देश में डायबिटीज के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत को डायबिटीज का कैपिटल कहा जा रहा है। यदि हमने अब भी इस पर नियंत्रण नहीं पाया तो कुछ सालों में भारत डायबिटीज के सबसे अधिक मरीजों वाला देश बन जाएगा। यह स्थिति भारतीय लाइफस्टाइल और खानपान पर एक बहुत बड़ा सवाल उठा रही है। आखिर हम अपनी लाइफ स्टाइल में ऐसी कौन सी गलती कर रहे हैं जिसकी वजह से स्थिति यहां तक आ पहुंची है। आज भी लोग पूरी तरह से बेफिक्र हैं परंतु अभी भी वक्त है हम सभी को सचेत हो जाना चाहिए, अन्यथा छोटी उम्र में ही बच्चे डायबिटीज का शिकार हो सकते हैं।
डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो जीवन भर आपका पीछा नहीं छोड़ती। इस लाइफ स्टाइल डिसऑर्डर पर नियंत्रण पाना है, तो सबसे पहले अपनी डाइट में उचित बदलाव लाएं साथ ही साथ खुद को शारीरिक रूप से सक्रिय रखना भी बेहद महत्वपूर्ण है। आज स्थिति को ध्यान में रखते हुए हम आपके लिए लेकर आए हैं कुछ ऐसे ही डायबिटीज फ्रेंडली मिलेट्स के नाम। खासकर डायबिटीज के मरीजों को इसका सेवन जरूर करना चाहिए। साथ ही यदि अभी तक आपको डायबिटीज नहीं है, तो इन्हें अपनी डाइट में शामिल करें ताकि आप भविष्य में सुरक्षित रह सके।
हेल्थ शॉट्स ने लोकप्रिय पोषण विशेषज्ञ कविता देवगन से डायबिटीज की स्थिति में मिलेट्स के फायदे जानने के लिए संपर्क किया। उन्होंने कुछ महत्वपूर्ण एंटी डायबिटिक मिलेट्स के नाम (Millets for diabetes) सुझाते हुए बताया कि यह किस तरह डायबिटीज में आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। तो चलिए जानते हैं मिलेट्स के बारे में।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार बाजरा का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बेहद कम होता है। ऐसे में इसके सेवन से ब्लड शुगर लेवल पर किसी प्रकार का नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता। इसमें मौजूद प्रोटीन और फाइबर डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। यह शरीर में ग्लूकोस के अवशोषण को धीमा कर देता है, जिससे कि डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर लेवल अचानक से नहीं बढ़ता।
यह इन्सुलिन सेंसटिविटी को बढ़ावा देता है और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करता है। बाजरे के आटे से बने थेपला, चीला, रोटी आदि को अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं।
पब मेड सेंट्रल की मानें तो रागी में मौजूद पॉलीफेनॉल, एंटी डायबिटीक और एंटीऑक्सीडेंट कंपाउंड इसे डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद बनाते हैं। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी कम होता है और यह फाइबर से भरपूर होता है। ऐसे में इसके सेवन से बढ़ते ब्लड ग्लूकोस लेवल को नियंत्रित करना आसान हो जाता है।
पॉलीफेनॉल एक प्रकार का माइक्रोन्यूट्रिएंट्स जो प्लांट बेस्ड फूड जैसे कि फल, सब्जी, अनाज इत्यादि में पाया जाता है। ठीक इसी प्रकार यह रागी में भी मौजूद होता है, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है।
ज्वार एक एंटी डायबीटिक फूड है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन की माने तो इसकी ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होती है। वहीं फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होने के साथ यह डायबिटीज के मरीजों के लिए एक बेहतरीन डाइट साबित हो सकता है। यह धीमे-धीमे डाइजेस्ट होता है, जिससे की बॉडी में ब्लड शुगर का अवशोषण भी धीमा हो जाता है। ज्वार का नियमित सेवन ब्लड ग्लूकोस लेवल और इन्सुलिन सेंसटिविटी को रेगुलेट करता है जिससे कि डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
यह भी पढ़ें : Guggul to lose weight : पेट की चर्बी कम कर सकती है ये बेड टाइम ड्रिंक, जानिए इसके फायदे और बनाने का तरीका
यह कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व जैसे कि नियासिन, राइबोफ्लेविन, फोलेट, थायमीन का एक बेहतरीन स्रोत है। इतना ही नहीं यह आपको लंबे समय तक संतुष्ट रखता है जिससे कि आप अधिक मात्रा में कैलोरी इंटेक्स नहीं करती साथ ही आपकी क्रेविंग्स भी नियंत्रित रहती हैं, इस प्रकार यह वेट लॉस में भी आपके लिए सहायक हो सकता है।
कंगनी को फॉक्सटेल मिलेट या चीनी बाजरा के नाम से भी जाना जाता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन की माने तो यह स्मार्ट कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है साथ ही इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी बेहद कम होता है। इसके सेवन से ग्लूकोज धीमे धीमे रक्त प्रभाव में प्रवेश करता है यह एकदम से ब्लड शुगर का स्तर नहीं बढ़ाता।
इसके साथ ही है कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को भी नियंत्रित रखता है। आप चावल की जगह फॉक्सटेल मिलेट को अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं। इसका सेवन टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है।
यह भी पढ़ें : हाजमे और गैस के लिए किसी भी दवा से ज्यादा फायदेमंद है हींग की गोली, यकीन न हो तो इसे पढ़ें