Butter vs Peanut butter : आइए चेक करते हैं आपकी सेहत के लिए कौन सा मक्खन है ज्यादा बेहतर

रोजाना ब्रेड बटर का नाश्ता सभी के घरों में होता है, लेकिन कुछ फिटनेस फ्रीक लोग नॉर्मल बटर की जगह पीनट बटर खाना पसंद करते है। पर क्या यह वाकई सेहत के लिए फायदेमंद है? आइए चेक करते हैं।
peanut butter vs normal butter
नॉर्मल बटर में 81 ग्राम फैट होता है और वहीं पीनट बटर में 50 ग्राम फैट होता है। चित्र- अडोबी स्टॉक
संध्या सिंह Published: 20 Nov 2023, 08:00 am IST
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बिना बटर के ब्रेड खाने की कल्पना हमारे घरों में नहीं की जा सकती। बटर बहुत ही स्मूद टेक्सचर वाला होता है, जो ब्रेड या रोटी किसी के भी साथ खाया जा सकता है। बटर किसी भी चीज में मिलाने से ये उसका स्वाद बढ़ा देता है। पर इन दिनों सामान्य मक्खन के साथ कुछ और खास तरह के बटर भी ट्रेंड में हैं। इनमें सबसे ज्यादा लोकप्रिय हो रहा है मूंगफली से बना मक्खन यानी पीनट बटर। नॉर्मल बटर और पीनट बटर (Butter vs peanut butter) में से क्या है आपकी सेहत के लिए ज्यादा बेहतर, आइए चेक करते हैं।

पीनट बटर और नॉर्मल बटर में क्या अंतर है

पीनट बटर को पिसी हुई भुनी हुई मूंगफली से बनाया जाता है। कुछ में टेक्चर के लिए नमक, चीनी या तेल जैसी चीजों का इस्तेमाल किया जाता है। नॉर्मल बटर दूध की मलाई से बनाया जाता है, इसे जमने तक मथा जाता है। इसमें दूध का फैट, पानी और कभी-कभी नमक होता है।

इसमें अनसैट्युरेटिड फैट, फाइबर और पोषक तत्वों के कारण इसे अक्सर एक स्वस्थ विकल्प माना जाता है। यह प्लांट बेस्ड प्रोटीन का अच्छा स्रोत है। नॉर्मल बटर में सैट्युरेटिड फैट अधिक होता है। जो एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता हैं और अत्यधिक सेवन करने पर हृदय रोग का खतरा भी पैदा कर सकता है।

peanut butter ke fayede
पीनट बटर का मध्यम सेवन प्रोटीन और स्वस्थ वसा आपका पेट भर सकता है। चित्र- अडोबी स्टॉक

कौन सा है दोनों में से ज्यादा हेल्दी : पीनट बटर या नॉर्मल बटर

फिटनेस और लाइफ स्टाइल कोच यश अग्रवाल कहते हैं कि “पीनट बटर में नॉर्मल बटर की तुलना में अधिक प्रोटीन होता है। इसी के साथ इसमें फाइबर और हेल्दी फैट भरपूर मात्रा में होता है। पीनट बटर मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड फैट का अच्छा स्रोत प्रदान करता है।”

100 ग्राम नॉर्मल बटर में 81 ग्राम फैट होता है और वहीं पीनट बटर में 50 ग्राम फैट होता है। इसलिए अगर आप वजन कम करना चाहते है तो पीनट बटर एक हेल्दी ऑप्शन है और अगर आप वजन बढ़ाना चाहते है तो आप दोनो को बराबर मात्रा में ले सकते है।

यश अग्रवाल कहते है कि पीनट बटर में मैग्नीशियम, फास्फोरस, नियासिन और फोलेट जैसे महत्वपूर्ण विटामिन और खनिजों का एक अच्छा स्रोत है। दूसरी ओर, नॉर्मल मक्खन मुख्य रूप से न्यूनतम पोषण मूल्य वाला वसा होता है।

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एक थकान भरे दिन में एनर्जी के लिए आप किस पर भरोसा करती हैं?

एक अध्ययन से पता चला है कि हर दिन मूंगफली खाने से मृत्यु का जोखिम 21% तक कम हो सकता है और हृदय रोग का खतरा 38% तक कम हो सकती है।

और भी हैं पीनट बटर के फायदे (Peanut butter health benefits)

पोषक तत्वों से भरपूर

पीनट बटर प्रोटीन, स्वस्थ वसा (ज्यादातर मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड वसा), फाइबर, विटामिन ई, मैग्नीशियम, पोटेशियम और एंटीऑक्सिडेंट जैसे आवश्यक पोषक तत्वों से भरा होता है। ये पोषक तत्व आपके पूरे स्वास्थ्य के लिए के अच्छे है।

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पीनट बटर सुबह की शुरुआत के लिए एक बेहतरीन आहार है। चित्र: शटरस्‍टॉक

डायबटिज का खतरा कम करता है

ओलिक एसिड शरीर के इंसुलिन प्रतिरोध को भी कम करता है, एक ऐसी स्थिति जो आपके रक्त शर्करा को बढ़ाती है और डायबटिज का कारण बनती है। स्टडी से पता चलता है कि पीनट बटर में मौजूद ओमेगा -6 इसमें काफी मदद करता है। जिन लोगों को डायबीटिज है उन्हे एक निश्चित मात्रा में बिना शुगर वासा पीनट बटर लेना चाहिए।

हार्ट हेल्थ को सही रखता है

पीनट बटर में स्वस्थ वसा होता है। इसमें मोनोअनसैचुरेटेड फैट होका है,जो खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर (एलडीएल) को कम करने में मदद कर सकते हैं एक निश्चित मात्रा में इसका सेवन करने से आपको हृदय रोग के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है।

वजन में नियंत्रण रखता है

कैलोरी से भरपूर होने के बावजूद, पीनट बटर का मध्यम सेवन प्रोटीन और स्वस्थ वसा आपका प्ट भर सकता है। यह भूख को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है, जिससे पोर्शन कंट्रोल में मदद मिल सकती है और संभावित रूप से वजन को बनाए रखने में भी आपको फायदा हो सकता है।

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लेखक के बारे में

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं। ...और पढ़ें

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