हम सभी आमतौर पर चिकन के अंडे का सेवन करते हैं और इसे तरह-तरह के व्यंजनों को बनाने में भी इस्तेमाल करते हैं। चिकन का अंडा आमतौर पर सभी घरों में नियमित रूप से ब्रेकफास्ट में इस्तेमाल किया जाता है, खासकर जो लोग जिम करते हैं वे अधिक मात्रा में इसका सेवन करते हैं। हालांकि, इसके अलावा भी कई अन्य प्रकार के अंडे (different types of egg) हैं, जिनमें कई ऐसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए जरूरी होते हैं।
आइए आज एग डे के मौके पर अंडे की गुणवत्ता को सेलिब्रेट करते हैं। हालांकि, आमतौर पर एग डे मुर्गी के अंडों को समर्पित है, पर दुनिया भर में लोग और भी प्रकार के अंडे खाते हैं। तो चलिए जानते हैं, ऐसे ही कुछ खास और पौष्टिक अंडों के बारे में जिनका सेवन आपकी सेहत को बढ़ावा देता है।
हेल्थ शॉट्स ने इस विषय पर डाइटिशियन नेहा पठानिया से बात की। डाइटिशियन ने अलग-अलग प्रकार के कुछ पोष्टिक अंडों के बारे में बताया है। तो चलिए जानते हैं, ये अंडे आखिर सेहत के लिए किस तरह फायदेमंद होते हैं।
वर्ल्ड एग डे को हर साल अक्टूबर महीने के दूसरे फ्राइडे को सेलिब्रेट किया जाता है। इस वर्ष इसे 13 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। इस दिन को सेलिब्रेट करने का उद्देश्य लोगों को अंडे के पोषक तत्वों सहित इसे खाने के फायदे के प्रति जागरूक करना है।
मछली के अंडे में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बेहद कम होती है, साथ ही साथ इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड और कई महत्वपूर्ण फैट्स पाए जाते हैं। इस प्रकार यह ब्रेन हेल्थ को बढ़ावा देती है। वहीं सीमित मात्रा में मछली के अंदर के सेवन से हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल किया जा सकता है। इसमें मौजूद पोटैशियम और ओमेगा 3 फैटी एसिड, ब्लड क्लॉटिंग और इन्फ्लेमेशन की स्थिति में कारगर होती है।
इसमें सोडियम और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा भी पाई जाती है, इसलिए इसका सीमित सेवन करना चाहिए। वहीं मछली के अंडे इम्यूनिटी को इंप्रूव करने में मदद करते हैं। एक मजबूत प्रतीक्षा प्रणाली तमाम संक्रमण एवं शारीरिक समस्याओं से शरीर का बचाव करती हैं।
बत्तख के अंडे में पर्याप्त मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड और प्रोटीन पाया जाता है, जो इसे सेहत के लिए बेहद खास बना देते हैं। वहीं उसका आकार भी सामान्य चिकन के अंडे के आकार से लगभग 50% तक बड़ा होता है। उसके अलावा यह विटामिन B12, सेलेनियम, राइबोफ्लेविन, आयरन और विटामिन डी जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों का एक बेहतरीन स्रोत है। इसमें विटामिन सी को छोड़कर हर प्रकार के विटामिन पाए जाते हैं।
बत्तख का अंडा मांसपेशियों को बिल्ड करने में मदद करता है, साथ ही साथ मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इतना ही नहीं इसमें मौजूद विटामिन b1, एंटी स्ट्रेस विटामिन के नाम से जानी जाती है, जो त्वचा संबंधी ब्रेकआउट को कम कर देती है। वहीं त्वचा स्वस्थ को बढ़ावा देती है। हालांकि, इसमें कोलेस्ट्रॉल की अधिक मात्रा पाई जाती है, इसलिए लोगों को इसके पोर्शन साइज का ध्यान रखना चाहिए।
चिकन के अंडे बाजार में मिलने वाले सबसे कॉमन अंडों में से एक हैं। वहीं इन्हें तमाम प्रकार के व्यंजनों को बनाने में इस्तेमाल किया जाता है, खासकर बेक्ड फूड्स और ब्रेकफास्ट डिशेज में। प्रोटीन, कैल्शियम, जिंक, आयरन, केराटिनॉयड्स, विटामिन और महत्वपूर्ण मिनरल्स से भरपूर होने के साथ यह सेहत के लिए तमाम रूपों में फायदेमंद होते हैं।
इनका सेवन इम्यूनिटी को बूस्ट करता है, साथ ही साथ आंखों से जुड़ी समस्याओं के खतरे को भी कम कर देता है। इतना ही नहीं इसके नियमित सेवन से ब्रेन डेवलपमेंट में भी मदद मिलती है। वहीं बात यदि वेट लॉस और वेट गेन की करें तो चिकन का अंडा सबसे आसान और सस्ता विकल्प है।
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कस्टमाइज़ करेंबटेर के अंडे बटेर पक्षी से प्राप्त होते हैं, वे मुर्गी के अंडों की तुलना में छोटे और हल्के होते हैं जिनके छिलके पर बिंदु का चिन्ह होता है। मुर्गी के अंडे की तुलना में बटेर अधिक पौष्टिक होते हैं और सभी आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इसमें अनुशंसित दैनिक आवश्यकता से लगभग 13% अधिक प्रोटीन होता है, जो बी कॉम्प्लेक्स विटामिन विशेष रूप से थायमिन (विटामिन बी 1 का लगभग 140%) और विटामिन डी से भरपूर होता है।
बटेर अंडे आंखों की रौशनी, त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं, साथ ही यादाश्त और मस्तिष्क के कार्य को बढ़ा देता है। श्वसन स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं और इम्युनिटी को बूस्ट करते हैं।
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हंस के अंडे मुर्गी के अंडे से लगभग दोगुने आकार के, भारी, बेहतर स्वाद और अधिक प्रोटीन सामग्री वाले होते हैं। इसमें प्रोटीन, पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम, फॉस्फोरस, जिंक कॉम्प्लेक्स विटामिन होता है और यह आसानी से उपलब्ध नहीं होते। हंस के अंडा देने की क्षमता मुर्गी की तुलना में बहुत कम होती है।
एमू के अंडों का वजन लगभग 1 किलोग्राम प्रति अंडा होता है जो लगभग 10 मुर्गी अंडों के बराबर होता है। यह अलग-अलग परतों से बना होता है और इसके बाहरी आवरण की बनावट अलग होती है। यह पोषक तत्वों का एक बड़ा स्रोत है और इसमें कैलोरी भी कम है। हालांकि, यह भारत में आसानी से उपलब्ध नहीं होता, परंतु विदेश में लोग इसे बड़े चाव से खाते हैं।
शुतुरमुर्ग के अंडे सबसे भारी पक्षी के अंडे होते हैं जिनका वजन लगभग 1.3 किलोग्राम होता है, जो मुर्गी के अंडे से 20 गुना अधिक होता है। इसका बाहरी परत अधिक डेन्स होता है, जिसे तोड़ना कठिन होता है। एक शुतुरमुर्ग का अंडा 2000 कैलोरी से भरा होता है, लेकिन इसमें चिकन अंडे के समान ही प्रोटीन और फैट की मात्रा होती है।
हालांकि, शुतुरमुर्ग के अंडे का उपयोग फर्टिलिटी के उपचार और सजावट के लिए किया जाता है, और इसे भोजन के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाता है।
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