महिलाओं को कई सारे शारीरिक बदलाव से गुजरना पड़ता है। कभी पीरियड्स के हार्मोनल उतार-चढ़ाव तो कभी प्रेगनेंसी, डिलीवरी और ब्रेस्टफीडिंग तो कभी मेनोपॉज, यह सभी स्थितियां शरीर को तमाम रूपों में प्रभावित कर सकती हैं। इन स्थितियों में हार्मोंस के साथ-साथ पोषक तत्व भी असंतुलित हो जाते हैं। जिसकी वजह से थकान, सुस्ती, कमजोरी, आयरन डिफिशिएंसी, एनीमिया, हड्डियों में तकलीफ, पीरियड में असहनीय दर्द आदि जैसी समस्याएं होती हैं। इसलिए महिलाओं को अपनी सेहत पर विशेष ध्यान देना चाहिए, जिसके लिए सबसे जरूरी है खान-पान पर ध्यान देना।
आयुर्वेद के अनुसार कई ऐसे महत्वपूर्ण सुपरफूड्स हैं, जो महिलाओं की सेहत के लिए बेहद जरूरी होते हैं। इन सुपरफूड्स का सेवन महिलाओं के जीवन काल में होने वाले शारीरिक बदलाव में उनके शरीर को सपोर्ट करते हैं और उन्हें इन स्थितियों से स्वस्थ तरीकों से डील करने में मदद करते हैं। आयुर्वेद एक्सपर्ट चैताली राठौर ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए ऐसे 5 खास आयुर्वेदिक सुपरफूड्स (ayurvedic Superfoods for women) के नाम सुझाए हैं, जिनका सेवन महिलाओं के लिए बहुत जरूरी है। तो चलिए जानते हैं ये सुपरफूड्स सेहत के लिए आखिर किस तरह काम करते हैं।
आंवला एक आयुर्वेदिक रसायन है, महिलाओं के साथ साथ सभी उम्र के लोगों को अपने नियमित डाइट में आंवला शामिल करना चाहिए। आप कच्चा आंवला, कोई भी आयुर्वेदिक फॉर्मूलेशन (आयुर्वेदिक डॉक्टर द्वारा सुझाया गया), चूर्ण (पाउडर फॉर्म), जूस आदि ले सकते हैं। आंवला में विटामिन सी की भरपूर मात्रा पाई जाती है, साथ ही यह एंटीबैक्टीरियल और एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी से युक्त होता है।
इसका सेवन महिलाओं में इम्यूनिटी को बूस्ट करता है और किडनी, लिवर तथा पाचन क्रिया को प्रभावी रूप से कार्य करने में मदद करता है। इतना ही नहीं यह सौंदर्य के लिए भी बेहद फायदेमंद है, इसका नियमित सेवन त्वचा तथा बालों की सेहत के लिए बेहद कारगर साबित हो सकता है।
खजूर बल्य है (शक्ति प्रदान करता है), एक महिला नियमित रूप से कई कार्य करती है, और 70% गृहिणी/महिलाएं भारी काम के बोझ के कारण अपने स्वास्थ्य से समझौता करती रहती हैं, ऐसे में खजूर का सेवन महिलाओं की मदद कर सकता है। खजूर कई महत्वपूर्ण विटामिन और मिनरल से भरपूर होता है, साथ ही यह नेचुरल शुगर का एक बेहतरीन स्रोत है। यह सुपरफूड निश्चित रूप से दुर्बलता, सुस्ती, आयरन डिफिशिएंसी, इरेगुलर पीरियड आदि में कारगर साबित हो सकता है।
तिल फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन जैसे कई पॉवरफुल न्यूट्रिएंट्स का एक बेहतरीन स्रोत है। तिल का नियमित सेवन मांसपेशियों के साथ ही हड्डियों की सेहत को बनाए रखता है, यह आपके नर्वस सिस्टम के लिए भी बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।
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यह वात असंतुलन का ख्याल रखते हुए पीरियड्स के दर्द को कम करने में मदद करता है। यदि आपको पीरियड्स के दौरान असहनीय दर्द का अनुभव होता है, तो पीरियड्स के 15 दिन पहले से ही एक चम्मच भुने हुए तिल का सेवन करना शुरू कर दें, इससे आपको अपनी स्थिति में काफी सुधार देखने को मिलेगा।
नारियल की प्रकृति कूलेंट की तरह होती है, यह हमारे पित्त और वात दोष का ख्याल रखता है। नारियल में कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं, जैसे कि पोटैशियम, सोडियम, मैग्नीशियम, विटामिन बी, कॉपर और आयरन का एक अच्छा स्रोत है। साथ ही साथ इसमें हेल्दी फैट भी पाया जाता है।
महिलाओं में नारियल शरीर को पर्याप्त ऊर्जा शक्ति प्रदान करता है, हड्डियों को स्वस्थ रखता है, थायराइड फंक्शन को रेगुलेट करता है और स्त्री रोग संबंधी समस्याओं में कारगर होता है। उचित स्वास्थ्य लाभ प्राप्त के लिए रोजाना नारियल का 1 छोटा टुकड़ा खाएं।
एक्सपर्ट के अनुसार यह उनका प्राथमिक पसंद है। इसका सेवन महिलाओं की सेहत से जुड़ी तमाम परेशानियों का उचित समाधान है। काली किशमिश में प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, पोटेशियम, सोडियम, हेल्दी कार्ब्स, डाइटरी फाइबर, सहित नेचुरल शुगर पाए जाते हैं, जो इन्हें सेहत के लिए बेहद खास बनाते हैं।
महिलाओं को अपनी सुबह की शुरुआत काली किशमिश के साथ करनी चाहिए। इससे आयरन के स्तर में सुधार होता है, आंत साफ होता है, वहीं यह आपके दिमाग को शांत करती है, उच्च पित्त को कम करती है, पोषण और कामोत्तेजक में सुधार करती है।
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