मिलेनियल्स को कभी-कभी अपने ट्रेडिशन और लाइफस्टाइल के बीच बड़ी कन्फ्यूजन का सामना करना पड़ता है। उनका प्रोफेशन और जिम्मेदारियां उनसे हर दम चुस्त-दुरुस्त रहने की मांग करती हैं। जबकि त्यौहार और व्रत उन्हें पारंपरिक तरीके से कुछ नियमों को फॉलो करने को कहते हैं। ऐसा ही एक खास व्रत है करवा चौथ (Karwa chauth)। मगर कन्फ्यूज न हों, क्योंकि प्यार-समर्पण मन और भावनाओं से होता है, कठिन व्रत से नहीं।
इसलिए वर्कआउट, फिटनेस और आपकी ऑल टाइम एनर्जी के लिए हमारी आहार विशेषज्ञ आपको बता रहीं हैं करवा चौथ व्रत रखने का हेल्दी तरीका (Healthy Karwa chauth fasting tips)।
अमूमन महिलाएं अपने परिवार की परंपरा के हिसाब से व्रत रखती हैं। इनमें से ज्यादातर में अलसुबह सरगी (Sargi) खाकर इस व्रत की शुरुआत की जाती है। और उसके बाद दिन भर निर्जला व्रत (Nirjala Vrat) रखा जाता है। यानी रात को चांद को अर्घ्य देने के बाद ही पानी पिया जाता है।
इस व्रत को आप ठीक से कर सकें इसके लिए जरूरी है कि आप एक दिन पहले ही इसकी तैयारी करें। सिर्फ सरगी ही नहीं, सरगी से पहले वाला दिन भी आपकी सेहत के लिहाज से महत्वपूर्ण है। न्यूट्री हब क्लिनिक की डायटीशियन अंशिका श्रीवास्तव इसके लिए सही तरीका बता रहीं हैं।
इसके लिए जरूरी है कि आप एक दिन पहले अच्छी मात्रा मे प्रोटीनयुक्त चीज़े खाएं जैसे- दालें, राजमा, मटर, छोले सोयाबीन, दूध व उससे बने पदार्थ।
ढेर सारा पानी पिएं और खुद को हाईड्रेटेड रखें, क्योंकि करवा चौथ का व्रत निर्जला ( बिना पानी पिये) रखा जाता है।
सुबह सरगी मे मिठाइयां खाई जाती हैं। मीठा खाने से आप थोड़ा एनर्जेटिक महसूस करते हैं। इसलिए सरगी के दौरान आप सेवियां, ड्राई फ्रूट्स, प्लेन वॉटर या नारियल पानी का सेवन कर सकती हैं जिससे आप अपने हाईड्रेशन को मेंटेन रख पाएंगी।
व्रत खोलने के बाद आपका पानी का इनटेक अच्छा होना चाहिए। ताकि डिहाईड्रेशन की समस्या न होने पाए। इसके लिए आप नारियल पानी भी पी सकती हैं। अकसर महिलाएं व्रत खोलने के तुरंत बाद चाय या कॉफी पीती हैं। ऐसा बिल्कुल न करें, वरना एसिडिटी की समस्या हो सकती है।
व्रत खोलने के बाद अपनी मील को हल्का ही रखें। गरिष्ठ और ज्यादा मात्रा मे भोजन न करें नहीं तो पेट से संबंधित परेशानियां हो सकती हैं।
व्रत खोलने के बाद आपको मीठा खाने की क्रेविंग हो सकती है। ऐसे में मिठाइयों का सेवन न करके आप ड्राई फ्रूटस जैसे- 1-2 पीस अंजीर, 5-6 पीस किशमिश, 2 पीस खजूर या डार्क चॉकलेट खा सकती हैं।
ऐसे लोग जिन्हें डायबिटीज की शिकायत है तथा दवाइयां या इंसुलिन भी लेते हैं, वो लोग अपने डॉक्टर व आहार विशेषज्ञ के सुपरविजन में ही करवा चौथ का व्रत रखें। क्योंकि व्रत रखने से हाइपोग्लाइसेमिया का खतरा बढ़ जाता है।
डॉक्टर दवाओं की डोज कम कर सकते हैं या फिर दवा को सुबह की जगह शाम को लेने का सुझाव दे सकते हैं। आपका आहार भी फिर उसी के अनुसार होना चाहिए।
असल में करवा चौथ का व्रत निर्जला रखा जाता है। इसलिए मैं डायबिटीज़ रोगियों को व्रत न रखने की सलाह देती हूं। वे चाहें तो फलाहार के साथ व्रत रख सकते हैं। पर फल में उन्हें ध्यान से चुनने चाहिए।
डायबिटीज़ के मरीज़ सुबह सरगी के समय अधिक मात्रा मे मिठाई का सेवन न करें। इसकी जगह वे गुड़ या शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं।
करवा चौथ का व्रत तोड़ते समय भी उन्हे सावधानी रखने की जरूरत है। व्रत तोड़ने के बाद 1 या 2 गिलास पानी का पिएं। फिर उसके बाद एक मुट्ठी नट्स खाएं और तब अपना पारंपरिक आहार जो भी आप करना चाहें। इसके अतिरिक्त पोर्शन कंट्रोल करना बहुत जरूरी है। नहीं तो पेट संबंधी समस्या हो सकती है।
यह भी पढ़ें – Karwa Chauth 2021:करवा चौथ की सरगी में शामिल करें ये ड्राई फ्रूट पराठा, दिन भर रहेगी एनर्जी