बिना बटर के ब्रेड खाने की कल्पना हमारे घरों में नहीं की जा सकती। बटर बहुत ही स्मूद टेक्सचर वाला होता है, जो ब्रेड या रोटी किसी के भी साथ खाया जा सकता है। बटर किसी भी चीज में मिलाने से ये उसका स्वाद बढ़ा देता है। पर इन दिनों सामान्य मक्खन के साथ कुछ और खास तरह के बटर भी ट्रेंड में हैं। इनमें सबसे ज्यादा लोकप्रिय हो रहा है मूंगफली से बना मक्खन यानी पीनट बटर। नॉर्मल बटर और पीनट बटर (Butter vs peanut butter) में से क्या है आपकी सेहत के लिए ज्यादा बेहतर, आइए चेक करते हैं।
पीनट बटर को पिसी हुई भुनी हुई मूंगफली से बनाया जाता है। कुछ में टेक्चर के लिए नमक, चीनी या तेल जैसी चीजों का इस्तेमाल किया जाता है। नॉर्मल बटर दूध की मलाई से बनाया जाता है, इसे जमने तक मथा जाता है। इसमें दूध का फैट, पानी और कभी-कभी नमक होता है।
इसमें अनसैट्युरेटिड फैट, फाइबर और पोषक तत्वों के कारण इसे अक्सर एक स्वस्थ विकल्प माना जाता है। यह प्लांट बेस्ड प्रोटीन का अच्छा स्रोत है। नॉर्मल बटर में सैट्युरेटिड फैट अधिक होता है। जो एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता हैं और अत्यधिक सेवन करने पर हृदय रोग का खतरा भी पैदा कर सकता है।
फिटनेस और लाइफ स्टाइल कोच यश अग्रवाल कहते हैं कि “पीनट बटर में नॉर्मल बटर की तुलना में अधिक प्रोटीन होता है। इसी के साथ इसमें फाइबर और हेल्दी फैट भरपूर मात्रा में होता है। पीनट बटर मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड फैट का अच्छा स्रोत प्रदान करता है।”
100 ग्राम नॉर्मल बटर में 81 ग्राम फैट होता है और वहीं पीनट बटर में 50 ग्राम फैट होता है। इसलिए अगर आप वजन कम करना चाहते है तो पीनट बटर एक हेल्दी ऑप्शन है और अगर आप वजन बढ़ाना चाहते है तो आप दोनो को बराबर मात्रा में ले सकते है।
यश अग्रवाल कहते है कि पीनट बटर में मैग्नीशियम, फास्फोरस, नियासिन और फोलेट जैसे महत्वपूर्ण विटामिन और खनिजों का एक अच्छा स्रोत है। दूसरी ओर, नॉर्मल मक्खन मुख्य रूप से न्यूनतम पोषण मूल्य वाला वसा होता है।
एक अध्ययन से पता चला है कि हर दिन मूंगफली खाने से मृत्यु का जोखिम 21% तक कम हो सकता है और हृदय रोग का खतरा 38% तक कम हो सकती है।
पीनट बटर प्रोटीन, स्वस्थ वसा (ज्यादातर मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड वसा), फाइबर, विटामिन ई, मैग्नीशियम, पोटेशियम और एंटीऑक्सिडेंट जैसे आवश्यक पोषक तत्वों से भरा होता है। ये पोषक तत्व आपके पूरे स्वास्थ्य के लिए के अच्छे है।
ओलिक एसिड शरीर के इंसुलिन प्रतिरोध को भी कम करता है, एक ऐसी स्थिति जो आपके रक्त शर्करा को बढ़ाती है और डायबटिज का कारण बनती है। स्टडी से पता चलता है कि पीनट बटर में मौजूद ओमेगा -6 इसमें काफी मदद करता है। जिन लोगों को डायबीटिज है उन्हे एक निश्चित मात्रा में बिना शुगर वासा पीनट बटर लेना चाहिए।
पीनट बटर में स्वस्थ वसा होता है। इसमें मोनोअनसैचुरेटेड फैट होका है,जो खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर (एलडीएल) को कम करने में मदद कर सकते हैं एक निश्चित मात्रा में इसका सेवन करने से आपको हृदय रोग के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है।
कैलोरी से भरपूर होने के बावजूद, पीनट बटर का मध्यम सेवन प्रोटीन और स्वस्थ वसा आपका प्ट भर सकता है। यह भूख को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है, जिससे पोर्शन कंट्रोल में मदद मिल सकती है और संभावित रूप से वजन को बनाए रखने में भी आपको फायदा हो सकता है।
ये भी पढ़े- थकान उतारती नहीं और बढ़ा देती है कॉफी, जानिए एनर्जी ड्रेन करने वाले ऐसे ही 5 फूड्स के बारे में