स्वादिष्ट भारतीय व्यंजनों की सूची चने के बिना अधूरी है। छोले भटूरे हो या फिर चने से बना सलाद, यह हर तरह से आपके खाने में मिलकर उसे स्वादिष्ट बना देता है। आप यह भी जानती होंगी कि अलग-अलग रंगों और आकार में मौजूद चने पोषण का खजाना हैं। पर अकसर कंफ्यूजन यहां शुरू होती है कि काले या सफेद चने, सेहत के लिहाज से किन्हें आहार में शामिल करना ज्यादा फायदेमंद होता है! तो चलिए आज आपकी यह कंफ्यूजन भी हम दूर कर देते हैं
काले हो या सफ़ेद, दोनों चने प्रोटीन और फाइबर का भण्डार हैं और ये आपके शरीर को सही मात्रा में पोषण प्रदान करते हैं। तो आइये जानते हैं इनसे जुड़े कुछ स्वास्थ लाभ
चने प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होते हैं और आपके पेट को देर तक भरा हुआ महसूस करवाते हैं। इससे आप कम खाती हैं जिसकी वजह से आपको वजन कम करने में मदद मिलती है। किसी भी तरह के चने से बना सलाद का सेवन करने से आप बहुत जल्दी अपना वजन घटाने में मदद मिल सकती है। अगर आप मोटापे की समस्या परेशान है, तो अपने आहार में चने जरूर शामिल करें।
काले या सफ़ेद दोनों तरह के चने में फाइबर और प्रोटीन की मात्रा बहुत आधिक होती हैं, जो आपके शरीर में ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में सहायक है। इसके साथ ही यह खाना खाने के बाद शरीर में बढ़ने वाले शुगर लेवल को कंट्रोल करने का काम करते हैं। इसका सेवन करने से आपको टाइप-2 डायबिटीज़ से लड़ने में मदद मिलेगी।
अगर आपकी हड्डियाँ कमजोर होती जा रही हैं, तो ऐसे में काले चने का सेवन करके आप अपनी हड्डियों को मजबूत बना सकती हैं। इनमें कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, जिंक और विटामिन-K और A से पाया जाता है। ये आपके शरीर में हड्डियों के विकास के लिए ज़रूरी, खनिज और कोलेजन का उत्पादन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अगर आपकी हड्डियों में दर्द है तो आपको हर रोज चने ज़रूर खाने चाहिए।
छोले या सफेद चने फाइबर से भरपूर होते हैं, जो आपके पेट की सेहत का ख़ास ख्याल रखते हैं। साथ ही ये आपकी पाचन क्रिया को सुधारने में आपकी मदद करते हैं। इसके अलावा आप इरिटेबल बाउल सिंड्रोम यानि IBS से बचने के लिए चने को अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं।
अगर आप बाल झड़ने की समस्या से परेशान हैं, तो अपने बालों को हेल्दी बनाए रखने के लिए चने को अपने आहार में शामिल करें। ये आपके बालों को बढ़ाते है और उन्हें घना बनाते हैं। चने में पाए जाने वाले तत्व जैसे प्रोटीन, विटामिन-A और B, हेयर फॉल की समस्या से राहत दिलाते हैं।
चने में पर्याप्त मात्रा में विटामिन-C, E और K पाया जाता है जो आपकी त्वचा के लिए बेहद फ़ायदेमंद हैं। इसके सेवन से आप स्किन के घावों को ठीक करने, झुर्रियों को मिटाने, रूखी त्वचा और सूरज की रोशनी से होने वाली हानि से बची रह सकती हैं।
इसके लिए हम इनके पोषण मूल्य और कैलोरीज की तुलना करना सबसे सही तरीका मानते हैं।
काबुली चने यानी सफेद चने में 12 ग्राम फाइबर होता है और काले कहने में 18.3 ग्राम
सफेद चने में 20.47 ग्राम प्रोटीन होता है और काले चने में 25.21 ग्राम
वहीं काबुली चने यानी चिकपीस में 2.76 मिलीग्राम जिंक होता है और काले चने में 3.35 मिलीग्राम
आयरन की अगर बात करें तो यह सफेद चने में इसकी उपलब्धता 4.31 मिलीग्राम है जबकि काले चने में 7.57 मिलीग्राम
एक कप सफेद चने में 57 मिलीग्राम कैल्शियम पाया जाता है, तो वहीँ, काले चने में 138 मिलीग्राम
ये आंकड़े बताते हैं कि एक कप सफेद चने की तुलना में एक कप काले चने में ज्यादा मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसलिए साफ तौर पर इस दौड़ का विजेता तो काला चना ही है। पर हमस और छोले भठूरे का स्वाद सफेद चने के बिना संभव नहीं।
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