ईद अल-फितर रमजान के पवित्र महीने के अंत में मनाया जाता है। यह मन-तन की शांति के लिए महीने भर रखे गये उपवास के अंत का प्रतीक है। यह त्योहार सभी के लिए अपने परिवार और दोस्तों के साथ खाने-पीने और जश्न मनाने का समय है। यह सेलेब्रेशन तब और अधिक फलदायी हो जाता है, जब हम लजीज, लेकिन पौष्टिक डाइट लेते हैं। खासकर डायबिटीज के रोगियों को अपने खानपान का विशेष ख्याल रखना पड़ता है। यदि वे त्योहार की ख़ुशी में ज्यादा खा लेते हैं या अधिक देर तक भूखे रह जाते हैं, उनकी यह आदत रंग में भंग डाल सकती है। खुशियों को चिंता में बदल सकती है। डायटीशियन और न्यूट्रिसनिष्ट दिव्या गांधी (Nutritionist and Dietician Divya Gandhi) बता रही हैं कि डायबिटिक ईद के अवसर पर अपने खान-पान का कैसे ख्याल (suggestions for diabetic on Eid) रखें।
दिव्या बताती हैं, मधुमेह एक क्रोनिक मेटाबोलिक डिसऑर्डर है, जो ब्लड में शुगर (ग्लूकोज) लेवल बढ़ने से होता है। मधुमेह के प्रबंधन में आहार महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि यह सीधे ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित करता है। मधुमेह वाले लोगों को हमेशा स्वस्थ आहार का पालन करने की आवश्यकता होती है, जो उन्हें सामान्य ब्लड शुगर लेवल को बनाए रखने में मदद करता है। प्रोसेस्ड फ़ूड, सैचुरेटेड फैट और चीनी के सेवन को उन्हें सीमित करते हुए साबुत अनाज, फल, सब्जियां, लीन प्रोटीन और हेल्दी फैट से भरपूर आहार का सेवन करना होगा।’
ईद के अवसर पर हम ईद-उल-फित्र की दावत मनाते हैं। इसमें ईद के अवसर पर बनने वाले खाद्य पदार्थ(Eid occasions food) और ईद स्पेशल डेजर्ट रेसिपी (Eid Special Dessert Recipes) बनाते हैं। शीरमाल रोटी की रेसिपी के साथ दूध से तैयार होने वाली मिठाई (ईद दूध वाली मीठी सेवइयां), मीठी सेवइयां (Meethi Seviyan), भी बनाते और खाते हैं। यदि इस डायबिटिक थोड़ा-थोड़ा भी खाएं, तो उनका ब्लड शुगर लेवल बहुत अधिक बढ़ सकता है। दिव्या गांधी के अनुसार मधुमेह रोगियों को इन बातों पर ध्यान देना ही होगा।
हाई कैलोरी, हाई शुगर और हाई फैट वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करना।
भोजन स्किप करना या भोजन में देरी करना।
नियमित फिजिकल एक्टिविटी नहीं करना।
ब्लड शुगर लेवल की निगरानी करने में लापरवाही करना।
धूम्रपान या अत्यधिक शराब का सेवन
संतुलित और स्वस्थ आहार लेना।
नियमित रूप से ब्लड शुगर लेवल की निगरानी करना।
नियमित फिजिकल एक्टिविटी में संलग्न होना
हेल्थ केयर प्रोवाइडर द्वारा निर्धारित दवाएं लेना।
पंजीकृत आहार विशेषज्ञ से परामर्श करना।
दिव्या गांधी के अनुसार, मधुमेह रोगियों के लिए ईद के दिन भी आहार योजना में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल होने चाहिए। हाई कैलोरी, हाई शुगर और हाई फैट वाले खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए। साबुत अनाज की रोटी, ताजे फल और सब्जियां, लीन प्रोटीन, कम वसा वाले डेयरी उत्पाद और हेल्दी फैट जैसे ओलिव आयल, नट और सीड्स लेने की कोशिश करें। अपने भोजन के पोर्शन की निगरानी करें और नियमित अंतराल पर भोजन करना भी जरूरी है।
इस दिन अपने भोजन की सावधानीपूर्वक योजना बनाएं। काम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और हेल्दी फैट स्थिर रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने में मदद करेगा। हाइड्रेटेड रहें। यदि आप अस्वस्थ महसूस करती हैं या चक्कर आना, कमजोरी या भ्रम जैसे लक्षणों का अनुभव करती हैं, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
यदि आपको हाइपोग्लाइसीमिया (Low Blood Sugar) के किसी भी लक्षण का अनुभव होता है, तो तुरंत रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ाने के लिए तेजी से काम करने वाले कार्बोहाइड्रेट जैसे फल का एक टुकड़ा खा लें या मीठा पेय पीएं।हाइपरग्लेसेमिया या हाइपोग्लाइसेमिया जैसे लक्षणों का अनुभव करने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें।
यह भी पढ़ें :- Yoga for diabetes in 2023 : इस साल डायबिटीज को करना है कंट्रोल तो हर रोज करें इन 5 योगासनों का अभ्यास