हम सब जानते हैं, डायबिटीज के मरीजों के लिए अपने भोजन का खास ख्याल रखना बहुत जरूरी होता है। क्योंकि इस तरह खून में ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है। जहां एक ओर अपनी डाइट को नियंत्रित करना आवश्यक है, वहीं आपको यह भी जानना जरूरी है कि कार्बोहाइड्रेट को डाइट से पूरी तरह बाहर कर देना सेहतमंद नहीं है।
अगर आपको डायबिटीज है तो याद रखें कि सभी कार्बोहाइड्रेट समान नहीं होते हैं। कार्बोहाइड्रेट को पूरी तरह डाइट से बाहर कर देना अस्वस्थ होगा क्योंकि ये भी आपके लिये महत्वपूर्ण पोषक तत्व होता है।
कुछ कार्ब्स आपकी ब्लड शुगर बढ़ाते हैं तो कुछ आपके लिए फायदेमंद होते हैं। जानिए कौन से 6 फूड हैं जो आपको हेल्दी कार्ब्स देते हैं।
बीन्स जैसे राजमा या ब्लैक बीन्स फाइबर और कार्बोहाइड्रेट का भंडार होते हैं। फिर भी डायबिटिक व्यक्ति के लिए यह बहुत लाभकारी होते हैं। फाइबर युक्त भोजन करना आपकी सेहत के लिए अच्छा है क्योंकि यह वजन नियंत्रित रखता है। यह तो आप जानते ही हैं कि डायबिटीज और वजन में गहरा संबंध होता है। अगर आप ओवरवेट हैं, तो आप वजन कम कर के डायबिटीज को पलट भी सकते हैं।
अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित स्टडी के अनुसार जो लोग भोजन में राजमा या अन्य बीन्स शामिल करते हैं उन्होंने दूसरों से आधा प्रतिशत अधिक वजन घटाया था। इसलिए बीन्स को अपने आहार का हिस्सा बनाएं।
अगर आप मीठे होने के कारण सभी फलों से दूरी बनाये हैं तो आप बहुत बड़ी गलती कर रहे हैं। आप फलों के जूस को अवॉयड करें, लेकिन फलों को नहीं। प्लोस मेडिसिन नामक जर्नल में प्रकाशित स्टडी में पाया गया कि जो डायबिटिक मरीज हर दिन ताजे फल खाते हैं, उनमें डायबिटीज से होने वाली जानलेवा बीमारी जैसे वैस्क्युलर समस्याएं नहीं होती हैं।
लेकिन ध्यान रखें कि आप बहुत अधिक फल न खाएं। थोड़े-थोड़े फल दिन भर में अलग-अलग समय के अनुसार बांट लें। इससे आपके ब्लड शुगर पर बहुत प्रभाव नहीं पड़ेगा।
जब फलों की बात हो तो बेरीज पर अलग से बात करनी आवश्यक है। बेरीज में कार्बोहाइड्रेट बहुत अधिक नहीं होता, लेकिन इनमें फाइबर की अच्छी मात्रा होती है। यही कारण हैं कि ब्लड शुगर लेवल नियंत्रण के लिए यह बेस्ट फूड हैं।
अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित स्टडी में सामने आया कि रोजाना एक कप ब्लूबेरी खाने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर हुआ और खून वाली नसें बेहतर काम करने लगीं। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज के अनुसार डायबिटीज होने पर हृदय रोगों का जोखिम कई गुना बढ़ जाता है।
दही भारतीय खानपान का महत्वपूर्ण हिस्सा है, और होना भी चाहिए। आपकी इम्युनिटी बढ़ाने से लेकर पाचन दुरुस्त करने तक, दही बहुत फायदेमंद होता है। दही कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन का भी उत्कृष्ट स्रोत है।
हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ द्वारा किये गए अध्ययन में पाया गया कि दही के अधिक सेवन से टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम कम होता है। ध्यान रखें आप घर का या ताजा दही खाएं, मीठा या बाजार का दही न लें।
सीड्स और नट्स कार्बोहाइड्रेट के अच्छे स्रोत हैं और कुछ बीजों और मेवों का सेवन डायबिटीज की गंभीरता 27 प्रतिशत तक कम करता है। शोधकर्ताओं का मानना है कि मेवे ग्लाइसेमिक कंट्रोल बढ़ाते हैं और ब्लड प्रेशर कम करते हैं। इससे इंफ्लामेशन भी कम होती है। इसलिए इन्हें नजरअंदाज न करें यह आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद हैं।
हालांकि दोनों में ही कार्बोहाइड्रेट लगभग बराबर है, मगर क्विनोआ चावल के मुकाबले ज्यादा सेहतमंद है। ऐसा इसलिए क्योंकि क्विनोआ साबुत अनाज है जिसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स होते हैं। साथ ही यह ब्लड शुगर को प्रभावित करता है।
जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित स्टडी में पाया गया है कि साबुत अनाज खाने से महिलाओं में डायबिटीज का जोखिम 7 प्रतिशत कम हुआ है।
इसलिए ध्यान रखें, इन हेल्दी कार्ब्स को अपनी डाइट में शामिल करें और डायबिटीज को नियंत्रित रखें।
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