पोषक तत्वों से भरपूर ब्लूबेरी (blueberry) देखने में जितनी खूबसूरत है, खाने में उतनी ही रेफ्रेशिंग और रस से भरपूर होती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंटस शरीर में हृदय संबधी समस्याओं से लेकर डायबिटीज़ तक हर बीमारी को कंट्रोल करने में मदद करते है। लो.कैलोरी और ग्लूटेन.फ्री ब्लू बेरी को कई प्रकार से आहार में शामिल किया जा सकता है। इन दिनों वेटलॉस के लिए भी ये सुपरफूड लोगों की पहली पसंद बना हुआ है। जानते हैं ब्लू बेरी किस प्रकार रखती है आपकी सेहत का ख्याल (Health benefits of blueberry)।
इस बारे में मणिपाल हास्पिटल गाज़ियाबाद में हेड ऑफ न्यूट्रीशन और डाइटेटिक्स डॉ अदिति शर्मा बताती हैं कि ब्लूबेरी (blueberry) के सेवन से शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ता है और शरीर में मसल्स बिल्ड करने में मदद करती है। ब्लू बेरी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंटस शरीर को मौसमी बीमारियों से दूर रखने में मदद करते हैं। शरीर को स्वस्थ रखने के साथ मस्तिष्क के लिए फायदेमंद साबित होता है। आहार में इसे सम्मिलित करने से तनाव से मुक्ति मिलती है और याददाश्त भी बढ़ती है।
ब्लू बेरी में एंटीऑक्सिडेंटस प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाने में मदद करते हैंं। मुक्त कणों के चलते शरीर एजिंग और कैंसर की चपेट में आने लगता है। इसके सेवन से शरीर का इम्यून सिस्टम मज़बूत बनता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार रिसर्च के अनुसार ब्लूबेरी फल में में अन्य सभी सामान्य फलों और सब्जियों की अपेक्षा एंटीऑक्सीडेंटस का स्तर उच्च है। इसमें मुख्य तौर पर पॉलीफेनोल एंटीऑक्सिडेंट पाया जाता है, जिन्हें फ्लेवोनोइड कहा जाता है।
इस लो कैलोरी फूड में फाइबर तत्व पाया जाता है। यूएसडीए के अनुसार 1 कप ब्लेबेरी से 4 ग्राम फाइबर की प्राप्ति होती है, जो शरीर को संतुष्टि प्रदान करने में मददगार साबित होता है। फ्रूट सैलेड और स्मूदी तौर पर अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। इसे खाने के बाद बार बार भूख लगने की समस्या हल हो जाती है। साथ ही शरीर में ऊर्जा का संचार होता है।
आहार में ब्लू बेरी को शामिल करने से शरीर ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (oxidative stress) की समस्या से मुक्त हो जाता है। इसे खाने से शरीर फ्री रेडिकल्स से बच जाता है, तो तनाव का कारण साबित होते हैं। डाइट में ब्लू बेरी को एड करने से भूलने की समस्या और किसी काम पर देर तक फोकस न कर पाने की समस्या हल हो जाती है। जर्नल ऑफ़ फ़ूड साइंस के अनुसार ब्लू बेरी में पाए जाने वाले फ्लेवोनोइड के चलते उम्र के साथ कम होती याददाश्त का खतरा कम हो जाता है। इसके अलावा डिमेंशिया और अल्जाइमर जैसी बीमारियों को रोकने में भी सहायक सिद्ध होती हैं।
अनियमित खानपान हृदय संबधी समस्याओं के बढ़ने का कारण साबित होता है। ब्लूबेरी में सॉल्यूबन फाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती हैं, जो गट हेल्थ को मज़बूत बनाकर कोलेस्ट्रॉल को रोकने में मदद करता है। कोलेस्ट्रॉल की बढ़ी हुई मात्रा कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ (cardiovascular health) के जोखिम को बढ़ा देता है। इसमें फाइटोकेमिकल्स और एंथोसायनिन पिगमेंट पाया जाता है। एंथोसायनिन पिगमेंट की मदद से शरीर में कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
एनआईएच के एक शोध के अनुसार ऐसे लोगों का समूह जो हृदय रोगी है और मोटापे के शिकार हैं। उन्होंने 8 सप्ताह तक 50 ग्राम ब्लूबेरी का सेवन किया। इससे उनके ब्लड प्रेशर में 4 फीसदी से 6 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं पोस्टमेनोपॉज़ल महिलाओं के लिए भी ब्लू बेरी एक हेल्दी विकल्प है, जो ब्लड प्रेशर को सामान्य बनाए रखने में मदद करता है।
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