क्या आपने कभी सोचा है कि हर बार व्रत और उपवास में आपको जो खास व्यंजन खाने के लिए दिए जाते हैं, उनका आपकी सेहत पर क्या असर होता है! असल में ये वे खास आहार हैं, जिन्हें आप अपनी सामान्य डाइट में नहीं ले पाते। इस तरह व्रत और उपवास भी आपको कुछ खास व्यंजनों के साथ कुछ और पोषक तत्व ग्रहण करने का अवसर देते हैं। ऐसा ही एक सुपरफूड है कुट्टू का आटा।
कट्टु के आटे को अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है। कहीं इसे सिंघाड़े का आटा भी कहा जाता है। अंग्रेजी में इसको बकव्हीट (buckwheat) कहा जाता है। असल में यह सिर्फ आपके व्रत के लिए ही फायदेमंद नहीं है, बल्कि यह आपके शरीर को भी वे सूक्ष्म पोषक तत्व देता है, जो आप सामान्य आहार से नहीं ले पाते।
कुट्टूू के आटे में मौजूद पोषक तत्वों का खजाना इसे सुपरफूड बना देता है। कुट्टूू के आटे में मैग्नीशियम, विटामिन बी, फोलेट जिंक, कैल्शियम, आयरन, कॉपर और फास्फोरस की मात्रा मौजूद होती है। साथ ही ये एक हाई कार्ब डाइट है। जो वजन घटने में आपकी मदद कर सकता है। इसमें मौजूद अघुलनशील फाइबर आपको गोल ब्लैडर संबंधी बीमारियों से बचाते हैं।
कुट्टू के आटे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी काफी कम होता है, जिससे आप इसे डायबिटीज जैसी बीमारी में भी खा सकते हैं।
कुट्टू का अटा में बड़ी मात्रा में आवश्यक पोषक तत्व और खनिज होते हैं। इसमें विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स के साथ-साथ विटामिन बी 2 (राइबोफ्लेविन) और विटामिन बी (नियासिन) भी होता है।
इसके अलावा, इसमें फॉस्फोरस, कॉपर, आयरन और जिंक जैसे खनिज भी पाए जाते हैं।
इसमें बड़ी मात्रा में फाइबर होता है, जो पाचन तंत्र को साफ करता है, शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है और बाइल (एसिड) के रिलीज को कम करता है। यह शरीर को भी डिटॉक्सीफाई करता है और आंत से विषाक्त पदार्थों को अपने एक्सक्रेशन में बांधता है। यह कोलन कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों से भी आपको बचा कर रखता है।
कुट्टू का आटा उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन से भरा होता है और इसमें नियमित गेहूं या चावल की तुलना में अधिक एमिनो एसिड लाइसिन होता है। वास्तव में, इस प्रकार का अमीनो एसिड हमारे शरीर का निर्माण खंड है और यहां तक कि कोल्ड सोर के इलाज के लिए यह दवा के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है।
अगर आपको गेहूं के आटे से एलर्जी है, तो यह आपके लिए सबसे लाभदायक और अच्छा विकल्प है।
वजन घटाने में कुट्टू का आटा भी सहायता प्रदान करता है। इसमें गेहूं या चावल की तुलना में बहुत कम कैलोरी होती है। यह सेचुरेटेड फैट से भी मुक्त है और यह आपको क्रेविंग से भी बचाता है। जिससे आपका पाचन बेहतर होता है और आप पेट संबंधी समस्याओं से बच जाती हैं।
कुट्टू के आटे में मौजूद मैग्नीशियम रक्तचाप को कम करता है। यदि आप उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं तो यह विशेष रूप से फायदेमंद है। वास्तव में, कई अध्ययन बताते हैं कि मैग्नीशियम ब्लड वेसल्स को पतला करता है, रक्त के थक्कों को नष्ट करता है और ऐंठन से राहत दिलाता है।
परन्तु सावधान रहें, अगर आप लो ब्लड प्रेशर से ग्रस्त है तो इसका सेवन आपको नुकसान पहुंचा सकता है।
कुट्टू के आटे में खनिज होते हैं और वसा की मात्रा कम होती है, इसलिए यह ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रण में रखता है। यह टाइप 2 मधुमेह (type 2 diabetes) को भी नियंत्रित करता है क्योंकि इसमें डी-चेरो-इनोसिटोल होता है, तो आपको मधुमेह के बीमारियों के लिए काफी फायदेमंद होता है।
लेडीज़, अब आप जान गईं हैं कि असल में ये अलग-अलग तरह के व्यंजन आपके स्वास्थ्य के फायदे के लिए हैं, तो फिर देरी किस बात की, बनाइए कुट्टू के आटे के मजेदार व्यंजन। बस ध्यान रहे कि डीप फ्राई से बचें।
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