आपकी सेहत के लिए अच्‍छा नहीं है ज्‍यादा चाय पीना, यहां हैं इसे छोड़ने के कुछ आसान उपाय

चाय दुनिया के सबसे लोकप्रिय पेय पदार्थों में से एक है। ये न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि कई स्वास्थ्य लाभों से भी जुड़ी है, जिसमें सूजन कम करना और पुरानी बीमारी के जोखिम को कम करना शामिल है। लेकिन ज्यादा चाय पीना आपको लाभ के बजाए हानि दे सकता है।
ज्यादा चाय पीना आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। चित्र : शटरस्टॉक
ज्यादा चाय पीना आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। चित्र : शटरस्टॉक
Updated On: 25 Apr 2022, 09:06 pm IST
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अधिकांश लोगों के दिन की शुरुआत एक कप चाय के साथ होती है। वहीं अगर दिन भर काम करते हुए सुस्ती आने लगे तो भी लोग चाय पीकर फ्रेश फील करते हैं। शाम के पकौड़े और स्नैक्स तो चाय के बिना अधूरे हैं। पर क्या आप जानती हैं कि ज्यादा चाय पीना आपको कई स्वास्थ्य संबंधी जोखिम भी दे सकता है। अगर आप भी ज्यादा चाय पीने की आदी हैं, तो हम इसे छोड़ने में आपकी मदद करने के लिए यहां हैं।

कितनी चाय है ज्यादा चाय 

विशेषज्ञ मानते हैं कि चाय का कम मात्रा में सेवन स्वस्थ है। जबकि ज्यादा चाय पीना शराब पीने या धूम्रपान करने की ही तरह आपके स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव डालता है। यह एंग्जायटी , सिरदर्द, पाचन संबंधी समस्याएं और नींद के पैटर्न में बाधा जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

जिन समस्याओं से निजात पाने के लिए आप चाय पी रहीं हैं, ज्यादा चाय उन्हीं को बढ़ा सकती है। चित्र : शटरस्टॉक
जिन समस्याओं से निजात पाने के लिए आप चाय पी रहीं हैं, ज्यादा चाय उन्हीं को बढ़ा सकती है। चित्र : शटरस्टॉक

अधिकांश लोग बिना किसी प्रतिकूल प्रभाव के प्रतिदिन 3-4 कप (710-950 मिली ग्राम) चाय पी सकते हैं। लेकिन कुछ को कम मात्रा में भी दुष्प्रभाव हो सकता है। चाय पीने से जुड़े दुष्प्रभाव इसमें मौजूद कैफीन और टैनिन सामग्री से संबंधित हैं।

जानिए ज्यादा चाय पीना कैसे करता है आपके स्वास्थ्य को प्रभावित

1. नींद में कमी

चूंकि चाय में स्वाभाविक रूप से कैफीन होता है, इसलिए अत्यधिक चाय पीने से आपकी नींट का पैटर्न प्रभावित होता है। मेलाटोनिन एक हार्मोन है जो आपके मस्तिष्क को संकेत देता है कि ये सोने का समय है। एन.सी.बी.आई. के शोध से पता चला है कि कैफीन मेलाटोनिन उत्पादन को रोकता है, जिसके परिणामस्वरूप नींद की कमी की सम्भावना बढ़ती है।

अपर्याप्त नींद कई तरह की मानसिक समस्याओं से जुड़ी होती है, जैसे थकान और बिगड़ी हुई स्मृति। नींद की कमी आपके वजन को भी अप्रत्याशित रूप से बढ़ा देती है।

2. गर्भावस्था संबंधी समस्याएं

गर्भावस्था के दौरान चाय जैसे पेय पदार्थों में मौजूद कैफीन के उच्च स्तर से गर्भपात और जन्म के समय शिशु के कम वजन का खतरा बढ़ सकता है। अमेरिकन कॉलेज ऑफ ओब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट का एक शोध चाय की मात्रा 200-मिलीग्राम के निशान से अधिक नहीं होने की सलाह देते हैं।

गर्भावस्था में ज्यादा चाय पीना आपके बच्चे की सेहत को भी प्रभावित कर सकता है। चित्र : शटरस्टॉक
गर्भावस्था में ज्यादा चाय पीना आपके बच्चे की सेहत को भी प्रभावित कर सकता है। चित्र : शटरस्टॉक

कुछ महिलाएं गर्भावस्था के दौरान कैफीन से बचने के लिए नियमित चाय के स्थान पर कैफीन मुक्त हर्बल चाय पीना पसंद करती हैं। हालांकि, सभी हर्बल चाय गर्भावस्था के दौरान उपयोग करने के लिए सुरक्षित नहीं हैं। उदाहरण के लिए, काली कोहोश या नद्यपान युक्त हर्बल चाय समय से पहले प्रसव पीड़ा को प्रेरित कर सकती है और इससे बचा जाना चाहिए।

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एक थकान भरे दिन में एनर्जी के लिए आप किस पर भरोसा करती हैं?

