स्वस्थ खानपान ही स्वस्थ जीवन का आधार है। स्वस्थ खानपान को ही हम बैलेंस डाइट कहते हैं। इसके लिए हमें पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य सामग्रियां लेनी होंगी। अक्सर हम व्यस्तता के कारण बैलेंस डाइट नहीं ले पाते हैं और इन पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए अलग-अलग सप्लीमेंट लेने लगते हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि बिना डॉक्टर की सलाह के सप्लीमेंट लेना गलत है। वहीं यदि पोषक तत्वों से भरपूर सब्जियों (Health benefits of seasonal vegetables ) को अपने आहार में शामिल कर लिया जाये, तो कभी सप्लीमेंट लेने की जरूरत ही नहीं महसूस होगी। ऐसे ही पोषक तत्वों का भंडार हैं अन्नकूट (Annakut prasad) यानी गोवर्धन पूजा (Govardhan pooja prasad) के अवसर पर बनने वाली मिक्स सब्जी। आइए जानें इन मौसमी और हरी सब्जियों के सेहत लाभ।
दीपावली के अगले दिन अन्नकूट पूजा और गोवर्धन पूजा मनाई जाती है। इस अवसर पर तरह-तरह के पकवान के अलावा कई तरह की सब्जियां भी तैयार की जाती हैं। ईश्वर को भोग लगाने के बहाने इन पर्वों के माध्यम से यह संदेश दिया जाता है कि स्वास्थ्यवर्धक आहार खाएं और स्वस्थ रहें। क्योंकि स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है। अन्नकूट पूजा और गोवर्धन पूजा के अवसर पर हम अपने आहार में उन 7 सब्जियों को शामिल करने का संकल्प लें, जो हमारे स्वास्थ्य की रक्षक हैं।
अलग-अलग सब्जियों में अलग-अलग पोषक तत्व पाए जाते हैं। हरी पत्तेदार सब्जियों में मुख्य रूप से विटामिन ए, विटामिन बी, रिबोफ्लेविन, फोलिक एसिड, विटामिन सी, आयरन, कैल्शियम और प्रोटीन भी पाए जाते हैं। इससे हड्डियां मजबूत रहती हैं, आंखों की रोशनी सही रहती है, कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है, ब्लड शुगर लेवल सामन्य रहता है और हृदय रोगों से भी सुरक्षा होती है। इसलिए अपने आहार में इन सब्जियों को जरूर शामिल करें।
मूली और मूली का पत्ता दोनों फायदेमंद है। इसमें आयरन, विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी के अलावा, क्लोरीन भी मौजूद होते हैं। मैग्नीशियम, पोटैशियम, सोडियम जैसे जरूरी मिनरल्स भी इसमें भरपूर होते हैं। यदि आप कब्ज या पाचन संबंधी दूसरी समस्या से जूझ रही हैं, तो मूली और मूली पत्ते का साग इसे दूर करने में मदद कर सकता है।
मूली में मौजूद फाइबर बॉवेल मूवमेंट सही कर डाइजेशन ठीक करने में मदद करता है। यह भूख को बढाती है और गैस से राहत दिलाती है। इसलिए मूली सुपरफूड कहलाती है।
आलू सब्जियों का राजा कहा जाता है। इसे हर रूप में खाया जाता है। यदि किडनी स्टोन हो गया है, तो आलू इसे दूर करने में मदद करता है। गठिया के कारण जोड़ों में दर्द है, तो इसमें भी आलू मदद करता है।
यह हड्डियों को मजबूत करता है। आलू में विटामिन ए, विटामिन डी, विटामिन बी 6, मैग्नीसियम, पोटैशियम भी पाया जाता है। यदि डायबिटीज है, तो आलू खाने से बचें। यदि छिलके सहित आलू को पकाती हैं, तो यह अधिक लाभ देगा।
भिंडी को महिलाओं की मित्र कहा जाता है। यह माहवारी सहित इंटिमेट हेल्थ से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में मदद करती है। यह मेल फर्टिलिटी बढ़ाने के साथ-साथ स्पर्म क्वालिटी में भी सुधार करती है। यह मैग्नीशियम, पोटैशियम, सोडियम, फास्फोरस के साथ- साथ विटामिन ए, विटामिन बी 6, विटामिन सी में भी भरपूर होती है। कैल्शियम और विटामिन डी की मौजूदगी इसे बोन हेल्थ के लिए जरूरी सब्जी के रूप में मान्यता दिलाती है।
यदि आप बैगन खायेंगी, तो आपका मेंटल हेल्थ मजबूत होगा। आयरन, जिंक, विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन बी और फोलेट जैसे पोषक तत्व ब्लड सर्कुलेशन में मदद करते हैं, मेमोरी पॉवर मजबूत करते हैं। इसमें मौजूद फाइबर डायजेशन को सही रखते हैं।
वजन कम करना चाहती हैं तो लौकी की सब्जी, रायता और लौकी जूस पियें। इसमें मौजूद आयरन, पोटैशियम, सोडियम, विटामिन सी, विटामिन ए आपकी मदद करेंगे। यह बैड कोलेस्तेरोल को नियंत्रित करता है। इसमें सैचुरेटेड फाइबर मौजूद है, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने का काम करता है।
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कस्टमाइज़ करेंसोडियम, विटामिन सी, पोटैशियम, मैग्नीशियम, विटामिन बी 6, डाइटरी फाइबर आदि से भरपूर होते हैं कद्दू और कद्दू के बीज।
ये ब्लड शुगर लेवल, ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। साथ ही ब्लड सर्कुलेशन सही कर हृदय को भी स्वस्थ रखता है। और कद्दू का साग भी स्पर्म क्वालिटी बढ़ने में मदद करता है।
अरबी और अरबी के पत्तों में में फोलेट बहुत अधिक मात्रा में मौजूद होता है। इसके अलावा, विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन बी 6, मैग्नीशियम, मैग्नीज, आयरन, फोस्फोरस जैसे मिनरल भी मौजूद होते हैं। ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने के साथ-साथ इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करती है अरबी। यह खून की कमी दूर कर थकान कम करने में मदद करती है।
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