गाय, बकरी या ऊंट का दूध कई पोषक तत्वों का भंडार होते हैं। पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व होने के कारण ही एनिमल बेस्ड मिल्क को संपूर्ण आहार कहा जाता है। परंतु यह सभी को सूट नहीं करता। कई बार इनका सेवन ब्लोटिंग, गैस, अपच जैसी समस्यायों का कारण बन जाता है, जिसकी वजह से लोग इसे अवॉयड करते हैं। जो लोग वीगन हैं, उनके लिए प्लांट बेस्ड मिल्क (Vegan milk) एक बेहतर ऑप्शन है। आजकल बाजार में प्लांट बेस्ड मिल्क (Plant based milk) के सभी प्रकार आसानी से मिल जाते हैं।
पोषक तत्वों से भरपूर प्लांट बेस्ड मिल्क का सेवन समग्र सेहत के लिए असरदार माना जाता है। तो चलिए जानते हैं, प्लांट बेस्ड मिल्क के अलग-अलग प्रकार और इनमें मौजूद पोषक तत्वों के बारे में।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार आल्मंड मिल्क एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। इसके साथ ही यह विटामिन डी, कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन ई, पोटैशियम, मैग्निशियम, राइबोफ्लेविन और फास्फोरस का एक बेहतरीन स्रोत है।
इसमें कैलरी की सीमित मात्रा पाई जाती है। इस प्रकार इसका सेवन वेट गेन का कारण नहीं बनता। आमतौर पर बाजार में मौजूद आलमंड मिल्क में शुगर की मात्रा मौजूद होती है, परंतु शुगर फ्री आलमंड मिल्क डायबिटीज की स्थिति में कारगर होते हैं। वीगन डाइट और लैक्टोज़ इनटोलरेंट व्यक्ति के लिए लेक्टोज फ्री बदाम का दूध एक बेहतरीन ऑप्शन रहेगा।
कैल्शियम से भरपूर आलमंड मिल्क का सेवन हड्डियों को मजबूत बनाता है। हेल्दी फैट युक्त इस प्लांट बेस्ड मिल्क को दिल की सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। आप इसे घर पर भी तैयार कर सकती हैं।
कोकोनट मिल्क में मीडियम चेन सैचुरेटेड फैटी एसिड जैसे की लौरिक एसिड की मात्रा मौजूद होती है। इसकी एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी माइक्रोबॉयल और एंटीफंगल प्रॉपर्टी इसे और भी खास बना देती है। साथ ही यह मैंगनीज और कॉपर जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर होता है।
पब मेड सेंट्रल के अनुसार कोकोनट मिल्क का सेवन आपको लंबे समय तक संतुष्ट रखता है और बॉडी फैट रिड्यूस करने में मदद करता है। इसमें मौजूद लौरिक एसिड और एंटीऑक्सीडेंट दिल से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कम कर देती हैं। कोकोनट मिल्क के साथ हाई प्रोटीन डाइट लेना कोलेस्ट्रोल लेवल को संतुलित रखता है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार राइस मिल्क में कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन ए, विटामिन B12 और विटामिन डी की भरपूर मात्रा पाई जाती है। कैल्शियम और विटामिन डी से भरपूर नारियल के दूध का सेवन हड्डियों की सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है।
लेक्टोज फ्री कोकोनट में लेक्टोज इनटोलरेंस और मिल्क एलर्जिक लोगों के लिए एक बेहतरीन ऑप्शन है। साथ ही वीगन लोग भी इसका आनंद ले सकते हैं। विटामिन बी12 की कमी तमाम स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनती है। इस स्थिति में इसका सेवन शरीर में विटामिन B12 की पर्याप्त मात्रा को बनाए रखता है।
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सोया मिल्क में विटामिन सी, आयरन, विटामिन बी 6, मैगनीशियम, कैल्शियम, विटामिन डी, कोबालामिन और विटामिन ए की भरपूर मात्रा पाई जाती है। यह एनीमिया की स्थिति में फायदेमंद होता है। इसका सेवन आपको पुरे दिन एनर्जेटिक रखता है और थकान को कम करता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार सोया मिल्क में प्रोटीन की भरपूर मात्रा मौजूद होती है। यह प्लांट बेस्ड मिल्क मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता है।
सोया मिल्क ओमेगा 3 फैटी एसिड और हेल्दी फैट से भरपूर होता है। ओमेगा 3 फैटी एसिड को डिमेंशिया और अल्जाइमर की स्थिति में फायदेमंद माना जाता है। सोया मिल्क कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम को सपोर्ट करता है। इसके साथ ही सोय मिल्क में पोटेशियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जो ब्लड प्रेशर को संतुलित रखता है। साथ ही कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकता है और मेनोपॉज की स्थिति में कारगर होता है।
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