व्रत, उपवास या फास्टिंग (Fasting) सिर्फ आपको आध्यात्मिक ऊर्जा ही नहीं देती, बल्कि ये आपको कुछ सेहत लाभ (Health Benefits) भी देती है। इंटरमिटेंट फास्टिंग (Intermittent Fasting) भी हमारे पारंपरिक उपवास (Upwas) और व्रत (Vrat) का ही एक संशोधित रूप है। हालांकि इसमें आपको सभी कुछ खाने की अनुमति होती है, जबकि पारंपरिक भारतीय उपवास में अनाज यानी कार्बोहाइड्रेट को आहार में शामिल नहीं किया जाता।
यकीनन व्रत में खाए जाने वाले फलाहार आपके स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होते हैं। अगर आप भी जन्माष्टमी पर व्रत रखने वाली हैं, तो हमारे पास हैं आपके लिए ऐसी 5 हेल्दी और टेस्टी रेसिपी (Healthy fasting recipes) जिन्हें आप गिल्ट फ्री होकर खा सकती हैं।
पबमेड सेंट्रल में प्रकाशिक दो अलग-अलग शोधों के अनुसार एक निश्चित अवधि तक व्रत रखना आपके इंसुलिन लेवल और शरीर में इंफ्लेमेशन को कंट्रोल करने में मदद करता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के इस शोध में डायबिटीज ग्रस्त लोगों को शामिल किया गया। और पाया कि एक खास अवधि तक उपवास रखने से उनके ब्लड शुगर स्पाइक में कमी आई।
जबकि एक दूसरे अध्ययन में क्रोनिक इंफ्लेमेशन के शिकार 70 लोगों ने जब दिन के कुछ घंटे ठोस आहार लेने में कटौती की तो उनकी मांसपेशियों और पेट की सूजन में भी कमी देखी गई।
सेलिब्रिटी डायटीशियन रुजुता दिवेकर उपवास को उन सभी स्पेशल फूड्स को खाने का अवसर मानती हैं, जिन्हें हम अपने डेली रुटीन में शामिल नहीं कर पाते। राजगीरा से लेकर शकरकंद तक ये वे सुपरफूड्स हैं जो अपने में खास पोषक तत्व लिए रहते हैं।
रुजुता फास्टिंग को कुट्टू का आटा, सींगदाना, साबूदाना, लौकी, शकरकंद के साथ सेलिब्रेट करने की सलाह देती हैं। ये सभी फूड अगर हेल्दी तरीके से पकाए जाएं तो वेट लॉस में भी मददगार साबित होते हैं।
तो आइए जानते हैं ही ऐसी 5 रेसिपीज़ के बारे में जो आपकी कैलोरी में कटौती के साथ ही आपको ढेर सारे पोषक तत्व देने वाली हैं
अगर आप कुट्टू की रोटियां और पूड़ियां बनाकर बोर हो चुकी हैं तो इस बार कुछ अलग कुट्टू के आटे का पिज्जा ट्राई कीजिए। जन्माष्टमी अपने घर के बाल-गोपालों को भी एक हेल्दी ट्रीट देने का अवसर है। ये पिज्जा न सिर्फ टेस्टी है, बल्कि इसमें वे सारे पोषक तत्व हैं जो कुट्टू का आटा आपको देता है। पिज्जा बेस से लेकर टॉपिंग्स और सॉस में भी वही सामग्री इस्तेमाल की गई है जिसे आप अपने उपवास में खा सकती हैं।
यहां है कुट्टू के आटे का पिज्जा बनाने की विधि
समा राइस ढोकला जन्माष्टमी व्रत के लिए परफेक्ट स्नैक्स हो सकता है। समा के चालव ग्लूटेन फ्री फाइबर का बेहतरीन स्रोत है। इसमें प्रोटीन और आयरन भी अच्छी मात्रा में मौजूद होता है। जब आप समा के चावल को अपने आहार में शामिल करती हैं तो आपकी बोन हेल्थ और मांसपेशियों को भी फायदा मिलता है। ये समा राइस ढोकला आपको देर तक पेट भरे होने का अहसास करवाएगा ।
यह व्रत में सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला फलाहार है। मूंगफली, नींबू और सेंधा नमक इसके पोषण मूल्य को और भी बढ़ा देते हैं। साबूदाना प्रोटीन, मिनरल्स और कार्बोहाइड्रेट की उपस्थिति के कारण आपकी मांसपेशियों को मजबूब बनाने में मदद करता है। जिससे आप लगातार और जल्दी होने वाली थकावट से बचती हैं।
उपवास में बस एक छोटी प्लेट साबूदान खिचड़ी आपको दिन भर एनर्जेटिक बनाए रखने में मदद कर सकती है।
ये उपवास का सबसे खास व्यंजन है। हम जानते हैं कि आप फिटनेस फ्रीक हैं और फास्टिंग का इस्तेमाल पूरी तरह से कैलोरी में कटौती के लिए करने वाली हैं। तो हमारी आपको सलाह है कि व्रत को आलू की जगह लौकी के साथ सेलिब्रेट करें। ये हेल्दी लौकी की सब्जी आपका पेट भी भरेगी और वजन कम करने में भी मदद करेगी।
खास बात यह कि लौकी की तासीर ठंडी होती है, जिससे आप इस मौसम में भी एसिड रिफ्लक्स और पाचन संबंधी समस्याओं से बची रहेंगी। आप चाहें तो समा के चावल के साथ भी लौकी की सब्जी को एक परफेक्ट मील की तरह ले सकती हैं।
व्रत के लिए इस तरह बनाएं लौकी की सब्जी
मीठे के बिना कोई भी उपवास पूरा नहीं होता। और जब बात जन्माष्टमी की हो तो मीठा तो बनाना ही है। इसलिए इस बार आप डेजर्ट में शकरकंद का हलवा बना सकती हैं। शकरकंदी में विटामिन ए और सी भरपूर मात्रा में होता है। साथ ही इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स आलू की तुलना में बहुत कम होता है।
जिसके सेवन से आपकी इम्युनिटी भी बढ़ती है और आपको कोई गिल्ट भी नहीं होता। नट्स से सजा शकरकंद का हलवा आपकी हार्ट हेल्थ के लिए भी बहुत फायदेमंद है। पर ध्यान रखें कि आप इसे एक मील में एक कटोरी से ज्यादा न खाएं।