ड्राई फ्रूट्स गर्भवती स्त्रियों के लिए पौष्टिक और सुविधाजनक स्नैक विकल्प हैं। आवश्यक पोषक तत्वों, विटामिन और मिनरल से भरपूर ड्राई फ्रूट्स गर्भावस्था के दौरान कई लाभ प्रदान कर सकते हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि पोषण से भरपूर और हेल्दी प्रेग्नेंसी के लिए आहार में ड्राई फ्रूट्स को शामिल करना जरूरी है। हालांकि सभी ड्राई फ्रूट की अपनी-अपनी खासियत है, लेकिन कुछ ड्राई फ्रूट्स को आहार में शामिल करने से जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ रह सकता (dry fruits in pregnancy) है।
बादाम, अखरोट, काजू, खजूर, किशमिश, अंजीर और एप्रिकॉट। ड्राई फ्रूट्स की एक लंबी श्रृंखला है, जो अलग-अलग विटामिन और मिनरल के स्रोत हैं। ये गर्भावस्था में अतिरिक्त मैग्नीशियम की आवश्यकता को पूरा करते हैं। गर्भावस्था के दौरान फोलिक एसिड, आयरन, कैल्शियम, विटामिन डी, कोलीन, ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन बी और विटामिन सी की जरूरत सबसे ज्यादा होती है। इन सभी की पूर्ति ड्राई फ्रूट्स करते हैं।अक्सर महिलाओं को थकान और कमजोरी महसूस होती है। ड्राई फ्रूट्स ऊर्जा का प्राकृतिक और स्वस्थ स्रोत हैं।
बादाम में पोषण का सबसे अच्छा स्रोत है। इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, प्रोटीन, राइबोफ्लेविन और विटामिन ई होते हैं, जो भ्रूण के नर्वस सिस्टम के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बादाम फाइबर और मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड से भी भरपूर होते हैं, जो गर्भावस्था के दौरान अजन्मे बच्चे के विकास में मदद करते हैं।
शिशु के विकास और मस्तिष्क के विकास में मदद करता है। कम घनत्व वाले लिपिड (एलडीएल) या खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।शिशुओं में स्केलेटल सिस्टम के विकास में मदद करता है।
गर्भवती महिलाओं में हड्डियों को मजबूत करता है। यह हृदय रोग को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बादाम में मौजूद विटामिन और मिनरल रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं।ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है। गर्भवती महिलाओं में प्री-एक्लेमप्सिया को रोकता है। यह गर्भवती महिलाओं को पूरे दिन ऊर्जावान और स्वस्थ रखता है। बादाम में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन स्रोत भ्रूण के विकास को बढ़ावा देने में मदद करता है।
काजू गर्भवती महिलाओं को अधिकतम पोषण और ऊर्जा प्रदान करता है। इसमें कैल्शियम, जिंक, फॉस्फोरस, फोलिक एसिड, आयरन, फाइबर, मैग्नीशियम और विटामिन के होता है।
काजू पाचन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह कब्ज दूर में मदद करता है, जो हार्मोनल परिवर्तन के कारण गर्भावस्था में एक बड़ी शिकायत है। इसमें आयरन का उत्कृष्ट स्रोत है, जो एनीमिया को रोकने में मदद करता है। यह हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने में भी मदद करता है।
काजू में कैल्शियम और मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में होता है, जो मां और बच्चे दोनों की हड्डियों और जोड़ों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
यह मसूड़ों और दांतों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
काजू में मौजूद विटामिन K थ्रोम्बोसिस को रोकता है। यह ब्लड क्लॉट होने से रोकता है। गर्भनाल के माध्यम से भ्रूण में ब्लड फ्लो को नियंत्रित करता है।
अखरोट भूख कम करने में सबसे अधिक मदद करता है। यह कई मिठाइयों में एक प्रमुख घटक है।
इसमें भरपूर मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन, फाइबर और प्रोटीन होता है।
ओमेगा-3 फैटी एसिड की हाई मात्रा अजन्मे शिशुओं में मस्तिष्क के विकास और आंखों के विकास में मदद करती है।
अखरोट गर्भावस्था के दौरान ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है। यह गर्भवती महिलाओं में प्रीक्लेम्पसिया को रोकता है।
यह मानसिक स्वास्थ्य को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह अच्छी नींद लाने में मदद करता है। अखरोट गर्भावस्था के दौरान बढ़ते वजन को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अखरोट ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने और प्रेग्नेंसी पीरियड के दौरान होने वाली डायबिटीज को रोकने में मदद करता है। यह शरीर के मेटाबॉलिज्म को भी बेहतर बनाता है।
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