पोषक तत्वों से भरपूर जायफल (Nutmeg) एक प्रकार का सूखा हुआ बीज है, जिसे पीसकर मसाले के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। जायफल विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई, मैग्नीज, मैग्निशियम, कॉपर, फास्फोरस, जिंक और आयरन जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों का एक बेहतरीन स्रोत है। यह सभी पोषक तत्व सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। वहीं सर्दियों के मौसम में जायफल का सेवन शरीर को अंदर से गर्मी प्रदान करता है। ऐसे में इस सर्दी जायफल को अपनी डाइट (How to add nutmeg in diet) में शामिल करें। यह इम्युनिटी बूस्ट (Nutmeg benefits) करने में आपकी मदद करेगा।
सर्दियों के मौसम में संक्रमण होने की संभावना काफी ज्यादा होती है। ऐसे में जायफल से युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन संक्रमण से बचाव का एक बेहतर विकल्प हो सकता है। जायफल आपके विभिन्न प्रकार की समस्याओं में फायदेमंद होता है। तो चलिए जानते हैं जायफल के कुछ महत्वपूर्ण फायदे साथ ही जानेंगे इसे डाइट में शामिल करने के कुछ आसान तरीके।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार जायफल में कई ऐसे कंपाउंड मौजूद होते हैं जो शरीर मे एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करते हैं। एंटी ऑक्सीडेंट सेल्स को डैमेज करने वाले फ्री रेडिकल्स से बचाव का काम करता है। वहीं शरीर में फ्री रेडिकल्स का बढ़ता स्तर ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का कारण बनता है। जिस वजह से कई गंभीर बीमारियां जैसे कि कैंसर, हार्ट डिजीज, इत्यादि होने की संभावना बढ़ जाती है।
इन्फ्लेमेशन हार्ट डिजीज, डायबिटीज, गठिया जैसी विभिन्न प्रकार की बीमारियों को जन्म दे सकता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा जायफल को लेकर प्रकाशित एक डेटा के अनुसार जयपुर में मोनोटेर्पेन्स, जिसमें सैबिनिन, टेरपिनोल और पिनीन जैसी एंटी इन्फ्लेमेटरी कंपाउंड पाए जाते हैं।
यह शरीर में हुए इन्फ्लेमेशन को कम करने में मदद करते हैं और इनसे होने वाली समस्याओं से निरोगधाम का काम करते हैं। वहीं जायफल का सेवन इन्फ्लेमेशन पैदा करने वाले एंजाइम्स को कम कर देता है और आप इस समस्या से सुरक्षित रह सकती हैं।
जायफल में एंटी बैक्टीरियल इफ़ेक्ट मौजूद होता है जो संक्रमण फैलाने वाले हानिकारक बैक्टीरिया को रोकते हैं। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार जायफल में मौजूद एंटीबैक्टीरियल इफेक्ट कैविटी और मसूड़ों में सूजन पैदा करने वाले बैक्टीरिया से बचाव में मदद करते हैं। जायफल ओरल हेल्थ से जुड़े संक्रमण में काफी कारगर होता है।
जायफल में भरपूर मात्रा में फाइबर मौजूद होता है जिसे डाइजेस्टिव हेल्थ को बनाए रखने के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व के रूप में जाना जाता है। यदि जायफल का सेवन सही तरीके से किया जाए तो यह आपके पेट के लिए काफी फायदेमंद होता है। परंतु यदि इसे केक, पेस्ट्री, इत्यादि जैसे मीठे पदार्थों के साथ लिया जाए, तो यह डाइजेशन की समस्या भी पैदा कर सकती है। इसलिए इसे खाने के तरीकों पर भी खास ध्यान दें।
यदि आप इनसोम्निया की समस्या से ग्रसित हैं तो जायफल का सेवन आपकी नींद की गुणवत्ता और समय दोनों को बढ़ा देता है। तो यदि आपको नींद नहीं आती है तो जायफल आपके लिए मददगार हो सकता है।
जायफल को भारतीय खाद्य पदार्थों में इस्तेमाल करने के साथ ही यूरोपियन और कई अन्य देशों के डिशेज में भी इस्तेमाल किया जाता है। जायफल को कस कर लें या इसका पाउडर बनाकर रख लें और इसे नियमित रूप से अपने स्वाद के अनुसार इस्तेमाल कर सकती हैं।
1. जायफल पाउडर को कॉफी, गर्म दूध, चाय, इत्यादि के साथ मिला कर ले सकती हैं।
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कस्टमाइज़ करें2. ब्रेकफास्ट में ओट मिल और अन्य प्रकार के अनाज के ऊपर स्प्रिंकल करके इसका सेवन कर सकती हैं।
3. सब्जियों को बनाने में मसालों के तौर पर इसका इस्तेमाल करना फायदेमंद रहेगा।
4. सलाद के ऊपर जायफल को स्प्रिंकल करें।
5. हेल्दी डेजर्ट और बेक्ड फूड्स को बनाने में भी जायफल का इस्तेमाल किया जाता है।
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