लौकी, बारहमासी मिलने वाली सब्जियों में से एक है। जिसका इस्तेमाल स्वीट डिश (Sweet dish) से लेकर चटपटी सब्जी (Spicy vegetables) के रूप में किया जाता है। इसलिए लौकी से तैयार की गई हर एक डिश का अपना स्वाद होता है। स्वाद के अलावा लौकी हमारी सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद साबित होती है। खासतौर से तब जब आप पार्टी सीजन में हों। ये आपके पाचन तंत्र को संभालने के साथ बाॅडी डिटॉक्स करने में भी मददगार है। तो आइए जानते हैं क्यों होनी चाहिए लौकी आपकी वीकली डाइट का हिस्सा।
गर्मियों के मौसम में लौकी हमारे शरीर को ठंडा रखने का काम करती है, तो वहीं सर्दियों के मौसम में लौकी का सेवन बिंज ईटिंग (Binge eating) के प्रभाव को कम करने में सहायता करती है। इसके अलावा यह कई अन्य रोगों से भी शरीर को बचाने में मदद करती है। इसीलिए पीलिया जैसा रोग और पेट से जुड़ी कई समस्यों में डॉक्टर्स और विशेषज्ञों द्वारा लौकी का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
वनस्पति विज्ञान के अनुसार लौकी का नाम Lagenaria siceraria (Molina) Standl. (लैजीनेरिया सिसेरेरिया) Syn-Lagenaria vulgaris Seringe है। लौकी को अंग्रेजी में बॉटल गॉर्ड (Bottle gourd) के नाम से जाना जाता है।
हालांकि ज़्यादातर जगहों पर इसे लौकी के नाम से ही पुकारते हैं। पर भारत के अलग-अलग राज्यों में लौकी को विभिन्न नामों से जाना जाता है। आयुर्वेद में लौकी के दो प्रजातियों का जिक्र किया गया है। जिसमें एक मधुर प्रजाति और दूसरी तिक्त (कड़वी) प्रजाति है।
लौकी हमारे शरीर को वह सभी पौष्टिक तत्व देती है, जो हमें बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। दरअसल लौकी में कई तरह के प्रोटीन, विटामिन्स और लवण होते हैं। इसके अलावा इसमें विटामिन ए, विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम पोटेशियम और जिंक भी पाया जाता है। यह सभी पोषक तत्व शरीर की कई आवश्यकताओं की पूर्ति करते हैं और शरीर को बीमारियों से सुरक्षित रखते का काम करते हैं।
100 ग्राम लौकी में मात्र 1 ग्राम फैट और 15 कैलोरी होती हैं। लौकी में पानी और कई अहम पोषक तत्व भी पाए जाते हैं। जो संतृप्त वसा (Saturated fat) और नुकसानदेह कोलेस्ट्रॉल में कमी करते हैं।
सितंबर 2012 में एशियन पैसिफिक जर्नल ऑफ द ट्रॉपिकल मेडिसिन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, जानवरों पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि लौकी ने चूहों में वज़न बढ़ाने को कम करने में मदद की, जिन्हें उच्च वसा वाला आहार दिया जाता था। हालांकि अभी तक इंसानों पर ऐसा कोई शोध नहीं किया गया है।
हफ़्ते में एक बार लौकी का सेवन करने से वज़न कम करने में मदद मिलती है। वज़न कम करने के लिए लौकी का सेवन अलग-अलग प्रकार से किया जा सकता है। ज़्यादातर लोग लौकी का जूस पीना पसंद करते हैं।
अगर आप भी रोजाना वर्कआउट करते हैं तो रोजाना लौकी के जूस का सेवन करना आपके लिए फायेमंद साबित होगा। इसके अलावा आप चाहें तो लौकी को उबालकर, नमक डालकर भी इस्तेमाल में ला सकते हैं।
हाई शुगर लेवल की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए लौकी किसी वरदान से कम नहीं है। सुबह खाली पेट लौकी के जूस का सेवन, आपको अपने शुगर लेवल को काबू में करने में मदद कर सकता है।
दिल के रोगियों को लौकी का सेवन करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि यह कोलेस्ट्रॉल को काबू करने की क्षमता रखती है। इसका सेवन हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को रोकता है। चूंकि शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक होने से दिल से जुड़ी कई बीमारियां हो सकती हैं। जॉन्डिस यानी पीलिया के रोगियों को भी लौकी खाने की सलाह दी जाती है।
पार्टी सीजन में लौकी का सेवन आपकी गट हेल्थ को बेहतर कर सकता है। पार्टियों में अन हेल्दी ईटिंग से हम खुद को रोक नहीं पाते ऐसे में पेट से जुड़ी कई समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं। लौकी का सेवन इस स्थिति में काफी फायदेमंद है। इसमें मौजूद फाइबर और पानी पाचन तंत्र को साफ करने में सहायता प्रदान करते हैं। इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है। आयुर्वेद के अनुसार खाली पेट लौकी का जूस पाचन के लिए बहुत अच्छा होता है।