सर्दियाँ आते ही सबसे पहले अंडे की खपत बढ़ जाती है। कई बार इसका असर अंडे के दामों पर भी होता है। हो भी क्यों न? अंडा खाने के फायदों के बारे में तो सभी जानते हैं। लेकिन जब बात आती है व्हाइट एग और व्होल एग (पूरा अंडा) के बीच के फर्क (Egg white vs Whole Egg) की, तो लोग कंफ्यूज़ हो जाते हैं। क्या सफेदी में ज्यादा प्रोटीन होता है या पूरा अंडा ज्यादा फायदेमंद है?डाइटीशियंस अंडे की जर्दी क्यों निकालकर खाने की सलाह देते हैं? क्या ये सच है कि सिर्फ सफेदी खाना ज्यादा हेल्दी है? इन्हीं सब सवालों के जवाब जानने के लिए हमने ली है एक्सपर्ट की मदद, ताकि आपको अंडे के बारे में भ्रांतियों से दूर सही जानकारी दे सकें।
अंडे की सफेदी में प्रोटीन होता है और इसमें फैट और कोलेस्ट्रॉल बिल्कुल नहीं होते। सफेदी में अल्ब्युमिन नाम का प्रोटीन पाया जाता है, जो शरीर में मांसपेशियों के निर्माण के लिए बेहद फायदेमंद है। अगर आप अपनी डाइट में केवल प्रोटीन बढ़ाना चाहते हैं और फैट कम रखना चाहते हैं, तो व्हाइट एग (Egg white vs Whole Egg) आदर्श विकल्प है।
इसके अतिरिक्त, अंडे की सफेदी में कुछ महत्वपूर्ण मिनरल्स जैसे कि पोटेशियम और मैग्नीशियम भी होते हैं, जो हार्ट हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि अंडे की सफेदी में विटामिन्स और मिनरल्स जैसे A, D, E, और B12 की कमी होती है, जो पूरी तरह से अंडे (Egg white vs Whole Egg) की जर्दी में पाए जाते हैं।
अब बात करते हैं पूरे अंडे की, जो अंडे की सफेदी और जर्दी के साथ होता है। अंडे की जर्दी में ज्यादा मिनरल्स होते हैं, जैसे कि विटामिन A, D, E, और B12। इसके अलावा, इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड्स भी होते हैं, जो हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद हैं।
अंडे की जर्दी में कोलेस्ट्रॉल भी होता है, लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप दिनभर कितनी कैलोरी और फैट खाते हैं। आम तौर पर एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए दिन में 1-2 अंडे (Egg white vs Whole Egg) खाना होता है।
अगर हम बात करें प्रोटीन की, तो अंडे की सफेदी में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है। एक सामान्य अंडे की सफेदी में लगभग 3.6 ग्राम प्रोटीन होता है, जबकि (Egg white vs Whole Egg) पूरे अंडे में 6-7 ग्राम प्रोटीन होता है, जिसमें से सफेदी का योगदान लगभग 3.6 ग्राम होता है और बाकी का हिस्सा जर्दी से आता है।
हालांकि, पूरे अंडे में न केवल प्रोटीन, बल्कि अन्य पोषक तत्वों का भी समावेश होता है, जो सफेदी में नहीं होते। इसलिए, अगर (Egg white vs Whole Egg) आप प्रोटीन की अधिकता चाहते हैं, तो व्हाइट एग का सेवन करें, लेकिन अगर आप संपूर्ण पोषण चाहते हैं, तो पूरा अंडा बेहतर रहेगा।
कई डाइटीशियंस अंडे की जर्दी निकालकर अंडे की सफेदी खाने की सलाह देते हैं, खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें कोलेस्ट्रॉल की समस्या हो या जो फैट कम करना चाहते हैं। अंडे की जर्दी में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक होती है, और इससे हमारे खून में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है।
हालांकि, हार्वर्ड हेल्थ की एक रिसर्च यह भी दिखाते हैं कि अधिकांश लोगों के लिए अंडे की जर्दी का सेवन आम तौर पर सुरक्षित है, लेकिन जिनके पास हाई कोलेस्ट्रॉल या हार्ट की बीमारी का जोखिम है, उनके लिए अंडे की जर्दी (Egg white vs Whole Egg) कम करना बेहतर हो सकता है।
इसके अलावा, अंडे की जर्दी में फैट की अधिक मात्रा होती है जो कुछ लोगों के लिए वजन बढ़ाने का कारण बन सकता है। अगर किसी का लक्ष्य फैट को कम करना या शरीर में मांसपेशियां बढ़ाना है तो अंडे की सफेदी उसके लिए बेहतर हो सकती है।
इस सवाल (Egg white vs Whole Egg) का जवाब पूरी तरह से इस पर निर्भर करता है कि आपका हेल्थ गोल क्या है? अगर आप कम वजन या विटामिन बी 12 जैसे किसी मिनरल्स के कम होने की समस्या से जूझ रहे हैं तब आपके लिए पूरा अंडा खाना ही बेहतर ऑप्शन है।
लेकिन अगर आप वजन घटा रहे हैं तो आपके लिए बेहतर है कि अंडे की जरदी निकाल कर ही खाएं। पूरा अंडा खाने का मतलब है पूरा पोषण लेना जैसे ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, विटामिन्स और मिनरल्स। लेकिन पूरे अंडे में फैट भी होता है जो वजन बढ़ा देता है। कॉलेस्टॉल भी बढ़ाता है। तो इन सब समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए अंडे की जरदी निकाल कर खाना ही सही है।
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