खाद्य पदार्थों को ख़राब होने से बचाने की प्रथा सदियों से चलन में है। बैक्टीरिया और फंगस से बचाने के लिए भोजन को मिट्टी के जार में रखा जाता है। खाद्य पदार्थ को सूखा रखा जाता है, क्योंकि इन सूक्ष्मजीवों के बढ़ने के लिए नमी की आवश्यकता होती है। आम तौर पर चीनी और नमक प्रीजर्वेटिव में शामिल हैं।
प्रीजर्वेटिव के दो प्रकार होते है- प्राकृतिक (natural) और बनावटी (artificial)। प्राकृतिक परिरक्षक (natural preservatives), जैसे तेल और नमक, भोजन की रासायनिक संरचना (chemical composition) को नहीं बदलते हैं, और एंटीऑक्सिडेंट (antioxidants) से भरे होते हैं, जो ऑक्सीकरण (oxidation) या भोजन को ख़राब होने से बचाते है।
जबकि कृत्रिम या बनावटी परिरक्षक (artificial preservatives) , जैसे कि BHA (ब्यूटाइलेटेड हाइड्रॉक्सीटोल्यूइन), भोजन की रासायनिक संरचना (chemical preservatives) को बदल सकते हैं, और स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानियों को जन्म दे सकते हैं। इन परिरक्षकों को एडिटिव्स (additive) के रूप में जाना जाता है और यह अस्थमा और मोटापे को ट्रिगर करता हैं।
प्रीजर्वेटिव का उपयोग फलों, पैकेज्ड राजमा से लेकर चिकन तक सभी प्रकार के खाद्य पदार्थों में किया जाता है। इसलिए, स्वस्थ जीवन जीने के लिए, हमारे आहार से परिरक्षकों को काटने के लिए सक्रिय कदम उठाने की आवश्यकता है।
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज एंड रिसर्च के शोध के अनुसार, प्रीज़र्वेटिव खाद्य पदार्थ को लंबे समय तक ताज़ा रखने के लिए काम करता है, लेकिन इसके निरंतर सेवन से अनेक स्वास्थ्य संबंधी रोग जैसे अतिसंवेदनशीलता (hypersensitivity), एलर्जी (allergy), अस्थमा (asthma), हाइपर ऐक्टिविटी (hyper activity),मानसिक क्षति और वज़न बढ़ सकता है।
प्रीज़र्वेटिव आपके आहार में सोडियम (sodium) और सैचुरेटेड फैट (saturated fat) की मात्रा बढ़ा देता है, जिससे शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर ज्यादा हो जाता है। अपने आहार से प्रासेस्ड फूड हटाकर, आप शरीर में सूजन को रोक सकते हैं, हृदय रोगों के जोखिम को कम कर सकते हैं, वजन को कम करने के साथ ही यह शरीर में टॉक्सिन (toxin) की मात्रा को कम करने में भी मदद करेगा।
खाद्य पदार्थ खरीदते समय लेबल को ध्यान से पढ़ें, ताकि आप परिरक्षकों (preservatives) वाले खाद्य पदार्थों से बच सकें। पैकेजिंग पर सामग्री सूची (ingredients) आपको प्रीज़र्वेटिव और उनके उद्देश्य की पहचान करने में मदद करेगी। उदाहरण के लिए, सल्फर डाइऑक्साइड का उपयोग सड़ांध को रोकने के लिए किया जा सकता है। जबकि नमक शेल्फ लाइफ (shelf life) और स्वाद के लिए जोड़ा जाता है। यह आपको प्राकृतिक परिरक्षकों (natural preservatives) और एडिटीव (additive) के बीच अंतर करने और सही विकल्प चुनने में मदद करेगा।
मायो क्लिनिक द्वारा प्रकाशित एक शोध के अनुसार, किराने की दुकान से की खरीदारी प्रीजर्वेटिव वाले खाद्य पदार्थों से बचने का एक शानदार तरीका है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि अधिकांश दुकानें अपने पूरे खाद्य पदार्थ, फलों और सब्जियों को एक ही पंक्ति में रखती हैं, और असंसाधित खाद्य पदार्थों (unprocessed food) को गलियारों में रखती हैं।
इसके अलावा, ताजे फल, साबुत अनाज, सब्जियां, कच्चे सूखे मेवे, बीज, अनफ्लेवर्ड डेयरी, जैसे स्मार्ट विकल्प चुनें। इसमें डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ, फ्रोज़न फूड, मसालों, सॉस, मीठे पेय पदार्थ, चिप्स और ब्रेड से बचने की जिम्मेदारी आपकी है।
प्रीजर्वेटिव से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपना भोजन स्वयं पकाएं। यह आपको अनुमति देता है कि आप किन सामग्रियों का सेवन कर रहे हैं, आपकी कैलोरी की संख्या और चीनी,फैट, नमक, एडिटिव्स (additives), आदि का उपयोग किस प्रकार कर रहे है।
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कस्टमाइज़ करेंआप ड्रेसिंग,फ्रोज़न मीट और प्रीजर्व्ड फलों और सब्जियों के उपयोग को कम या समाप्त करके, अपने आहार में छोटे परिवर्तन करना शुरू करें। अगले चरण के बदलाव में ताजे फल, सब्जियां और कच्चा मांस शामिल करना, मौसम के हिसाब से भोजन पकाना है। घर पर मसाला बनाने के लिए पेपरमिंट, मिर्च और टमाटर जैसी सामग्री का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
तो लेडीज, अपने आहार में परिरक्षकों (preservatives) को चैक करें और उन्हें कम कर, स्वस्थ और फिट जीवन जीने का लक्ष्य रखें!
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