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क्या डायबिटीज के मरीजों को खाना चाहिए शरीफा? पोषण के साथ जानिए इस सवाल का भी जवाब

शरीफा इस मौसम का खास फल है, इसकी मिठास का कोई जवाब नहीं। पर क्या यह मीठा फल मधुमेह के रोगी खा सकते हैं?
मधुमेह के खतरे को कम करने में फायदेमंद है शरीफा। चित्र : शटरस्टॉक
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जब हमारे खाने की आदतों की बात आती है, तो कुछ गंभीर स्वास्थ्य स्थितियों में अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। ऐसी ही एक बीमारी है डायबिटीज, जो हमें कुछ खास प्रकार के भोजन करने से रोकती है।

इस स्थिति में शरीर में चीनी और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज़्यादा होने पर समस्याएं बढ़ सकती हैं। इसलिए ज़्यादातर लोगों को लो शुगर और कार्ब डाइट लेने की सलाह दी जाती है। ऐसे खाद्य पदार्थ का सेवन करने के लिए कहा जाता है जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम हो।

सभी फल मीठे होते हैं। इसलिए आपको लगता होगा कि इन्हें नहीं खाया जा सकता है। मगर शरीफा यानी कस्टर्ड एप्पल का मधुमेह रोगी भी सेवन कर सकते हैं। हैरान हैं? आइए हम बताते हैं क्यों।

शरीफा या सीताफल के 6 स्‍वास्‍थ्‍य लाभ। चित्र- शटरस्टॉक।

पोषक तत्वों से भरपूर है शरीफा

शरीफा के कई स्वास्थ्य लाभ हैं और यह एक पौष्टिक फल है। इसमें विटामिन C, विटामिन A, पोटेशियम और मैग्नीशियम होता है। फाइबर और फ्लेवोनोइड्स से भरपूर शरीफा न केवल मधुमेह के जोखिम को कम करने में मदद करता है, बल्कि आपके रक्तचाप को भी नियंत्रित करता है। एक बड़े आकार के शरीफे में निम्नलिखित पौष्टिक तत्व होते हैं –

वसा – 0.3 ग्राम
सोडियम – 9 मिलीग्राम
पोटेशियम – 247 मिलीग्राम
कुल कार्बोहाइड्रेट – 24 ग्राम
आहार फाइबर – 4.4 ग्राम
प्रोटीन – 2.1 ग्राम
कैलोरी – 94 कैलोरी

शरीफे में मुख्य रूप से ग्लूकोज और फ्रुक्टोज होते हैं। यह मीठा होता है और इनमें लगभग 28% चीनी होती है।

क्या डायबिटीज के मरीज शरीफा खा सकते हैं?

कस्टर्ड एप्पल में 54 से कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है। जो न केवल सुरक्षित है, बल्कि ऐसे खाद्य पदार्थ जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 55 से कम है, उन्हें मधुमेह रोगियों के लिए अनुशंसित किया जाता है।

ऑस्ट्रेलियाई जर्नल के अध्ययन से पता चलता है कि कस्टर्ड एप्पल मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। इस अध्ययन में खरगोश को शरीफा का गूदा खिलाया गया और यह पता गया कि इसमें मधुमेह विरोधी गुण होते हैं।

डायबिटीज से ग्रसित लोग खा सकते हैं शरीफा। चित्र: शटरस्टॉक

एक मधुमेह रोगी को कैसे खाना और कितना खाना चाहिए शरीफा

यह कहना सुरक्षित है कि मधुमेह रोगी शरीफा खा सकते हैं। अगर रोजाना कम मात्रा में इसका सेवन किया जाए, तो कस्टर्ड एप्पल मधुमेह में फायदेमंद साबित हो सकता है। यह एक मीठा फल है लेकिन इसका ग्लाइसेमिक लोड कम होने के कारण यह बहुत अधिक प्रभाव नहीं डालता है।

इसके अलावा, एंटीऑक्सीडेंट की उपस्थिति इंसुलिन उत्पादन को बढ़ाएगी और रक्त शर्करा के अवशोषण को धीमा कर देगी। इसमें मधुमेह विरोधी गुण होते हैं, जो इसे मधुमेह के लिए उपयुक्त फल बनाते हैं।

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जैसा कि हम जानते हैं कि शरीफा डाइट्री फाइबर से भरे होते हैं, ये फाइबर आमतौर पर चीनी के अवशोषण को धीमा कर देते हैं, जिससे वे मधुमेह के लिए स्वस्थ हो जाते हैं। आमतौर पर मधुमेह वाले लोगों को कस्टर्ड सेब का सेवन करने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह रक्त शर्करा के स्तर को कम करता है।

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ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं। ...और पढ़ें

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