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घी वाली कॉफी पीना शुरू कर रहे हैं तो पहले जान लें इसके फायदे और नुकसान

ज्यादातर लोग सुबह उठते ही कॉफी पीना पसंद करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कॉफी में एक चम्मच घी मिलाकर पीना सेहत के लिए कितना फायदेमंद हो सकता है। अगर नहीं तो हम आपको बताएंगे कि इससे आपकी सेहत को क्या लाभ मिल सकता है। हालांकि इसके कुछ दुष्प्रभाव भी हैं जिनके बारे में आपको जानना जरूरी है।
Published On: 3 Mar 2025, 08:00 am IST
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Ghee coffee ka kaise sewan karein
शरीर की थकान को दूर करने वाली कैफीन को घी के साथ मिलाकर पीने से शरीर में एनर्जी का स्तर भी बढ़ने लगता है। चित्र: अडोबी स्टॉक

सुबह-सुबह गरमागरम कॉफी पीना बहुत से लोगों को पसंद होता है। लेकिन क्या आपने कभी सुबह की कॉफी में घी मिलाने के बारे में कभी सोचा है? यह बात आपको असहज लग सकती है, लेकिन यह कॉफी में घी का मिश्रण अपने स्वास्थ्य के प्रति उत्साही लोगों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। यह न केवल एक मलाईदार पेय है, बल्कि यह आपके पाचन स्वास्थ्य के लिए भी कई तरह के लाभकारी हो सकता है। हालांकि इसके कुछ नुकसान भी हैं जिन्हें जानना आपके लिए जरूरी है। तो आइए घी के साथ कॉफी पीने के फ़ायदे और नुकसानों के बारे में जानते हैं।

क्या है घी वाली कॉफी?

घी एक प्रकार का शुद्ध मक्खन है जिसका इस्तेमाल भारतीय व्यंजनों और आयुर्वेदिक चिकित्सा के रूप में किया जाता है। यह मक्खन को उबालकर पानी और दूध के ठोस पदार्थों को निकालकर बनाया जाता है, जिससे एक सुनहरा, पोषक तत्वों से भरपूर वसा बच जाता है। जब आप कॉफी में घी मिलाते हैं, तो यह एक चिकना और झागदार पेय पदार्थ बन जाता है जो पौष्टिक होता है।

Ghee coffee ke fayde
घी में मौजूद हेल्दी फैट्स को कैफीन के साथ मिलाकर पीने से गुड फैट्स की प्राप्ति होती है, जिससे मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है। चित्र: अडोबी स्टॉक

कैसे बनाएं घी कॉफी

घी कॉफी बनाना बेहद सरल है और इसे आप आपनी पसंद के अनुसार बना सकती है और इसका सेवन कर सकती है।

घी कॉफी बनाने के लिए सामग्री

1/2 चम्मच कॉफी
1-2 बड़े चम्मच घी
अगर आप घी का सेवन नहीं कर सकती तो 1 बड़ा चम्मच नारियल तेल
1 चम्मच शहद

घी कॉफी बनाने की विधि

इसके लिए आप अपनी पसंद की एक कप कॉफी बनाइये।
अब कॉफी में घी या नारियल का तेल मिलाएं।
मिश्रण को ब्लेंडर या इमर्शन ब्लेंडर का उपयोग करके तब तक ब्लेंड करें जब तक कि यह झागदार और घी या नारियल का तेल अच्छी तरह से मिल न जाए।
इसे मीठा करने के इसमें शहद मिलाएं और अपनी घी वाली कॉफी का आनंद लें।

घी कॉफी पीने के लाभ

डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद

सुबह-सुबह घी कॉफी पीने ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है। इसे पीने के बाद आप जो भी खाते हैं तो इसकी वजह से इंसुलिन रिलीज होने की रफ्तार धीमी हो जाती है। जब आप कुछ खाते हैं तो आपका पैंक्रियाज एक हार्मोन छोड़ता है जिसे इंसुलिन कहते हैं। इंसुलिन ब्लड से ग्लूकोज लेकर सेल्स तक पहुंचाता है जिससे शरीर को ऊर्जा मिलती है। घी कॉफी पीने से ब्लड शुगर लेवल दिनभर के लिए मेंटेन रहता है।

हार्मोन की समस्याओं को दूर करता है

घी कॉफी पीना महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए बेहतर होता है। प्यूबर्टी, पीरियड्स, प्रेग्नेंसी और मेनोपॉज के दौरान महिलाओं में हार्मोन में कई सारे बदलाव होने लगते हैं। लाइफस्टाल या दवाओं के चलते भी हार्मोन्स में गड़बड़ियां होती हैं। ऐसे में घी कॉफी महिलाओं में हार्मोन्स की समस्याओं को दूर करता है।

