गर्मी के मौसम में वेटलॉस से लेकर डाइजेशन को इंप्रूव करने तक लौकी का जूस बेहद फायदेमंद साबित होता हैं। अधिकतर लोग शरीर को स्वस्थ बनाए रखने और गर्मी के प्रकोप से खुद को बचाने के लिए आहार में कई प्रकार के परिवर्तन करते हैं। ऐसे में वे दिन की शुरूआत लौकी के जूस से करते है। दरअसल, पोषक तत्वों से भरपूर लौकी में विटामिन और मिनरल उच्च मात्रा में पाए जाते हैं, जिससे शरीर स्वस्थ और फिट रहता है। जानते हैं लौकी का जूस खाली पेट पीने के कुछ फायदे।
इस बारे में डायटीशियन मनीषा गोयल बताती हैं कि लौकी का जूस पीने से शरीर हाइड्रेट रहता है और शरीर में जमा विषैले पदार्थों को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है। इसे नियमित रूप से पीने से शरीर में बढ़ने वाले कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है। इस लो कैलोरी फूड का सेवन करने से शरीर में जमा अरिक्त कैलोरीज़ को बर्न करने में भी मदद मिलती है। खाली पेट लौकी का जूस पीने से त्वचा और बालों के लिए भी फायदेमंद साबित होता है। इसके अलावा नींद की गुणवत्ता भी बढ़ने लगती है।
शरीर में जमा विषैले पदार्थों को डिटॉक्स करने के लिए लौकी का जूस बेहद फायदेमंद है। इसे खाली पेट पीने से पाचनतंत्र मज़बूत बनता है। इसमें पाई जाने वाली विटामिन सी की मात्रा शरीर में बैक्टीरियन संक्रमण के प्रभाव को कम करने में मदद करती है। इसके अलावा शरीर के इम्यून सिस्टम को भी मज़बूत बनाती है।
फाइबर से भरपूर लौकी का जूस पीने से शरीर में बनने वाली एसिडिटी की समस्या हल होने लगती है। इसके अलावा वॉबल मूवमेट भी नियमित बना रहता है। इसमें पाए जाने वाले विटामिन और मिनरल के चलते कब्ज की समस्या से राहत मिलती है। लौकी का सेवन करने से डाइजेशन इंप्रूव होने लगता है।
लौकी में 96 फीसदी पानी की मात्रा पाइ जाती है। गर्मी के मौसम में खाली पेट लौकी के जूस का सेवन से निर्जलीकरण की समस्या से बचा जा सकता है। साथ ही शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की मात्रा उचित बनी रहती है। इस लो कैलारी फूड से हीट स्ट्रोक का खतरा कम हो जाता है। खाली पेट जूस के अलावा लौकी का सूप और सब्जी बनाकर खाने से भी शरीर को फायदे मिलते हैं।
लौकी एक वॉटर रिच सब्जी है, जिसमें विटामिन सी, के और कैलिशयम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इससे शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम करके गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद मिलती है। एनआईएच के अनुसार लौकी का जूस पीने से लिपड में कमी आने लगती है। इससे हृदय रोगों का खतरा कम होने लगता है।
सुबह खाली पेट लौकी का जूस पीने से डायबिटीज के मरीजों को ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रण रखने में मदद मिलती है। इसमें मौजूद फाइबर की मात्रा ब्लड शुगर को रेगुलेट करने में मदद करती है। साथ ही पानी की उच्च मात्रा शरीर को संक्रमण से बचाने में मदद करती है।
लौकी एक लो कैलोरी फूड है, इससे तैयार जूस का सेवन खाली पेट करने से शरीर को अतिरिक्त कैलोरीज़ से मुक्ति मिल जाती है। शरीर स्वस्थ रहता है और एपिटाइट को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। लौकी जूस पीने से पेट लंबे वक्त तक भरा रहता है। इसमें पाई जाने वाली विटामिन बी और सी की मात्रा शरीर को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाने में मदद करती है।
कूलिंग प्रॉपर्टीज़ से भरपूर लौकी जूस शरीर के लिए स्वास्थ्यवर्धक है। वहीं एक्सपर्ट के अनुसार अगर लौकी के जूस में कड़वाहट महसूस हो, तो इस प्रकार के जूस को पीने से बचें। लौकी में पेस्टीसाइड्स का इस्तेमाल शरीर के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। इसके अलावा डायरिया, पेट में ऐंठन और नॉज़िया जैसे लक्षण महसूस होने पर लौकी का जूस न पीएं।
इस बारे में डायटीशियन डॉ अदिति शर्मा बताती हैं कि गर्भवस्था में लौकी का जूस पीने की जगह उसे पकाकर खाने का प्रयास करें। इन दिनों बड़ी मात्रा में किया जाने वाला पेस्टीसाइड्स का इस्तेमाल शरीर में टॉक्सिंस का कारण बनने लगता है। इससे वॉमिटिंग और डायरिया की समस्या बढ़ सकती है।
लौकी का जूस रोज़ाना पीने की जगह उसे सप्ताह में 2 से 3 बार पीएं। इससे साइड इफेक्टस का खतरा कम हो जाता है। शरीर में गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल प्रॉबल्म का जोखिम बढ़ जाता है जैसे गैस्टिक अल्सर और एसिडिटी बढ़ने लगती है। कम मात्रा में लौकी का सेवन करने से शरीर हेल्दी और हाइड्रेट बना रहता है।
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए लौकी का सूप भी फायदेमंद साबित होता है। वेटलॉस के लिए जूस के अलावा लौकी को सूप के रूप में भी आहार में शामिल कर सकते है। इससे शरीर को पोषण की प्राप्ति होती है और वेटलॉस में मदद मिलती है।
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