एंटीऑक्सीडेंटस से भरपूर लौकी शरीर में कई पौष्टिक तत्वों की पूर्ति करने का काम करता है। फाईबर और वॉटर कंटेट से समृद्ध लौकी की स्मूदी और जूस वेटलॉस की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए भी फायदेमंद साबित हो रहा है। लौकी शरीर में ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने के साथ साथ बॉडी को कूल रखता है। इसमें मौजूद अलकलाइन कंटेट शरीर में गैस और डाइजेशन संबधी समस्याओं को दूर करता है। जानते हैं इससे तैयार होने वाली स्मूदी की रेसिपी(Bottle gourd smoothie) और लौकी के फायदे भी
इस बारे में सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट श्वेता शाह का कहना है कि लौकी में सॉल्यूबल और इन साफल्यूबल फाइबर पाए जाते हैं। ये न केवल आहार को पचाने में आसान होता है बल्कि शरीर को कब्ज और इनडाइजेशन की परेशानी से भी मुक्त रखता है। लौकी को स्मूदी या जूस की फार्म में पीने से कैलोरी बर्न होती हैं। इसमें पाया जाने वाले पोटेशियम शरीर में सूजन और वॉटर रिटेंशन की समस्या को दूर करता है। यूरिन से जुड़ी परेशानियों को भी कम करता है। लौकी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी कम होता है, जो डायबिटीज़ के मरीजों को फायदा पहुंचाता है।
पोटेशियम, आयरन और विटामिन्स से भरपूर घीया के जूस को रोज़ाना पीने से वजन कम होने लगता है। लो कैलोरी और फाइबर से समृद्ध होने के चलते शरीर में फैट्स और कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। फाइबर रिच होने के कारण इसका जूस या स्मूदी पीने से पेट लंबे वक्त तक भरा रहता है और आप खुद को हेल्दी और एक्टिव महसूस करने लगते हैं।
घीए के जूस या स्मूदी का सेवन शरीर में कार्डियोवैस्कुलर डिजीज के जोखिम को कम करता है। इससे शरीर में मौजूद ऑक्सीडेटिव तनाव भी दूर होने लगता है। इसमें मौजूद विटामिन सी, के और कैल्शियम शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ाते हैं। इसमें मौजूद पोटेशियम शरीर में ब्लड प्रेशर के लेवल को भी बनाए रखने में मददगार साबित होता है।
लौकी का रस पीने से पाचन संबधी समस्याएं दूर होने लगती है। इसमें मौजूद फाइबर शरीर में होने वाली कब्ज और ब्लॉटिंग की समस्या को दूर करता है। इसके अलावा पाइल्स की परेशानी को भी इसके सेवन से दूर किया जा सकता है। अगर आप इस स्मूदी का रोज़ाना सेवन करते हैं, तो इससे मेटाबॉलिज़म बढ़ता है और पाचनतंत्र मज़बूत होने लगता है।
इसमें मौजूद हाई वॉटर कंटेट और डयूरिक प्रापर्टीज़ शरीर में यूरिन संबधी समस्याओं का निवारण करता है। साथ ही शरीर में मौजूद डिटॉक्स पदार्थों को भी निकालने में सहायक है। इससे किडनी और लीवर में होने वाली पथरी को आसानी से दूर किया जा सकता है।
लौकी में 92 फीसदी पानी और 8 फीसदी फाइबर पाया जाता है। ऐसे में वो लोग जो डायबिटीज़ के मरीज है, उन्हें इसका सेवन अवश्य करना चाहिए। इसमें शुगर और ग्लूकोज़ की मात्रा न के बराबर होती है। इससे डायबिटीज़ का खतरा कम हो जाता है।
घीया 1 कप
टमाटर 1/2 कप
पानी 1/2 गिलास
नींबू का रस 2 चम्मच
मिंट लीव्स 4 से 5
काली मिर्च 1 चुटकी
भुना जीरा पाउडर आधा चम्मच
नमक स्वादानुसार
इसे बनाने के लिए सबसे पहले बॉटल गॉर्ड यानि घीए की धोकर छील लें। अब इसे टुकड़ों में काट लें और ब्लैण्ड करें। इसके बाद तैयार पेस्ट में पानी और आधा कप टमाटर भी डाल दें।
पूरी तरह से ब्लैण्ड हो जाने के बाद इसमें 2 बड़े चम्मच योगर्ट एड करें। इससे स्मूदी की थिकनेस बरकरार रहती है।
अब फ्लेवर एड करने के लिए इसमें 2 चम्मच नींबू का रस, काली मिर्च, नमक और 3 से 4 आइस क्यूब्स डालकर इसे ब्लैण्ड कर दें।
पूरी तरह से तैयार स्मूदी को सर्व करने के लिए इसे मिंट लीव्स और भुने हुए जीरे के पाउडर से गार्निश करें और पींए।
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