नियमित ब्लड सर्कुलेशन आपकी समग्र सेहत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। हेल्दी ब्लड सर्कुलेशन यह सुनिश्चित करता है, कि आपके शरीर के हर हिस्से तक पर्याप्त खून और ऑक्सीजन का संचार हो पाए, साथ ही शरीर के सभी फंक्शन नियमित और प्रभावी रूप से कार्य करते हैं। नियमित ब्लड सर्कुलेशन हीलिंग पॉवर को बढ़ावा देता है साथ ही यह ब्रेन को अधिक शार्प और दिल को स्वस्थ रहने में भी मदद करता है। इतना ही नहीं यह आपकी त्वचा एवं बालों की सेहत के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण होता है।
परंतु कई बार ब्लड वेसल्स के सिकुड़ जाने पर नर्व में ब्लॉकेज आ जाने पर ब्लड सर्कुलेशन पर असर पड़ता है और शरीर के सभी अंगों तक पर्याप्त मात्रा में खून नहीं पहुंचता जिसकी वजह से तमाम सेहत संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में नियमित और स्वस्थ ब्लड सर्कुलेशन के लिए इन खास खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकती हैं। तो चलिए हेल्थ शॉट्स के साथ जानते हैं ऐसे कुछ खास खाद्य पदार्थों के नाम (foods to improve blood circulation)।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार लहसुन में सल्फर कंपाउंड मौजूद होते हैं, जिसमें एलिसिन भी शामिल है। यह कंपाउंड ब्लड वेसल्स के फैलाव को बढ़ावा देते हैं और रक्त प्रवाह को नियमित और स्वस्थ रखते हैं।
प्याज भी फ्लेवोनोइड एंटीऑक्सिडेंट का एक उत्कृष्ट स्रोत है, जो रक्त प्रवाह बढ़ने पर आपकी धमनियों और नसों को चौड़ा करने में मदद करके हृदय स्वास्थ्य और परिसंचरण को लाभ पहुंचाता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार दालचीनी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के प्रभाव को कम करते हुए ब्लड वेसल्स को होने वाले नुकसान से बचाव में मदद करते हैं। नियमित सर्कुलेशन के लिए स्वस्थ रक्त वाहिकाएं आवश्यक है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार अनार पॉलीफेनॉल एंटीऑक्सीडेंट और नाइट्रेट का एक बेहतरीन स्रोत है। अनार का सेवन ब्लड फ्लो को बढ़ावा देता है जिससे मांसपेशियों के हर एक टिश्यू तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन पहुंच पाता है। ऐसे में व्यक्ति अधिक फुर्तीला और ऊर्जावान रह सकता है।
हल्दी के तमाम स्वास्थ्य लाभों में से संतुलित ब्लड फ्लो भी एक है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार सालों से आयुर्वेद और चाइनीस मेडिसिन में ब्लड वेसल्स को फैलाने के लिए और ब्लड सर्कुलेशन को इंप्रूव करने के लिए हल्दी का इस्तेमाल होता चला रहा है।
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन नामक कंपाउंड नाइट्रिक ऑक्साइड के प्रोडक्शन को बढ़ावा देते हैं साथ ही ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और इन्फ्लेमेशन को कम कर देते हैं। इस प्रकार यह हमारी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है।
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नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार बीटरूट का सेवन शरीर में हिमोग्लोबिन को बढ़ावा देता है। इसके फायदे यहीं तक सीमित नहीं हैं, इसमें पर्याप्त मात्रा में नाइट्रेट मौजूद होता है, जो शरीर में जाकर नाइट्रिक ऑक्साइड में बदल जाता है।
नाइट्रिक ऑक्साइड ब्लड वेसल्स को आराम पहुंचाते हैं और इन्हें संकुचित नहीं होने देते। ऐसे में ब्लड सर्कुलेशन इंप्रूव होता और आपके शरीर के सभी अंगों को पर्याप्त ऑक्सीजन मिल पाता है।
नींबू, ग्रेपफ्रूट, संतरा इत्यादि जैसे अन्य खट्टे फलों में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और फ्लेवोनॉयड मौजूद होते हैं। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार फ्लेवोनॉयड युक्त खट्टे फल का सेवन इन्फ्लेमेशन को कम करता है, जिससे कि ब्लड प्रेशर कम होता है और आर्टरीज पूरी तरह से रिलैक्स रहती हैं। इस प्रकार यह ब्लड फ्लो को बढ़ावा देता है और नाइट्रिक ऑक्साइड के प्रोडक्शन में मदद करता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार पालक और कोलार्ड जैसी हरी पत्तेदार सब्जियों में पर्याप्त मात्रा में नाइट्रेट्स पाया जाता है, जो शरीर में जाकर नाइट्रिक ऑक्साइड में बदल जाते हैं और ब्लड सर्कुलेशन के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।
नाइट्रेट युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन ब्लड वेसल्स को फैलाते हुए ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देता है, ऐसे में ब्लड आसानी से शरीर के सभी अंगों तक ट्रेवल कर पाता है।
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