यदि आपने हाल ही में जिम जाना शुरू किया है, तो एक चीज़ जो अक्सर ट्रेनर्स किसी को भी कहते हुए दिख जाएंगे, वो है प्रोटीन शेक्स (Protein Shakes) पीने की सलाह। कई लोगों का मानना है कि प्रोटीन शेक्स या पाउडर बॉडी के लिए अच्छे नहीं होते हैं। इनके कई साइड एफ़ेक्ट्स होते हैं, जो बाद में उभरते हैं।
वाकई आपने भी कई बार लोगों और कई फिटनेस एक्सपर्ट्स को यह कहते हुए सुना होगा कि यह सिंथेटिक हैं। या फिर शरीर को इन्हें प्रोसेस करने में कई साल लग जाते हैं। मगर क्या यह सारी सुनी – सुनाई बातें सही हैं? या फिर वाकई में प्रोटीन आपकी हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूती देने के लिए फायदेमंद है? चलिये पता करते हैं, मगर सबसे पहले जानते हैं प्रोटीन पाउडर के बारे में।
प्रोटीन पाउडर प्रोटीन की पाउडर फॉर्म होते हैं, जो पौधों (सोयाबीन, मटर, चावल, आलू, या भांग), अंडे, या दूध से आते हैं। पाउडर में अन्य सामग्री शामिल हो सकती है जैसे कि शुगर, आर्टीफिशियल स्वीटनर, विटामिन और खनिज। प्रति स्कूप प्रोटीन की मात्रा 10 से 30 ग्राम तक भिन्न हो सकती है। मांसपेशियों के निर्माण (Muscle Benefits) के लिए उपयोग किए जाने वाले सपलीमेंट में अपेक्षाकृत अधिक प्रोटीन होता है, और वजन घटाने के लिए उपयोग किए जाने वाले सपलीमेंट में कम।
इसमें आपकी मदद करने के लिए हाजिर हैं – डॉ. सिद्धांत भार्गव। वे सेलिब्रिटी और फूड दर्जी के सह-संस्थापक हैं और आलिया भट्ट जैसी कई एक्ट्रेस को खानपान के तरीकों में गाइड करते हैं। हाल ही में उन्होनें एक पोस्ट साझा की जिसमें वे प्रोटीन पाउडर के बारे में बताते हुये नज़र आ रहे हैं।
अपने पोस्ट के कैप्शन में डॉ. सिद्धांत लिखते हैं – What do you think – are protein shakes good or bad for you? ? Let me know your answers, before you start watching! यानी ?आपको क्या लगता है – प्रोटीन शेक आपके लिए अच्छा है या बुरा? देखना शुरू करने से पहले, मुझे अपने उत्तर बताएं!
अपनी पोस्ट में प्रोटीन पाउडर के बारे में बात करते हुये, वे कहते हैं कि – ”जो लोग यह सोचते हैं कि प्रोटीन पाउडर हेल्दी नहीं हैं और इन्हें पचने में कई साल लग जाते हैं, उनकी बातों पर भरोसा न करें – यह बिल्कुल बकवास है। असल में प्रोटीन पाउडर मसल बनाने में, शरीर को मजबूती देने में और पाचन तंत्र को सुधार करने में मदद करता है। जो लोग व्हे प्रोटीन को सही नहीं मानते हैं, उन्हें भी यह पता होना चाहिए कि मां के दूध में भी प्रोटीन होता है, जो हम बचपन से पीते आ रहे हैं।”
प्रोटीन शेक व्यायाम के बाद मांसपेशियों के निर्माण में मदद करने के लिए अतिरिक्त प्रोटीन प्रदान करते हैं। यह वजन घटाने के दौरान या उम्र बढ़ने की प्रक्रिया के कारण मांसपेशियों के नुकसान को रोकते हैं।
यह तीन तरह से काम करता है: मांसपेशियों का निर्माण, मांसपेशियों की क्षति को रोकना, और व्यायाम के बाद रिकवरी को बढ़ावा देना।
ऐसा इसलिए क्योंकि बाज़ारों में कई तरह के प्रोटीन उपलब्ध हैं, जो अलग – अलग तरह से बनते हैं। कौन सा प्रोटीन कितना सही है यह कोई नहीं जनता है। हवार्ड हेल्थ के अनुसार प्रोटीन पाउडर में कैलोरीज और चीनी की मात्रा काफी ज़्यादा हो सकती है।
जहां तक हो सके प्रकृतिक स्त्रोत से ही प्रोटीन को गेन करना सीखें। महिलाओं के लिए प्रति दिन 46 ग्राम और पुरुषों के लिए 56 ग्राम प्रोटीन आवश्यक है। उदाहरण के लिए:
नाश्ते के लिए एक अंडा (6 ग्राम)
दोपहर के भोजन में 6 औंस सादा या फीका दही (18 ग्राम)
नाश्ते के लिए मुट्ठी भर मेवे (4-7 ग्राम)
रात के खाने के लिए एक कप दूध (8 ग्राम) और 2 औंस पका हुआ चिकन (14 ग्राम)।
इसके अलावा यही आपको व्हे प्रोटीन की तलाश है, तो डॉक्टरों की सलाह लें।
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