गर्मियों का मतलब है बहुत सारे मॉकटेल, नींबू पानी, लस्सी, शर्बत और क्या नहीं। आख़िरकार हम सभी अपने-अपने अनुसार मीठा खाना और पीना पसंद करते हैं। खासतौर से तब जब गर्मी बढ़ने लगी हो। पर ज्याहदा मीठे का सेवन वजन बढ़ने का कारण बन सकता है। असल में ज्याेदा चीनी का सेवन हमारी सेहत के लिए ठीक नहीं है।
पर अगर चीनी की जगह हम गुड़ का इस्ते माल करें तो? तब निश्चित ही यह हाइड्रेट होने का हेल्दी तरीका होगा। आप सोच रही होंगी गुड़! और भी वो गर्मी में ? जी हां क्यों नहीं। बस थोड़े से बदलाव के साथ। और हम आपके लिए लेकर आए हैं गुड़ की एक ऐसी अल्टीेमेट मॉकटेल रेसिपी जो आपको कूल कर देगी।
जो लोग पुरानी दिल्ली की सड़कों से गुजरे होंगे, उन्हें जरूर ये जाना-पहचाना लगेगा। जी हां, हम बात कर रहे हैं गुड के शरबत की।
½ कप गुड़
2 कप पानी
दो नींबू का रस
1 छोटा चम्मच चाट मसाला
1 चम्मच भुना जीरा पाउडर
5 पुदीने की पत्तियां
चुटकी भर काला नमक
4-5 बर्फ के टुकड़े
1. गुड़ को लगभग दो घंटे के लिए पानी में भिगो दें।
2. अब एक छलनी के जरिए पानी को छलनी में छान लें। गुड़ के छोटे महीन टुकड़ों को चम्मच से मैश करें और छानें।
3. अब एक ग्राइंटर में पुदीने की पत्तियों को पीस लें। आप अदरक कूटने वाली छोटी ओखली का भी इस्तेलमाल कर सकती हैं।
4. अब इसमें नींबू का रस, चाट मसाला, काला नमक और जीरा पाउडर मिलाएं। और अच्छे- से मिक्स करें।
5. बर्फ डालें, परोसें और आनंद लें।
वैसे तो हम सभी बचपन से ही गुड़ खाते आ रहे हैं। बेहतर पाचन और आंत की सेहत के लिए खाना खाने के बाद गुड़ खाने की सलाह दी जाती है।
फार्माकोनोगोसी की समीक्षा जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, केवल यही नहीं बल्कि गुड़ खाने के कई और भी कई स्वास्थ्य लाभ हैं:
इस अध्ययन में कहा गया है कि गुड़ फ्लेवोनोइड और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो कि एजलेस ब्यूटी के लिए जरूरी पोषक तत्व हैं।
एनवायरनमेंटल हेल्थ पर्सपेक्टिव पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन बताता है कि प्रदूषित वातावरण में रहने के कारण हमारे फेफड़ों को नुकसान पहुंचता है। इसके लिए गुड़ खाने की सलाह दी जाती है। गुड़ में ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो फेफड़ों के बेहतर कामकाज के लिए ऊतक और लिम्फ नोड्स को साफ करने में मदद करते हैं।
जैसा कि आप जानते हैं कि चीनी स्वाखस्य् ज के लिए अच्छीऊ नहीं मानी गई। पर गुड़ चीनी का लो कैलोरी विकल्पा है। यह आपको वजन कम करने में भी मदद कर सकता है। जर्नल न्यूट्रिएंट्स में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, यह ब्लेड शुगर लेवल को बनाए रखने में मदद करता है और टाइप -2 मधुमेह वाले लोगों पर इसका प्रभाव कमाल का है।
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कस्टमाइज़ करेंहेल्दीत इंटेस्टाइन और समग्र स्वास्थ्य के लिए दैनिक आहार में गुड़ शामिल करना चाहिए। इससे गैस और अपच की समस्या से निजात मिलती है।
तो फिर लौट चलें पुरानी दिल्लीज की उन्हीं सड़कों पर, जहां आवाजें आती हैं – “ठंडा ठंडा गुड़ का शरबत।”