यदि आप गर्भवती हैं और अपने कैफीन या हर्बल चाय के सेवन के बारे में चिंतित हैं, तो अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।

3. सिरदर्द

रुक-रुक कर कैफीन का सेवन कुछ प्रकार के सिरदर्द से राहत दिलाने में मदद तो करता है। पर जब ज्यादा मात्रा में चाय का सेवन किया जाए, तो इसका विपरीत प्रभाव पड़ता है। चाय के रूप में कैफीन का नियमित सेवन बार-बार होने वाले सिरदर्द में योगदान कर सकता है।

यदि आपको बार-बार सिरदर्द होता है और आपको लगता है कि वे आपके चाय के सेवन से संबंधित हो सकते हैं, तो ये देखने के लिए कि क्या आपके लक्षणों में सुधार होता है, इस पेय को अपने आहार से कम करने या समाप्त करने का प्रयास करें। कुछ शोध से पता चलता है कि प्रतिदिन कम से कम 100 मिलीग्राम कैफीन सिरदर्द में योगदान देती है।

4. कैफीन की लत लगना

कैफीन एक आदत बनाने वाला उत्तेजक है, और चाय या किसी अन्य स्रोत से नियमित सेवन से आप इस पर निर्भर हो सकती है। कैफीन छोड़ने के लक्षणों में सिरदर्द, चिड़चिड़ापन, हृदय गति में वृद्धि और थकान शामिल होते हैं। एन.सी.बी.आई. के एक शोध से पता चला है कि कैफीन की निर्भरता 3 दिनों के लगातार सेवन के बाद शुरू हो जाती है।

तीन कप चाय आपको इसका एडिक्ट बना सकती है। चित्र : शटरस्टॉक
तीन कप चाय आपको इसका एडिक्ट बना सकती है। चित्र : शटरस्टॉक

5. चिंता, तनाव और बेचैनी का बढ़ना

चाय की पत्तियों में प्राकृतिक रूप से कैफीन होता है। चाय, या किसी अन्य स्रोत से कैफीन का अधिक सेवन चिंता, तनाव और बेचैनी की भावनाओं में योगदान करता है। एक औसत कप (240 मिली) चाय में लगभग 11-61 मिलीग्राम कैफीन होता है, जो विविधता और पकाने की विधि पर निर्भर करता है। जितनी देर आप अपनी चाय को भिगोते हैं, इसकी कैफीन सामग्री उतनी ही अधिक होती है।

एन.सी.बी.आई. के शोध से पता चला है कि प्रति दिन 200 मिलीग्राम से कम कैफीन की खुराक ज्यादातर लोगों में महत्वपूर्ण चिंता पैदा नहीं करती। फिर भी, कुछ लोग दूसरों की तुलना में कैफीन के प्रभावों के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं और उन्हें अपने सेवन को और सीमित करने की आवश्यकता हो सकती है।

अगर आप इन स्वास्थ्य जोखिमों से बचना चाहती हैं, तो हमारे ये उपाय चाय छोड़ने में आपकी मदद कर सकते हैं

चाय छोड़ने के आसान उपाय :

यदि आप देखते हैं कि आपकी चाय की आदत आपको चिड़चिड़ापन या घबराहट महसूस करवा रही है, तो यह एक संकेत हो सकता है कि अब आपको अपनी चाय पीने की आदत को कंट्रोल करने की जरूरत है।

धीरे-धीरे कम करें

एकदम से चाय छोड़ने के बजाय प्रतिदिन की खपत में से आधा कप कम करती जाएं। आप सप्ताह भर में ही इसके बेहतर परिणाम देख पाएंगी। एकदम से चाय बिल्कुल बंद करने की कोशिश आपको विदड्रॉल सिम्पटम्स की ओर धकेल सकती है।

ज्यादा चाय पीना नशे के समान हो सकता है । चित्र : शटरस्टॉक।
ज्यादा चाय पीना नशे के समान हो सकता है । चित्र : शटरस्टॉक।

पर्याप्त नींद लें

जब आप चाय छोड़ने की कोशिश करती हैं, तो आप थकान, फोकस की कमी या खराब याददाश्त के लक्षणों का सामना कर सकती हैं। इनसे बचने के लिए आपको पर्याप्त नींद लेने की सलाह दी जाती है। ज्यादातर महिलाएं ज्यादा काम करने या देर रात जागने के लिए भी चाय का सहारा लेती हैं। इसकी बजाए चाय को कम करें और अपने शरीर को जरूरी आराम दें।

पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ पिएं

एन.सी.बी.आई. के शोध के अनुसार, अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रहने के लिए कैफीनयुक्त पेय को उतनी ही मात्रा में गैर-कैफीनयुक्त पेय पदार्थों से बदलें। ये आपके सिर दर्द, थकान, या चाय की लालसा में चक्कर आने के जोखिम को कम कर सकता है।

चाय के स्थान पर अन्य पेय पदार्थों को अपने आहार में शामिल करें। चित्र : शटरस्टॉक
चाय के स्थान पर अन्य पेय पदार्थों को अपने आहार में शामिल करें। चित्र : शटरस्टॉक

हर्बल चाय

आप कैफीन मुक्त हर्बल चाय चुनने पर भी विचार कर सकते हैं। हर्बल चाय को सच्ची चाय नहीं माना जाता है क्योंकि वे कैमेलिया साइनेंसिस संयंत्र से प्राप्त नहीं होती हैं। यह विभिन्न प्रकार के कैफीन मुक्त अवयवों से बनी होती हैं, जैसे फूल, जड़ी-बूटियां और फल।

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टीम हेल्‍थ शॉट्स
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