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दिमाग को एक्टिव रखता है

कई लोग नींद और आलस से छुटकारा पाने के लिए कॉफी पीते हैं। पढ़ाई करने वाले छात्र या देर रात तक काम करने वाले लोग भी कॉफी ज्यादा पीते हैं। दरअसल, कॉफी में मौजूद कैफीन नींद लाने वाले ‘एडेनोसीन रिसेप्टर्स’ को दूर करते हैं। घी में ओमेगा 3 फैटी एसिड्स पाए जाते हैं। जब कैफीन के साथ ओमेगा 3 फैटी एसिड्स मिलाया जाता है तो यह आपकी ब्रेन पर अच्छा असर डालता है। इससे न केवल मेमोरी अच्छी होती है बल्कि मानसिक बीमारियो की समस्याएं भी कम हो जाती हैं।

दूध से होने वाली एलर्जी को दूर करता है

बहुत से लोगों को दूध से एलर्जी होती है जिसे लैक्टोज इंटॉलरेंस के नाम से जाना जाता है। जिन्हें दूध से एलर्जी है वे घी कॉफी पी सकते हैं।
कॉफी में घी मिलाने से एंटी ऑक्सीडेंट्स की मात्रा भरपूर हो जाती है। कॉफी में क्लोरोजेनिक एसिड जैसे एंटी ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। घी में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट्स से शरीर पर अच्छा असर पड़ता है।

वजन घटाने में सहायक

घी में फैट होता है यानी कि इसे खाने से वजन बढ़ता है। लेकिन जब आप इसे कॉफी में घी मिला कर पीते हैं तो, इसका विपरीत असर होता है यानी कि वजन घटने लगता है। घी में पाए जाने वाला फैट न केवल पेट को लंबे समय तक भरता है बल्कि इससे वेट भी कंट्रोल में रहता है। जब भी आप एक से दो कप घी कॉफी पीते हैं तो इससे लंबे समय आपको भूख नहीं लगेगी। इससे अपने आप ही वजन कंट्रोल होने लगता है।

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अपनी कॉफी में घी मिलाने से हृदय संबंधी बीमारियों को दूर रखने में मदद मिल सकती है। चित्र: अडोबी स्टॉक

घी वाली कॉफी पीते हैं तो इन बातों का रखें ध्यान

कॉफी में घी डाल कर पीने के बहुत से लाभ हैं, लेकिन इसका सेवन करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। विशेष रूप से अगर आप इसका सेवन अधिक मात्रा में कर रहे हैं तो इन बातों का ध्यान रखें।

उच्च कैलोरी

घी में भरपूर मात्रा में कैलोरी होती है और इसे अपनी कॉफी में मिलाने से आपकी कैलोरी की मात्रा में वृद्धि हो जाती है। अगर आप अपनी कुल कैलोरी खपत के को लेकर सचेत नहीं हैं, तो इससे आपका वजन घटने के बजाय बढ़ सकता है। इसलिए इसका सेवन ज्याहा मात्रा में ना करें।

सैचुरेटेड फैट

घी में सैचुरेटेड फैट उच्च मात्रा में पाया जाता है और ये बैड फैट होता है। जिसका अधिक मात्रा में सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल के स्तर में वृद्धि होती है जो हृदय रोग से के खतरे को बढ़ाता है। अगर आप कोलेस्ट्रॉल की समस्या से जूझ रहे हैं तो इसे कम मात्रा में या फिर इसका सेवन न करें।

लैक्टोज और कैसिइन

हलांकि घी में लैक्टोज और कैसिइन नहीं पाया जाता है, लेकिन फिर भी इसकी थोड़ी बहुत मात्रा मौजूद हो सकती है। अगर आपको इन प्रोटीनों से एलर्जी है, तो आपको पाचन संबंधी परेशानी और एलर्जी की समस्या का सामनी करना पड़ सकता है।

समय पर पिएं

सुबह के समय कॉफी का सेवन करने के बाद कैफीन का सेवन शाम को करें। शाम के समय भी इसका सेवन जल्दी करें और सोते समय न पिएं। सोते समय इसका सेवन करने और ज्यादा मात्रा में इसका सेवन करने से आपकी नींद पर और हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है।

यह भी पढ़ें-घी-कॉफी कर रही है ट्रेंड, इन 7 फायदों के लिए आप भी कर सकते हैं रोज़ाना इसका सेवन

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
रूबी शुक्ला
रूबी शुक्ला

रूबी शुक्ला युवा हिंदी कंटेट क्रिएटर हैं। वे स्किन केयर, हेयर केयर, हेल्दी लाइफस्टाइल और पारंपरिक उपचार पद्धति के बारे में लिखती हैं।

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