आप फिटनेस फ्रीक हैं या डायबिटिक, हरे चने की ये 5 रेसिपीज ले आएंगी आपके भी मुंह में पानी
जाड़े के दिनों में सबसे अधिक पसंद किये जाने वाले फूड में से एक है हरा चना। हरा चना, जिसे हम आम बोल-चाल की भाषा में छोलिया भी कहते हैं। हरा छोलिया को देखकर किसी के भी मुंह में पानी आ सकता है। सचमुच हरा चना या छोलिया की रेसिपी (green chana recipes) न सिर्फ खाने में स्वादिष्ट होती है, बल्कि यह वेट लॉस, ब्लड शुगर कंट्रोल करने और हार्ट हेल्थ के लिए भी फायदेमंद है। हरा चना रेसिपी जानने से पहले इसके फायदों के बारे में जानते हैं।
हर चना के बारे में पौराणिक कहानी (green gram)
इसके बारे में एक पौराणिक कहानी मशहूर है। वह यह है कि एक बार जाड़े के दिनों में हरा चना भगवान विष्णु के पास अपनी फरियाद लेकर गया। उसने विष्णु से कहा, “ प्रभु जन्म लेने के साथ ही मुझे लोग खाने लग जाते हैं। शुरुआत में मेरे हरे पत्ते को और फिर मुझे, आगे काला चना, दाल, बेसन, सत्तु यहां तक कि मेरे पौधे जब दाने सहित सूख जाते हैं, तो उसे जलाकर दाने को चुन कर खाते हैं। इस पर विष्णु ने जवाब दिया, ‘तुम पौष्टिक होने के साथ-साथ स्वादिष्ट और दिखने में सुंदर भी हो। तुम्हें देखकर तो मुझे भी लालच आ रहा है। इसलिए तुम चले जाओ, नहीं तो मैं अभी तुम्हें खा जाऊंगा।’’
हरा चना में मौजूद होते हैं भरपूर पोषक तत्व (green gram nutritional elements)
वर्ष 2012 में ब्रिटिश जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में हरा चना पर एक रिसर्च रिपोर्ट प्रकाशित हुई। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अरविंद जुकंती और पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया विश्वविद्यालय के पूरन एम गौर ने हरा चना पर शोध किया। यह आलेख पबमेड सेंट्रल में भी प्रकाशित हुआ। इसके अनुसार हरा चना में प्रोटीन भरपूर पाया जाता है। इसमें सभी आवश्यक अमीनो एसिड की महत्वपूर्ण मात्रा होती है। कार्बोहाइड्रेट के अलावा डाइटरी फाइबर, ओलिगोसेकेराइड, ग्लूकोज और सूक्रोज जैसे सिंपल शुगर भी इसमें पाए जाते हैं।
हरा चना में महत्वपूर्ण अनसैचुरेटेड एसिड जैसे लिनोलिक और ओलिक एसिड प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। चने में β-सिटोस्टेरॉल, कैंपेस्टेरॉल और स्टिगमास्टरोल जैसे महत्वपूर्ण स्टेरोल मौजूद होते हैं। चना में राइबोफ्लेविन, नियासिन, थियामिन, फोलेट और विटामिन ए, बीटा कैरोटीन जैसे महत्वपूर्ण विटामिनों का एक अच्छा स्रोत है।
हरा चना के फायदे (green gram benefits)
इस शोध के अनुसार, यह टाइप 2 डायबिटीज, डाइजेस्टिव और कुछ कैंसर से भी बचाव कर सकता है ।
हरा चना कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) को कम करने में मदद कर सकता है। ब्लड फ्लो को सुचारू करने में मदद के साथ ही यह हार्ट हेल्थ को भी मजबूत करता है।
हरा चना में वसा और सोडियम की मात्रा कम होती है। इनमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है। इसलिए वजन प्रबंधन में भी मदद कर सकते हैं, क्योंकि चना में मौजूद फाइबर पेट को लंबे समय तक भरा रखता है।
यहां हैं हरा चना रेसिपी (green gram or chholiya recipes)
1 हरा चना सलाद (green chana salad)
बारीक कटी प्याज, हरी मिर्च, टमाटर, धनिया पत्ती, काला नमक के साथ हर चना मिक्स कर स्वादिष्ट सलाद तैयार किया जा सकता है।
2 हरा चना कटलेट (green chana cutlet)
इसके लिए हरा चना, लहसुन, अदरक और हरी मिर्च को एक साथ पीस लें।
इसमें आवश्यकतानुसार सूजी मिक्स कर लें। साथ ही बारीक धनिया पत्ती मिक्स कर लें।
पैन में 1 टीस्पून सरसों तेल गर्म कर हरे चने की तैयार कटलेट को उलटपलट कर पका लें।
गर्मागर्म धनिया की चटनी के साथ खाएं।
3 हरे चने की भुजिया (chana bhujia)
पैन में प्याज टमाटर, अदरक लहसुन का पेस्ट, हरी मिर्च, धनिया पत्ती को भून लें।
इसमें हरा चना डाल कर भूनें।
पैन को ढंककर इस मिक्सचर को 5 मिनट तक पकाएं।
4 हरे चने की करी (chana gravy)
चना में जीरा, लहसुन की 2-4 कली, 2 लौंग, 1 छोटी इलायची डाल कर पीस लें। पेस्ट सूखा रहना चाहिए।
प्याज, टमाटर, अदरक, लहसुन का पेस्ट भून लें।
इसमें चना पेस्ट डालकर थोड़ी देर भूनें।
इसमें गर्म पानी डालें। जब उबाल आने लगे तो, धनिया पत्ती, गर्म मसाला डालकर फ्लेम ऑफ़ कर दें।
5 हरे चने के पकौड़े (hara chana pakauda)
2 टीस्पून चावल आटा, 1 टीस्पून बेसन, हरी मिर्च, प्याज, अदरक लहसुन पेस्ट और हर चना मिक्स कर छोटा-छोटा पकौड़ा तल लें। एक्स्ट्रा तेल से बचने के लिए इसे पैन में भी पका सकती हैं।
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