटामिन सी, ए, ई और के भी पाया जाता हैं। इसके अतिरिक्त, इसमें आयरन, पोटेशियम, जस्ता और फास्फोरस जैसे खनिज भी शामिल हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि ये सबसे सही और अच्छा फल माना जाता है!
तपती गर्मी के दिनों में शरीर को हाइड्रेट करने के लिए इसका सेवन किया जा सकता है। ऐसी स्थिति में, आइस एप्पल खाना चाहिए, जिससे शरीर में प्राकृतिक रूप से ठंडक और शरीर हाइड्रेट रहे।
हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) को अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने और रोगों को कम करने के लिए विटामिन और खनिजों की आवश्यकता होती है। इसलिए, ताड़ गोला या आइस एप्पल एक बढ़िया विकल्प है। ये विटामिन और खनिजों से भरा होता है, जो एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) के लिए आवश्यक हैं। बर्फीले सेब प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) की रक्षा करने में सहायक होते हैं।
यदि आप नियमित रूप से पेट की बीमारियों जैसे कब्ज, सूजन और मतली का सामना करते हैं, तो आपको निश्चित रूप से आइस एप्पल का सेवन करना चाहिए। ये पाचन से संबंधित समस्याओं को ठीक करने के लिए एक प्रभावी प्राकृतिक उपचार है।
जी हां, आइस एप्पल में फाइटोकेमिकल्स की उपस्थिति के कारण ये उम्र बढ़ने की प्रक्रिया में देरी करता हैं। क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं।
आइस एप्पल वजन कम करने में मददगार होता है। खासकर यदि आप अपना वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं, तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फलों में पानी की उपस्थिति शरीर को ज्यादा न खाने की भावना को बनाए रखने में मदद करती है। जिस कारण आप खाना कम खाते हैं। इसके अलावा, ये एक कम कैलोरी वाला फल है, जो आपको कैलोरी की गिनती में शामिल किए बिना आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है।
यदि आपकी त्वचा पर चकत्ते और जलन जैसी समस्या है, जो गर्मियों में त्वचा की काफी आम समस्याएं हैं। जिस जगह चकत्ते पड़े है उस जगह बर्फीले सेब को लगाने से त्वचा की खुजली दूर होती है और जल्द ही सुधार आता।
गर्भावस्था में पेट दर्द और क्रैंप्स (cramps) आम हैं। अगर आप आहार में आइस एप्पल को शामिल करेंगी, तो आपकी पाचन संबंधी छोटी-मोटी समस्याएं दूर हो जाएंगी। ये मतली (nausea) को भी कम करता है, जो गर्भावस्था में आम बात है। इसके अलावा, ये बहुत पौष्टिक है और स्तनपान कराने वाली मां के स्तन के दूध की गुणवत्ता में सुधार लाता है।
ताड़ गोला (आइस एप्पल) पोटेशियम से भरपूर होता है, जो लीवर को सभी तरह के नुकसान से बचाने में मदद करता है। इसके अलावा, ये आपके लीवर सिस्टम से जहरीले पदार्थों को साफ करने में भी मदद करता है जो लीवर स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
तो, लेडीज, अपने आपको इस गर्मी में आइस एप्पल के साथ खुद को हाइड्रेट रखना चाहिए!
इसे भी पढ़ें-मोटापा कम करना चाहती हैं, तो इन 5 सुपरफूड्स को करें अपनी डाइट लिस्ट में शामिल
डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।